Monday, September 1, 2025

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जिला कारागार में रक्षाबंधन पर्व हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न

सुबह 8 बजे से शुरू हुए इस कार्यक्रम में बहनों ने खुले प्रांगण में बंदी भाइयों से मुलाकात कर उन्हें तिलक लगाया, राखी बांधी और मिठाई खिलाई, साथ ही भाइयों ने अपराध जगत् को छोड़कर स्नेह सौहार्द व भाईचारा अपनाने का वचन दिया।

खेकड़ा, 09 अगस्त 2025 (यूटीएन)। शुक्रवार को जिला कारागार में रक्षाबंधन पर्व बड़े हर्षोल्लास और भावनात्मक माहौल के बीच मनाया गया। सुबह 8 बजे से शुरू हुए इस कार्यक्रम में बहनों ने खुले प्रांगण में बंदी भाइयों से मुलाकात कर उन्हें तिलक लगाया, राखी बांधी और मिठाई खिलाई, साथ ही भाइयों ने अपराध जगत् को छोड़कर स्नेह सौहार्द व भाईचारा अपनाने का वचन दिया।

सुबह से ही आई बड़ी संख्या में बहनें कारागार पहुंचीं। त्रिस्तरीय जांच और सघन तलाशी के बाद उन्हें प्रवेश दिया गया। कारागार में निरुद्ध महिला बंदिनियों ने भी एक-दूसरे को राखी बांधकर त्योहार की खुशियां साझा कीं। इस दौरान बाहर से 1322 महिलाएं, 892 बच्चे और 37 पुरुष अपने परिजनों से मिलने पहुंचे।

इस दौरान जेल प्रशासन ने भावनाओं को समझते हुए लगभग 100 गरीब बंदियों के लिए विशेष रूप से राखी और मिठाई की व्यवस्था की, जिनके परिजन मुलाकात के लिए नहीं आ सके, जिस कारण भाई-बहन के इस पवित्र बंधन ने जेल की दीवारों के भीतर भी स्नेह और अपनत्व का वातावरण बना दिया। कार्यक्रम की सफलता में जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य, जेलर कस्तूरी लाल गुप्ता, उप जेलर प्रशांत, कुंदन सिंह, रविप्रकाश, नरेन्द्र समेत पूरे स्टाफ ने सक्रिय भूमिका निभाई।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम

त्योहार के दौरान भीड़ को देखते हुए पुलिस लाइन से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया, जो पूरे दिन मुस्तैदी से तैनात रहा। स्थानीय पुलिस के सहयोग से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए, जिससे कार्यक्रम शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ।

 स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

International

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जिला कारागार में रक्षाबंधन पर्व हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न

सुबह 8 बजे से शुरू हुए इस कार्यक्रम में बहनों ने खुले प्रांगण में बंदी भाइयों से मुलाकात कर उन्हें तिलक लगाया, राखी बांधी और मिठाई खिलाई, साथ ही भाइयों ने अपराध जगत् को छोड़कर स्नेह सौहार्द व भाईचारा अपनाने का वचन दिया।

खेकड़ा, 09 अगस्त 2025 (यूटीएन)। शुक्रवार को जिला कारागार में रक्षाबंधन पर्व बड़े हर्षोल्लास और भावनात्मक माहौल के बीच मनाया गया। सुबह 8 बजे से शुरू हुए इस कार्यक्रम में बहनों ने खुले प्रांगण में बंदी भाइयों से मुलाकात कर उन्हें तिलक लगाया, राखी बांधी और मिठाई खिलाई, साथ ही भाइयों ने अपराध जगत् को छोड़कर स्नेह सौहार्द व भाईचारा अपनाने का वचन दिया।

सुबह से ही आई बड़ी संख्या में बहनें कारागार पहुंचीं। त्रिस्तरीय जांच और सघन तलाशी के बाद उन्हें प्रवेश दिया गया। कारागार में निरुद्ध महिला बंदिनियों ने भी एक-दूसरे को राखी बांधकर त्योहार की खुशियां साझा कीं। इस दौरान बाहर से 1322 महिलाएं, 892 बच्चे और 37 पुरुष अपने परिजनों से मिलने पहुंचे।

इस दौरान जेल प्रशासन ने भावनाओं को समझते हुए लगभग 100 गरीब बंदियों के लिए विशेष रूप से राखी और मिठाई की व्यवस्था की, जिनके परिजन मुलाकात के लिए नहीं आ सके, जिस कारण भाई-बहन के इस पवित्र बंधन ने जेल की दीवारों के भीतर भी स्नेह और अपनत्व का वातावरण बना दिया। कार्यक्रम की सफलता में जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य, जेलर कस्तूरी लाल गुप्ता, उप जेलर प्रशांत, कुंदन सिंह, रविप्रकाश, नरेन्द्र समेत पूरे स्टाफ ने सक्रिय भूमिका निभाई।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम

त्योहार के दौरान भीड़ को देखते हुए पुलिस लाइन से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया, जो पूरे दिन मुस्तैदी से तैनात रहा। स्थानीय पुलिस के सहयोग से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए, जिससे कार्यक्रम शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ।

 स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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