Sunday, June 29, 2025

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विश्व पर्यावरण दिवस पर अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में आयोजित मेरी लाइफ अभियान

वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रीय अभियान “मेरी लाइफ” (पर्यावरण के लिए जीवनशैली) के तहत बड़े उत्साह और संस्थागत प्रतिबद्धता के साथ विश्व पर्यावरण दिवस 2025 मनाया गया।

नई दिल्ली, 05 जून 2025 (यूटीएन)। अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली ने पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रीय अभियान “मेरी लाइफ” (पर्यावरण के लिए जीवनशैली) के तहत बड़े उत्साह और संस्थागत प्रतिबद्धता के साथ विश्व पर्यावरण दिवस 2025 मनाया गया। सभी गतिविधियाँ अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की निदेशक प्रो. (डॉ.) मंजूषा राजगोपाला के मार्गदर्शन में आयोजित की गईं। यह पर्यावरणीय स्थिरता पर राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के संरेखण को भी दर्शाता है। इस वर्ष की थीम, “प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना” सभी पहलों का केंद्र बिंदु रही।
इस समारोह में द्रव्यगुण विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित प्रभावशाली गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल थी, जिसमें एक प्रभावशाली पर्यावरण जागरूकता रैली भी शामिल थी, जिसमें सामूहिक नागरिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देने के लिए पीजी और पीएचडी विद्वानों, संकाय सदस्यों, संस्थागत कर्मचारियों और स्थानीय पुलिस कर्मियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई।  छात्रों द्वारा “प्लास्टिक की दुनिया, प्रकृति का विनाश” शीर्षक से एक आकर्षक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें प्लास्टिक प्रदूषण के खतरों को दर्शाया गया और आयुर्वेदिक ज्ञान को एक स्थायी विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया गया। इस प्रदर्शन ने जनता और स्वास्थ्य सेवा आगंतुकों का ध्यान आकर्षित किया और उनकी सराहना की।
एक बड़े सामूहिक वृक्षारोपण अभियान में, परिसर में 500 से अधिक औषधीय और देशी पौधे लगाए गए और घर-आधारित हर्बल खेती को प्रोत्साहित करने के लिए रोगियों को 200 पौधे वितरित किए गए। इन हरित पहलों को संकाय, विद्वानों और सामुदायिक हितधारकों की उत्साही भागीदारी द्वारा समर्थन दिया गया। 22 मई से 5 जून के बीच, संस्थान ने प्लास्टिक प्रदूषण, स्थायी प्रथाओं और आयुर्वेदिक पारिस्थितिकी पर लक्षित जागरूकता अभियानों के साथ 5,000 से अधिक रोगियों तक सफलतापूर्वक पहुँच बनाई।
छात्रों को प्लास्टिक के प्राकृतिक विकल्पों का प्रस्ताव देने और कल्पना करने के लिए प्रेरित करने के लिए निबंध लेखन प्रतियोगिता और मॉडल बनाने की प्रतियोगिता जैसे शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। 5 जून 2025 को एआईआईए मिनी ऑडिटोरियम में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर एम.एम. राव, डीन पीजी प्रोफेसर योगेश बडवे और द्रव्यगुण विज्ञान विभाग की प्रमुख और एआईआईए में मेरी लाइफ अभियान की नोडल अधिकारी डॉ मीना एस देवगड़े की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में पर्यावरण शपथ, कार्यक्रम से पहले की गतिविधियों का सारांश, प्रतियोगिताओं के लिए पुरस्कार वितरण और गणमान्य व्यक्तियों के व्यावहारिक संबोधन शामिल थे। इस समारोह में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, कर्मचारी और छात्र मौजूद थे, जिन्होंने पर्यावरणीय जिम्मेदारी के संदेश को आगे बढ़ाने में एकीकृत संस्थागत भागीदारी का प्रदर्शन किया। इस समारोह ने पारंपरिक ज्ञान और सामुदायिक जुड़ाव के माध्यम से एक टिकाऊ, हरित और प्लास्टिक मुक्त भारत के लिए राष्ट्रीय आंदोलन के प्रति एआईआईए के समर्पण की पुष्टि की।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

