खेकड़ा, 30 जून 2025 (यूटीएन)। कस्बे के बसी मार्ग जंगल में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे के लिए अधिग्रहित भूमि का लाखों रूपये का मुआवजा भी उठा लिया गया और सालों से कब्जा भी बरकरार रखा है। वर्षो बाद शिकायत मिलने पर सोमवार को तहसील और एनएचएआई अधिकारियों की टीम ने मौका मुआयना किया। अब जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को दी जाएगी। मामला खेकड़ा क्षेत्र के मौजा खेकड़ा प्रथम से जुड़ा है, जिसे एनएचएआई द्वारा अधिग्रहित किया गया था।
आरोप है कि उक्त भूमि को लेकर घालमेल किया गया है। कुछ भ्रष्ट अधिकारियों से साज करके लाखों रूपयों का मुआवजा भी उठा लिया गया और जमीन पर वर्षो से कब्जा भी बरकरार बना रखा है। कस्बे के नीरज यादव की शिकायत को प्रशासन ने गम्भीरता से लिया। सोमवार को शिकायत पर कार्रवाई करते हुए तहसीलदार, कानूनगो, लेखपाल समेत एनएचएआई और प्रशासनिक अधिकारियों की एक संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर दस्तावेज़ों की जांच की।
पैमाईश स्थल की माप की। टीम ने मौके पर सभी तथ्यों को संकलित कर रिपोर्ट तैयार की। निरीक्षण के दौरान कब्जाधारकों ने आपत्ति भी जताई, लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि, पूरी जांच के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। बताया कि यदि जांच में शिकायत सही पाई गई तो कब्जाधारकों से धनराशि की रिकवरी के अलावा कानूनी कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। निरीक्षण टीम में तहसीलदार वर्तिका श्रीवास्तव, एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी, कानूनगो अनिल कुमार, लेखपाल सहेन्द्रपाल, सर्वे अधिकारी संजीव राठी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |