लखनऊ, 26 मार्च 2025 (यूटीएन)। बसपा मायावती ने बुधवार को एक्स पर पोस्ट कर कहा कि ईद, बैसाखी,गुड फ्राइडे और ईस्टर जैसे त्योहारों के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी की ओर से 32 लाख गरीब अल्पसंख्यक परिवारों तक सौगात-ए-मोदी के रूप में भेंट भेजने की बात कही गई है, जो सिर्फ राजनीतिक स्वार्थ से जुड़ा है। भाजपा की इस घोषणा का असल मकसद सिर्फ चुनावी लाभ लेना है।
अभी रमजान का महीना चल रहा है और इसके बाद ईद मनाई जाएगी। इसके मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने अल्पसंख्यक समुदाय के लिए सौगात ए मोदी कार्यक्रम शुरू किया है। 32 लाख गरीब मुसलमानों को ईद के मौके पर सौगात ए मोदी दी जा रही है,जिसमें खाने-पीने की चीजें और कपड़े हैं। भाजपा के इस कार्यक्रम पर बहुजन समाज पार्टी की मायावती की प्रतिक्रिया आई है।
मायावती ने कहा कि जब मुस्लिम और बहुजन समाज के लोग अपनी जान-माल,मजहब और सुरक्षा को लेकर परेशान हैं, तो उनके लिए सौगात-ए-मोदी किस काम की। मायावती का मानना है कि इस तरह के तोहफे केवल राजनीतिक फायदे के लिए दिए जा रहे हैं, जबकि समाज के इन वर्गों की असली समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है।
मायावती ने कहा कि गरीब और अल्पसंख्यक परिवारों को त्योहारों के मौके पर भेंट भेजी जाए,इसके बजाय भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारें उन परिवारों की वास्तविक समस्याओं जैसे गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ेपन को दूर करने के लिए स्थायी रोजगार की व्यवस्था करें।
मायावती ने मुस्लिम और अन्य अल्पसंख्यक समाज की सुरक्षा सुनिश्चित करने की बात कही। भारतीय जनता पार्टी की ओर से ईद के मौके पर गरीब मुसलमानों को सौगात ए मोदी किट दी जा रही है। इस योजना के तहत देश के 32 लाख मुस्लिमों को ये किट दी जाएगी। इस किट में चीनी,चावल,सिवइयां,आटा,खजूर,ड् राई फ्रूट्स के साथ कपड़े भी हैं। इस अभियान के तहत गरीब मुस्लिमों तक पहुंचने के लिए 3 हज़ार मस्जिदों को सहयोग करने का प्लान है।