बागपत, 03 अप्रैल 2025 (यूटीएन)। जनपद की ग्राम पंचायत नैथला में अस्थाई गौवंश आश्रय स्थल की क्षमता 70 गौवंश रखने की है, जबकि समय समय पर अधिकारियों के आदेश के चलते दोगुने से अधिक गौवंशों के पालन पोषण व रखरखाव को विवश हैं। सक्षम अधिकारियों के आदेश पर अतिरिक्त गौवंश रखने की मजबूरी के चलते संचालक बाध्य हैं।
संचालक ट्रस्ट की ओर से मेरठ मंडलायुक्त को दिए ज्ञापन में आरोप लगाया कि, गत 21 मार्च में ग्राम प्रधान पति पिकेंश त्यागी द्वारा बिना किसी संक्षम स्तर पर सूचना प्रेषित किये नशे की अवस्था में 15 से 20 गौवंश गौ आश्रय स्थल पर जबरदस्ती गौशाला मे लेने के लिए गौसेवक कर्मचारियो पर दवाब बनाया।
इन गौवंशो मे मृत व बेहोशी अवस्था वाले गौवंश भी थे। बताया कि,उक्त गौ आश्रय की गौवंश संरक्षित रखने की क्षमता मात्र 70 है, फिर भी उच्चाधिकारियों के समय-समय पर आदेशों के क्रम में वर्तमान में उक्त गौ आश्रय स्थल पर लगभग 165 गौवंश संरक्षित हैं।
आरोप लगाया कि, ग्राम प्रधान पति पिकॅश त्यागी द्वारा गौआश्रय स्थल पर अचानक लगभग सांय सात बजे नशे की अवस्था में अपने पुत्र सहित 8 व 10 व्यक्तियो के साथ गौआश्रय स्थल पर पंहुचकर संचालनकर्ता राकेश अग्रवाल व गौशाला मे कार्यरत केयर टेकर के साथ गाली-ग्लौच करते हुए दाढी फाडने व अपहरण कर जान से मारने की धमकी दी व कहा कि, हम तुझे रास्ते से उठाकर जान से मार देगें।
ट्रस्ट के संजय कुमार ने ज्ञापन में बताया कि, राकेश अग्रवाल नव धार्मिक सेवा ट्रस्ट के माध्यम से उक्त गौ आश्रय स्थल पर संचालनकर्ता है। ग्राम प्रधानपति के इस प्रकार हमला करने, डराने धमकाने के कारण गौ आश्रय स्थल पर तैनात कर्मचारीगण भयग्रस्त है और संचालकर्ता सहित सभी को ग्राम प्रधान पति से अपनी जानमाल का खतरा है। अगर भविष्य में किसी के साथ कोई घटना घटित होती है ,तो इसकी समस्त जिम्मेदारी ग्राम प्रधान पति की होगी।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |