Friday, November 21, 2025

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बिन मांगे मोती मिले- दो ट्रेनों में 9 सवारी डिब्बे, 3 डीटीसी बसों की अनुमति और अब हिंडन

उत्तर प्रदेश के मेरठ एवं बागपत जनपदों से होकर गुजरने वाली हिंडन, काली और कृष्णा नदियाँ, जो आज अत्यधिक प्रदूषण की स्थिति से गुजर रही हैं।

बागपत,01 अगस्त 2025 (यूटीएन)। रालोद सांसद डॉ राजकुमार सांगवान अपने दैनिक कार्यक्रमों में संसदीय क्षेत्र की समस्याओं के निराकरण के लिए प्रयासरत रहते हैं। उनका शायद ही कोई दिन ऐसा जाता होगा, जिसमें वे राज्य अथवा केंद्र सरकार के माध्यम से क्षेत्र के लिए कुछ बेहतरी के लिए वैसे ही गुजार देते हों। इस दौरान उन ज्ञापनों, समस्याओं व सुविधाओं की बातें, जो समय समय पर उन्हें बताई जाती हैं, वे तो वरीयता में होती ही हैं,साथ ही जो स्वयं वे देखते हैं, लेकिन जनता मौन रहती है, ऐसे में वे मुखर होकर क्षेत्र के लिए बिन मांगे मोती मिले, की कहावत चरितार्थ करते रहते हैं। डीटीसी बसों का संचलन हो या दो ट्रेनों में 9 कोच बढाए जाने का सफल प्रयास यह सभी सांसद ने बिन मांगे मोती की तर्ज पर क्षेत्र को दिया है और अब इसी क्रम में उन्होंने प्रयास शुरू कर दिए हैं कि, पूरी तरह प्रदूषित हो चुकी हिंडन और कृष्णा नदी का साफ सुथरा जल अविरल धारा लिए फिर एकबार जीवंत हो।

उन्होंने उत्तर प्रदेश के मेरठ एवं बागपत जनपदों से होकर गुजरने वाली हिंडन, काली और कृष्णा नदियाँ, जो आज अत्यधिक प्रदूषण की स्थिति से गुजर रही हैं। कभी यह नदियों, क्षेत्र की जीवन रेखा मानी जाती थीं, किंतु आज इन नदियों में लगातार गिर रहे औद्योगिक अपशिष्ट, सीवेज और रसायनों के कारण इनका जल विपैला हो चुका है। केंद्रीय जलमंत्री सीआर पाटिल से भेंटकर सांसद ने बताया कि, यह नदियां मेरे लोक सभा क्षेत्र से गुजर रही हैं। विभिन्न वैज्ञानिक एवं चिकित्सकीय अध्ययनों से यह प्रमाणित हो चुका है कि इन नदियों के प्रदूषित जल के कारण क्षेत्र में कैंसर जैसी गंभीर एवं घातक बीमारियाँ तेजी से फैल रही हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इससे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं, जिससे नदियों के आसपास इलाकों में गंभीर बीमारियों से बड़े पैमाने पर मृत्यु हो रही हैं।

केंद्रीय मंत्री से सांसद ने आग्रह किया कि, इस विषय को प्राथमिकता दे हुए एक समर्पित विस्तृत कार्ययोजना/परियोजना (डीपीआर) बनाई जाए, जिससे इन नदियों की सफाई करवाकर इनको प्रदूषित होने से बचाया जा सके । वार्तालाप के दौरान श्री पाटिल ने सांसद सांगवान को आश्वस्त किया कि, सकारात्मक प्रयास के सुखद परिणाम देखने को मिलते हैं।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

International

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बिन मांगे मोती मिले- दो ट्रेनों में 9 सवारी डिब्बे, 3 डीटीसी बसों की अनुमति और अब हिंडन

उत्तर प्रदेश के मेरठ एवं बागपत जनपदों से होकर गुजरने वाली हिंडन, काली और कृष्णा नदियाँ, जो आज अत्यधिक प्रदूषण की स्थिति से गुजर रही हैं।

बागपत,01 अगस्त 2025 (यूटीएन)। रालोद सांसद डॉ राजकुमार सांगवान अपने दैनिक कार्यक्रमों में संसदीय क्षेत्र की समस्याओं के निराकरण के लिए प्रयासरत रहते हैं। उनका शायद ही कोई दिन ऐसा जाता होगा, जिसमें वे राज्य अथवा केंद्र सरकार के माध्यम से क्षेत्र के लिए कुछ बेहतरी के लिए वैसे ही गुजार देते हों। इस दौरान उन ज्ञापनों, समस्याओं व सुविधाओं की बातें, जो समय समय पर उन्हें बताई जाती हैं, वे तो वरीयता में होती ही हैं,साथ ही जो स्वयं वे देखते हैं, लेकिन जनता मौन रहती है, ऐसे में वे मुखर होकर क्षेत्र के लिए बिन मांगे मोती मिले, की कहावत चरितार्थ करते रहते हैं। डीटीसी बसों का संचलन हो या दो ट्रेनों में 9 कोच बढाए जाने का सफल प्रयास यह सभी सांसद ने बिन मांगे मोती की तर्ज पर क्षेत्र को दिया है और अब इसी क्रम में उन्होंने प्रयास शुरू कर दिए हैं कि, पूरी तरह प्रदूषित हो चुकी हिंडन और कृष्णा नदी का साफ सुथरा जल अविरल धारा लिए फिर एकबार जीवंत हो।

उन्होंने उत्तर प्रदेश के मेरठ एवं बागपत जनपदों से होकर गुजरने वाली हिंडन, काली और कृष्णा नदियाँ, जो आज अत्यधिक प्रदूषण की स्थिति से गुजर रही हैं। कभी यह नदियों, क्षेत्र की जीवन रेखा मानी जाती थीं, किंतु आज इन नदियों में लगातार गिर रहे औद्योगिक अपशिष्ट, सीवेज और रसायनों के कारण इनका जल विपैला हो चुका है। केंद्रीय जलमंत्री सीआर पाटिल से भेंटकर सांसद ने बताया कि, यह नदियां मेरे लोक सभा क्षेत्र से गुजर रही हैं। विभिन्न वैज्ञानिक एवं चिकित्सकीय अध्ययनों से यह प्रमाणित हो चुका है कि इन नदियों के प्रदूषित जल के कारण क्षेत्र में कैंसर जैसी गंभीर एवं घातक बीमारियाँ तेजी से फैल रही हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इससे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं, जिससे नदियों के आसपास इलाकों में गंभीर बीमारियों से बड़े पैमाने पर मृत्यु हो रही हैं।

केंद्रीय मंत्री से सांसद ने आग्रह किया कि, इस विषय को प्राथमिकता दे हुए एक समर्पित विस्तृत कार्ययोजना/परियोजना (डीपीआर) बनाई जाए, जिससे इन नदियों की सफाई करवाकर इनको प्रदूषित होने से बचाया जा सके । वार्तालाप के दौरान श्री पाटिल ने सांसद सांगवान को आश्वस्त किया कि, सकारात्मक प्रयास के सुखद परिणाम देखने को मिलते हैं।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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