Wednesday, July 30, 2025

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भाजपा कार्यकर्ताओं ने मनाई जनसंघ संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती

समारोह में डॉ कुलप्रकाश ने कहा कि, 6 जुलाई 1901 को एक प्रतिष्ठित परिवार में जन्मे श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पिता सर आशुतोष मुखर्जी बंगाल में एक शिक्षाविद् और बुद्धिजीवी के रूप में प्रसिद्ध थे।

बिनौली, 06 जुलाई 2025 (यूटीएन)। भाजपा द्वारा बिनौली मंडल के बरनावा स्थित लाक्षागृह में जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ कुलप्रकाश व पूर्व मंडल अध्यक्ष सत्यबीर सिंह बड़का मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष सुधीर त्यागी ने की। इस दौरान वक्ताओं द्वारा मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डाला।

समारोह में डॉ कुलप्रकाश ने कहा कि, 6 जुलाई 1901 को एक प्रतिष्ठित परिवार में जन्मे श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पिता सर आशुतोष मुखर्जी बंगाल में एक शिक्षाविद् और बुद्धिजीवी के रूप में प्रसिद्ध थे। कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक होने के पश्चात डॉ मुखर्जी 1923 में सीनेट के सदस्य बने। अपने पिता की मृत्यु के पश्चात 1924 में उन्होंने कलकत्ता उच्च न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में नामांकन कराया।

1926 में उन्होंने इंग्लैंड के लिए प्रस्थान किया, जहां लिंकन्स इन कॉलेज से 1927 में बैरिस्टर की परीक्षा उत्तीर्ण की।सत्यबीर सिंह बड़का ने कहा कि डॉ मुखर्जी भारत की अखंडता और कश्मीर के विलय के दृढ़ समर्थक थे। उन्होंने अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को भारत के बाल्कनीकरण की संज्ञा दी थी। इस दौरान पूर्व मंडल अध्यक्ष राजीव धामा, डॉ सतेन्द्र प्रजापति, राहुल गिरी आदि मौजूद रहे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

International

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भाजपा कार्यकर्ताओं ने मनाई जनसंघ संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती

समारोह में डॉ कुलप्रकाश ने कहा कि, 6 जुलाई 1901 को एक प्रतिष्ठित परिवार में जन्मे श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पिता सर आशुतोष मुखर्जी बंगाल में एक शिक्षाविद् और बुद्धिजीवी के रूप में प्रसिद्ध थे।

बिनौली, 06 जुलाई 2025 (यूटीएन)। भाजपा द्वारा बिनौली मंडल के बरनावा स्थित लाक्षागृह में जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ कुलप्रकाश व पूर्व मंडल अध्यक्ष सत्यबीर सिंह बड़का मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष सुधीर त्यागी ने की। इस दौरान वक्ताओं द्वारा मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डाला।

समारोह में डॉ कुलप्रकाश ने कहा कि, 6 जुलाई 1901 को एक प्रतिष्ठित परिवार में जन्मे श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पिता सर आशुतोष मुखर्जी बंगाल में एक शिक्षाविद् और बुद्धिजीवी के रूप में प्रसिद्ध थे। कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक होने के पश्चात डॉ मुखर्जी 1923 में सीनेट के सदस्य बने। अपने पिता की मृत्यु के पश्चात 1924 में उन्होंने कलकत्ता उच्च न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में नामांकन कराया।

1926 में उन्होंने इंग्लैंड के लिए प्रस्थान किया, जहां लिंकन्स इन कॉलेज से 1927 में बैरिस्टर की परीक्षा उत्तीर्ण की।सत्यबीर सिंह बड़का ने कहा कि डॉ मुखर्जी भारत की अखंडता और कश्मीर के विलय के दृढ़ समर्थक थे। उन्होंने अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को भारत के बाल्कनीकरण की संज्ञा दी थी। इस दौरान पूर्व मंडल अध्यक्ष राजीव धामा, डॉ सतेन्द्र प्रजापति, राहुल गिरी आदि मौजूद रहे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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