मथुरा,18 दिसंबर 2025 (यूटीएन)। इंडियनऑयल मथुरा रिफाइनरी ने अपने उद्भव काल से ही माना है कि सच्ची प्रगति का माप केवल औद्योगिक उपलब्धियों से नहीं, बल्कि उन जिंदगियों के उत्थान से होता है जिन्हें हम बेहतर बनाते हैं। युवाओं के भविष्य को संवारने की दिशा में एक सार्थक कदम उठाते हुए, मथुरा रिफाइनरी ने 2025-26 के लिए अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहल के तहत, केंद्रीय पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट), लखनऊ के साथ साझेदारी की है, ताकि मथुरा जिले और आसपास के क्षेत्रों के वंचित युवाओं को पूर्ण सहायता प्राप्त, रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान किया जा सके। इस पहल के तहत दो ट्रेडों सहायक मशीन ऑपरेटर (प्लास्टिक प्रोसेसिंग) और सहायक मशीन ऑपरेटर (इंजेक्शन मोल्डिंग) के लिए तीन महीने के आवासीय कौशल विकास कार्यक्रम प्रायोजित किया जा रहा है।
80 सीटों वाले इस कार्यक्रम में पुरुष और महिला दोनों उम्मीदवार हैं, और इस बैच में गर्व से पांच युवा महिलाएं भी शामिल हैं, जो समावेशी विकास के प्रति इंडियनऑयल की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। पिछले दिनों मथुरा रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक और रिफाइनरी प्रमुख मुकुल अग्रवाल ने की कौशल विकास कार्यक्रम में चयनित युवक- युवतियों के बैच को हरी झंडी दिखाकर रवाना रिफाइनरी टाउनशिप से रवाना किया और सभी प्रतिभागियों को आईओसी और सिपेट द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं का उपयोग करने और अपने परिवारों को गौरवान्वित करने के लिए प्रेरित किया।
इंडियन ऑयल मथुरा रिफाइनरी इस परियोजना में लगभग ₹43 लाख का निवेश कर रही है यह खर्च नहीं, बल्कि मानव क्षमता में निवेश है। यह कोर्स दिसंबर 2025 में शुरू होकर मार्च 2026 तक चलेगा और प्लेसमेंट की गारंटी के साथ, सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करेगा।
इंडियन ऑयल मथुरा रिफाइनरी इस परियोजना में लगभग ₹43 लाख का निवेश कर रही है यह खर्च नहीं, बल्कि मानव क्षमता में निवेश है। यह कोर्स दिसंबर 2025 में शुरू होकर मार्च 2026 तक चलेगा और प्लेसमेंट की गारंटी के साथ, सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करेगा।
यह सहयोग सिर्फ एक प्रशिक्षण कार्यक्रम से कहीं अधिक है; यह एक वादा है सशक्त बनाने, उत्थान करने और उन क्षेत्रों में अवसर सृजित करने का जहां उनकी सबसे अधिक आवश्यकता है। इस पहल के माध्यम से, इंडियन ऑयल उन सभी युवाओं की आकांक्षाओं का सम्मान करता है जो सीमाओं से परे सपने देखने का साहस रखते हैं।