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विश्व पर्यावरण दिवस पर अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में आयोजित मेरी लाइफ अभियान

वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रीय अभियान “मेरी लाइफ” (पर्यावरण के लिए जीवनशैली) के तहत बड़े उत्साह और संस्थागत प्रतिबद्धता के साथ विश्व पर्यावरण दिवस 2025 मनाया गया।

नई दिल्ली, 05 जून 2025 (यूटीएन)। अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली ने पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रीय अभियान “मेरी लाइफ” (पर्यावरण के लिए जीवनशैली) के तहत बड़े उत्साह और संस्थागत प्रतिबद्धता के साथ विश्व पर्यावरण दिवस 2025 मनाया गया। सभी गतिविधियाँ अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की निदेशक प्रो. (डॉ.) मंजूषा राजगोपाला के मार्गदर्शन में आयोजित की गईं। यह पर्यावरणीय स्थिरता पर राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के संरेखण को भी दर्शाता है। इस वर्ष की थीम, “प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना” सभी पहलों का केंद्र बिंदु रही।
इस समारोह में द्रव्यगुण विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित प्रभावशाली गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल थी, जिसमें एक प्रभावशाली पर्यावरण जागरूकता रैली भी शामिल थी, जिसमें सामूहिक नागरिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देने के लिए पीजी और पीएचडी विद्वानों, संकाय सदस्यों, संस्थागत कर्मचारियों और स्थानीय पुलिस कर्मियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई।  छात्रों द्वारा “प्लास्टिक की दुनिया, प्रकृति का विनाश” शीर्षक से एक आकर्षक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें प्लास्टिक प्रदूषण के खतरों को दर्शाया गया और आयुर्वेदिक ज्ञान को एक स्थायी विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया गया। इस प्रदर्शन ने जनता और स्वास्थ्य सेवा आगंतुकों का ध्यान आकर्षित किया और उनकी सराहना की।
एक बड़े सामूहिक वृक्षारोपण अभियान में, परिसर में 500 से अधिक औषधीय और देशी पौधे लगाए गए और घर-आधारित हर्बल खेती को प्रोत्साहित करने के लिए रोगियों को 200 पौधे वितरित किए गए। इन हरित पहलों को संकाय, विद्वानों और सामुदायिक हितधारकों की उत्साही भागीदारी द्वारा समर्थन दिया गया। 22 मई से 5 जून के बीच, संस्थान ने प्लास्टिक प्रदूषण, स्थायी प्रथाओं और आयुर्वेदिक पारिस्थितिकी पर लक्षित जागरूकता अभियानों के साथ 5,000 से अधिक रोगियों तक सफलतापूर्वक पहुँच बनाई।
छात्रों को प्लास्टिक के प्राकृतिक विकल्पों का प्रस्ताव देने और कल्पना करने के लिए प्रेरित करने के लिए निबंध लेखन प्रतियोगिता और मॉडल बनाने की प्रतियोगिता जैसे शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। 5 जून 2025 को एआईआईए मिनी ऑडिटोरियम में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर एम.एम. राव, डीन पीजी प्रोफेसर योगेश बडवे और द्रव्यगुण विज्ञान विभाग की प्रमुख और एआईआईए में मेरी लाइफ अभियान की नोडल अधिकारी डॉ मीना एस देवगड़े की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में पर्यावरण शपथ, कार्यक्रम से पहले की गतिविधियों का सारांश, प्रतियोगिताओं के लिए पुरस्कार वितरण और गणमान्य व्यक्तियों के व्यावहारिक संबोधन शामिल थे। इस समारोह में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, कर्मचारी और छात्र मौजूद थे, जिन्होंने पर्यावरणीय जिम्मेदारी के संदेश को आगे बढ़ाने में एकीकृत संस्थागत भागीदारी का प्रदर्शन किया। इस समारोह ने पारंपरिक ज्ञान और सामुदायिक जुड़ाव के माध्यम से एक टिकाऊ, हरित और प्लास्टिक मुक्त भारत के लिए राष्ट्रीय आंदोलन के प्रति एआईआईए के समर्पण की पुष्टि की।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

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