Wednesday, July 30, 2025

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सूचना विभाग द्वारा तैयार शिवभक्तों के सारथी के रूप में कांवड़ यात्रा एप को जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने किया लॉन्च

कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराए जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने श्रावण मास के प्रथम सोमवार के पवित्र अवसर पर परशुरामेश्वर पुरा महादेव मंदिर से कांवड़ यात्रा एप को लॉन्च किया।

बागपत,14 जुलाई 2025 (यूटीएन)। शासन की मंशा के अनुसार कांवड़ यात्रियों की सरलता, सुगमता एवं सुरक्षा के दृष्टिगत जिला प्रशासन बागपत ने अभिनव पहल करते हुए आईसीटी आधारित कांवड़ यात्रा एप विकसित किया है। कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराए जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने श्रावण मास के प्रथम सोमवार के पवित्र अवसर पर परशुरामेश्वर पुरा महादेव मंदिर से कांवड़ यात्रा एप को लॉन्च किया।

जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने बताया कि, कांवड़ यात्रा एप को कांवड़ यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत बनाया गया है ताकि जनपद बागपत में कांवड़ यात्रा सरल, सुगम एवं सुरक्षित हो। बता दें कि, प्रतिवर्ष श्रावण मास में लाखों की संख्या में कांवड़िया हरिद्वार एवं विभिन्न स्थानों से पैदल ही गंगाजल लेकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करने आते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि,विश्व की पहली कांवड पुरा महादेव मंदिर पर ही चढाई गई थी, इससे पुरा महादेव मंदिर की मान्यता और विश्वास और भी बढ जाता है।

लॉन्च किए एप के माध्यम से एक क्लिक पर जनपद स्तरीय कांवड़ यात्रा कंट्रोल रूम, खाद्य सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर, कांवड़ यात्रा मार्ग का मैप, कांवड़ यात्रा मार्ग को गूगल मैप से जोड़ने का विकल्प, कांवड़ यात्रा मार्ग पर उपलब्ध चिकित्सा, शौचालय, पार्किंग आदि सुविधाएं, ट्रैफिक रूट डाइवर्जन प्लान, कांवड़ यात्रा के संबंध में विश्वसनीय सूचनाओं का स्रोत आदि विकल्प जोड़े गए हैं।जिलाधिकारी के अनुसार कांवड़ यात्रा एप के क्यूआर कोड का वृहद् स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाएगा।इस एप को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग बागपत द्वारा विभिन्न विभागों के समन्वय से तैयार किया गया है।

जिला सूचना अधिकारी राहुल भाटी ने बताया कि एप को शून्य खर्च पर एवं 24 घंटों के रिकॉर्ड समय में बनाया गया है जो ई-गवर्नेस का सशक्त मॉडल बनेगा। वहीं तकनीकी विशेषज्ञ अमन कुमार ने बताया कि ,वर्तमान में एप पर विभिन्न फीचर जोड़े जा चुके हैं और जल्द ही एप पर कांवड़ शिविरों, अस्थायी बस अड्डों, एडवाइजरी आदि के विकल्प भी जोड़े जाएंगे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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सूचना विभाग द्वारा तैयार शिवभक्तों के सारथी के रूप में कांवड़ यात्रा एप को जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने किया लॉन्च

कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराए जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने श्रावण मास के प्रथम सोमवार के पवित्र अवसर पर परशुरामेश्वर पुरा महादेव मंदिर से कांवड़ यात्रा एप को लॉन्च किया।

बागपत,14 जुलाई 2025 (यूटीएन)। शासन की मंशा के अनुसार कांवड़ यात्रियों की सरलता, सुगमता एवं सुरक्षा के दृष्टिगत जिला प्रशासन बागपत ने अभिनव पहल करते हुए आईसीटी आधारित कांवड़ यात्रा एप विकसित किया है। कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराए जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने श्रावण मास के प्रथम सोमवार के पवित्र अवसर पर परशुरामेश्वर पुरा महादेव मंदिर से कांवड़ यात्रा एप को लॉन्च किया।

जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने बताया कि, कांवड़ यात्रा एप को कांवड़ यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत बनाया गया है ताकि जनपद बागपत में कांवड़ यात्रा सरल, सुगम एवं सुरक्षित हो। बता दें कि, प्रतिवर्ष श्रावण मास में लाखों की संख्या में कांवड़िया हरिद्वार एवं विभिन्न स्थानों से पैदल ही गंगाजल लेकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करने आते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि,विश्व की पहली कांवड पुरा महादेव मंदिर पर ही चढाई गई थी, इससे पुरा महादेव मंदिर की मान्यता और विश्वास और भी बढ जाता है।

लॉन्च किए एप के माध्यम से एक क्लिक पर जनपद स्तरीय कांवड़ यात्रा कंट्रोल रूम, खाद्य सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर, कांवड़ यात्रा मार्ग का मैप, कांवड़ यात्रा मार्ग को गूगल मैप से जोड़ने का विकल्प, कांवड़ यात्रा मार्ग पर उपलब्ध चिकित्सा, शौचालय, पार्किंग आदि सुविधाएं, ट्रैफिक रूट डाइवर्जन प्लान, कांवड़ यात्रा के संबंध में विश्वसनीय सूचनाओं का स्रोत आदि विकल्प जोड़े गए हैं।जिलाधिकारी के अनुसार कांवड़ यात्रा एप के क्यूआर कोड का वृहद् स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाएगा।इस एप को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग बागपत द्वारा विभिन्न विभागों के समन्वय से तैयार किया गया है।

जिला सूचना अधिकारी राहुल भाटी ने बताया कि एप को शून्य खर्च पर एवं 24 घंटों के रिकॉर्ड समय में बनाया गया है जो ई-गवर्नेस का सशक्त मॉडल बनेगा। वहीं तकनीकी विशेषज्ञ अमन कुमार ने बताया कि ,वर्तमान में एप पर विभिन्न फीचर जोड़े जा चुके हैं और जल्द ही एप पर कांवड़ शिविरों, अस्थायी बस अड्डों, एडवाइजरी आदि के विकल्प भी जोड़े जाएंगे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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