खेकड़ा, 06 मार्च 2025 (यूटीएन)। बड़ागांव में शिवपुराण कथा के दौरान कथा वाचक ने श्रद्धालुओं को भगवान शिव की जटाओं से गंगा अवतरण की कथा सुनाई। पंडाल हर हर गंगे हर हर महादेव के जयकारों से गूंज उठा। बड़ागांव के प्राचीन शिव मंदिर में चल रही शिवपुराण कथा के दौरान कथावाचक शिवानंद महाराज ने प्रवचन करते हुए बताया कि, भगवान शिव की जटाओं से गंगा का किस प्रकार अवतरण हुआ।
कहा कि, राजा भगीरथ की कठोर तपस्या से मां गंगा धरती पर अवतरित हुईं। उनकी तेज धारा के कारण देव लोक से सीधे धरती पर उनका आना संभव नहीं था, इसलिए भगवान शिव ने उन्हें धरती पर अवतरित कराने के लिए पहले अपनी जटाओं में उतारा और लंबे समय तक जटाओं में ही गंगा घूमती रही। मान्यता है कि, धरती को बचाने के लिए शिवजी ने गंगा को अपनी जटाओं में धारण किया था। पंडाल हर हर गंगे हर हर महादेव के जयकारों से गूंज उठा। कथा में उमेश शर्मा, सुनील कुमार, दिनेश कुमार सहित श्रद्धालुओं ने कथा का श्रवण किया।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |