Saturday, July 19, 2025

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गिरनार पर्वत पर जैन श्रद्धालुओं को पूजा से रोका, जैन मिलन खेकड़ा ने जताया विरोध

गुजरात के गिरनार पर्वत स्थित पंचवटी टोंक पर जैन श्रद्धालुओं को पूजा से वंचित किए जाने पर जैन समाज में आक्रोश है, जैन मिलन खेकड़ा ने इस घटनाक्रम को धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन बताते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को ज्ञापन भेजकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है।

खेकड़ा, 15 जुलाई 2025 (यूटीएन)। गुजरात के गिरनार पर्वत स्थित पंचवटी टोंक पर जैन श्रद्धालुओं को पूजा से वंचित किए जाने पर जैन समाज में आक्रोश है। जैन मिलन खेकड़ा ने इस घटनाक्रम को धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन बताते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को ज्ञापन भेजकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है। तहसील में एसडीएम को दिए ज्ञापन में जैन समाज ने आरोप लगाया कि, 2 जुलाई को पंचवटी टोंक पर पूजा करने पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं को वहां पूजा, चढ़ावा व श्रद्धा व्यक्त करने तक नहीं दिया गया। मौके पर मौजूद पुलिस बल द्वारा 10 से अधिक स्थानों पर बैरिकेडिंग कर दी गई और श्रद्धालुओं को जबरन रोका गया।

महिलाओं के साथ अभद्रता की घटनाएं भी सामने आई हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि, पंचवटी टोंक पर जैन धर्म के 22 वें तीर्थंकर नेमिनाथ भगवान ने तपस्या की थी और यह स्थान जैन समाज की आस्था का प्रमुख केंद्र है। इसके बावजूद पुलिस व स्थानीय प्रशासन ने न तो पूजा की अनुमति दी, न ही धार्मिक परंपराओं के निर्वहन की। ज्ञापन में मांग की गई है कि एएसआई और राज्य सरकार के आदेशों का पालन कराया जाए। अवैध दत्तात्रेय मूर्तियों को हटाया जाए। पंचवटी टोंक को संरक्षित जैन स्थल घोषित किया जाए। भविष्य में जैन श्रद्धालुओं को गिरनार पर्वत पर किसी भी प्रकार से पूजा से न रोका जाए।

ज्ञापन में कहा गया है कि यह न केवल धार्मिक स्वतंत्रता का हनन है, बल्कि न्यायिक व्यवस्था की अवहेलना भी है। जैन समाज ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्यवाही नहीं हुई, तो राष्ट्रव्यापी विरोध किया जाएगा। ज्ञापन देने में जैन समाज के अध्यक्ष जिनेश जैन, जैन मिलन खेकड़ा के अध्यक्ष मनोज जैन, मंत्री महेश जैन, राकेश जैन बोधी,वीरेंद्र कुमार जैन, नितिन जैन आदि शामिल रहे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

International

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गिरनार पर्वत पर जैन श्रद्धालुओं को पूजा से रोका, जैन मिलन खेकड़ा ने जताया विरोध

गुजरात के गिरनार पर्वत स्थित पंचवटी टोंक पर जैन श्रद्धालुओं को पूजा से वंचित किए जाने पर जैन समाज में आक्रोश है, जैन मिलन खेकड़ा ने इस घटनाक्रम को धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन बताते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को ज्ञापन भेजकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है।

खेकड़ा, 15 जुलाई 2025 (यूटीएन)। गुजरात के गिरनार पर्वत स्थित पंचवटी टोंक पर जैन श्रद्धालुओं को पूजा से वंचित किए जाने पर जैन समाज में आक्रोश है। जैन मिलन खेकड़ा ने इस घटनाक्रम को धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन बताते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को ज्ञापन भेजकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है। तहसील में एसडीएम को दिए ज्ञापन में जैन समाज ने आरोप लगाया कि, 2 जुलाई को पंचवटी टोंक पर पूजा करने पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं को वहां पूजा, चढ़ावा व श्रद्धा व्यक्त करने तक नहीं दिया गया। मौके पर मौजूद पुलिस बल द्वारा 10 से अधिक स्थानों पर बैरिकेडिंग कर दी गई और श्रद्धालुओं को जबरन रोका गया।

महिलाओं के साथ अभद्रता की घटनाएं भी सामने आई हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि, पंचवटी टोंक पर जैन धर्म के 22 वें तीर्थंकर नेमिनाथ भगवान ने तपस्या की थी और यह स्थान जैन समाज की आस्था का प्रमुख केंद्र है। इसके बावजूद पुलिस व स्थानीय प्रशासन ने न तो पूजा की अनुमति दी, न ही धार्मिक परंपराओं के निर्वहन की। ज्ञापन में मांग की गई है कि एएसआई और राज्य सरकार के आदेशों का पालन कराया जाए। अवैध दत्तात्रेय मूर्तियों को हटाया जाए। पंचवटी टोंक को संरक्षित जैन स्थल घोषित किया जाए। भविष्य में जैन श्रद्धालुओं को गिरनार पर्वत पर किसी भी प्रकार से पूजा से न रोका जाए।

ज्ञापन में कहा गया है कि यह न केवल धार्मिक स्वतंत्रता का हनन है, बल्कि न्यायिक व्यवस्था की अवहेलना भी है। जैन समाज ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्यवाही नहीं हुई, तो राष्ट्रव्यापी विरोध किया जाएगा। ज्ञापन देने में जैन समाज के अध्यक्ष जिनेश जैन, जैन मिलन खेकड़ा के अध्यक्ष मनोज जैन, मंत्री महेश जैन, राकेश जैन बोधी,वीरेंद्र कुमार जैन, नितिन जैन आदि शामिल रहे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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