Sunday, June 29, 2025

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फ्लाइंग ऑफिसर बनीं पारुल दांगी को किया सम्मानित

लुहारी गांव में ग्रामीण अंचल से निकलकर फ्लाइंग ऑफिसर बनने वाली विशिष्ट प्रतिभा पारुल दांगी का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया

बिनौली, 24 जून 2025 (यूटीएन)। लुहारी गांव में ग्रामीण अंचल से निकलकर फ्लाइंग ऑफिसर बनने वाली विशिष्ट प्रतिभा पारुल दांगी का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक व राष्ट्रीय लोकदल के क्षेत्रीय महासचिव डॉ अनिल आर्य रहे।

फ्लाइंग ऑफिसर बनने पर पारुल दांगी को गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक व राष्ट्रीय लोकदल के क्षेत्रीय महासचिव डॉ अनिल आर्य ने अंग वस्त्र, चौधरी चरण सिंह द्वारा लिखित पुस्तक शिष्टाचार व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि “ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, बस उन्हें सही दिशा और अवसर देने की आवश्यकता है। पारुल ने यह सिद्ध कर दिखाया है।

कि मेहनत और समर्पण के बल पर, कोई भी सपना साकार किया जा सकता है।” इस मौके पर डॉ आर्य ने उनके पिता प्रधानाचार्य गुलबीर सिंह को भी सम्मानित किया और कहा कि पारुल की यह उपलब्धि न सिर्फ उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। सभी ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।इस अवसर पर पूर्व प्रधान सुधीर कुमार, राष्ट्रीय महासचिव (भाकियू) संजीव कुमार, मा संजीव, मा लोकेंद्र, देवेंद्र, गौतम, रामकुमार, राजीव आदि मौजूद रहे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

International

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फ्लाइंग ऑफिसर बनीं पारुल दांगी को किया सम्मानित

लुहारी गांव में ग्रामीण अंचल से निकलकर फ्लाइंग ऑफिसर बनने वाली विशिष्ट प्रतिभा पारुल दांगी का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया

बिनौली, 24 जून 2025 (यूटीएन)। लुहारी गांव में ग्रामीण अंचल से निकलकर फ्लाइंग ऑफिसर बनने वाली विशिष्ट प्रतिभा पारुल दांगी का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक व राष्ट्रीय लोकदल के क्षेत्रीय महासचिव डॉ अनिल आर्य रहे।

फ्लाइंग ऑफिसर बनने पर पारुल दांगी को गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक व राष्ट्रीय लोकदल के क्षेत्रीय महासचिव डॉ अनिल आर्य ने अंग वस्त्र, चौधरी चरण सिंह द्वारा लिखित पुस्तक शिष्टाचार व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि “ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, बस उन्हें सही दिशा और अवसर देने की आवश्यकता है। पारुल ने यह सिद्ध कर दिखाया है।

कि मेहनत और समर्पण के बल पर, कोई भी सपना साकार किया जा सकता है।” इस मौके पर डॉ आर्य ने उनके पिता प्रधानाचार्य गुलबीर सिंह को भी सम्मानित किया और कहा कि पारुल की यह उपलब्धि न सिर्फ उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। सभी ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।इस अवसर पर पूर्व प्रधान सुधीर कुमार, राष्ट्रीय महासचिव (भाकियू) संजीव कुमार, मा संजीव, मा लोकेंद्र, देवेंद्र, गौतम, रामकुमार, राजीव आदि मौजूद रहे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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