मथुरा, 01 अप्रैल 2025 (यूटीएन)। खेत में तैयार हो चुकी गेहूं की फसल की कटाई कराने में किसान जुटे हैं। मांट तहसील में जावरा, बरी नगला हरदयाल, खुर्रम, नगला नथा, नगला बैसला, नगला श्याम,नसीटी, उमरिया, लालगढ़ी आदि स्थानों पर बिजली के तार खेत से गुजर रहे हैं। तेज हवा के कारण कभी भी चिंगारी से फसल में आग लग सकती है। इसके अलावा गोवर्धन, छाता, महावन, मथुरा तहसीलों के गांव के खेतों से भी लाइन गुजर रही है।
बिजली तारों के आपस में टकराने से चिंगारी निकली तो फसल पल भर में राख हो जाएगी। इसे लेकर चिंता सता रही है। महावन के पिलानी गांव के किसान चौधरी छोटू ने बताया कि किसान पाई-पाई जोड़कर खेती करते हैं। एक झटके में सब कुछ राख हो जाता है। अब आग लगने की घटनाओं से चिंतित हो रही है। भारतीय किसान यूनियन सुनील के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन चतुर्वेदी ने बताया कि विद्युत निगम के अधिकारी झूलते तारों को सही नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो यूनियन के पदाधिकारी आंदोलन करेंगे।
विजय मोहन खेड़ा, अधीक्षण अभियंता ग्रामीण ने कहा, विद्युत लाइन के झूलते तारों को सही कराया जा रहा है, जिससे हवा चलने पर किसी तरह का नुकसान नहीं हो। इसके साथ ही किसानों ने विद्युत लाइन की चिंगारी से गेहूं की फसल जलकर राख होने की जानकारी दी है उसकी जांच कराई जा रही है। मथुरा जिले में आग लगने की घटनाएं शुरू हो चुकी हैं। खेतों से होकर गुजरने वाले तारों से निकल रही चिंगारी से गेहूं की फसल जलकर राख हो रही है। बीते दो दिन पूर्व इन्हीं तारों से निकली चिंगारी से 150 बीघा गेहूं की फसल जल गई थी।
किसान जली फसल के मुआवजे की मांग को सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे है। क्षेत्र के किसानों ने बताया कि खेतों में गेहूं की फसल पकी खड़ी है लेकिन खेतों से गुजर रही विद्युत निगम के झुके जर्जर तारों से निकलने वाली चिंगारी अब किसानों के लिए खतरा बनने लगी है।