Sunday, June 29, 2025

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ऑपरेशन सिंदूर पर संसद के विशेष सत्र बुलाने के लिए 16 दलों ने लिखा पीएम मोदी को पत्र

‘‘जब अमेरिका ने संघर्षविराम की घोषणा की, तो हमने मांग की कि संसद का एक विशेष सत्र बुलाया जाए ताकि सभी दल हमारे सशस्त्र बलों को धन्यवाद दे सकें तथा सरकार बिंदुवार अपनी बात रखे।

नई दिल्ली, 05 जून 2025 (यूटीएन)। विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के 16 घटक दलों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से संबंधित हालात पर पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा), तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना (उबाठा) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं ने यहां बैठक के बाद इस बारे में जानकारी दी। कांग्रेस, सपा, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, शिवसेना (उबाठा) राजद, नेशनल कांफ्रेंस, माकपा, आईयूएमएल, भाकपा, आरएसपी, झामुमो, भाकपा (माले) लिबरेशन) और कुछ अन्य दलों के नेताओं ने इस पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
बैठक के बाद कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इंडिया गठबंधन के 16 राजनीतिक दलों ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए। पहलगाम आतंकवादी हमले तथा भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष के दौरान, सभी विपक्षी दल हमारे सशस्त्र बलों और भारत सरकार के समर्थन में खड़े थे।
उन्होंने कहा, ‘‘जब अमेरिका ने संघर्षविराम की घोषणा की, तो हमने मांग की कि संसद का एक विशेष सत्र बुलाया जाए ताकि सभी दल हमारे सशस्त्र बलों को धन्यवाद दे सकें तथा सरकार बिंदुवार अपनी बात रखे।
हुड्डा ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले से लेकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और अमेरिका द्वारा संघर्ष विराम का ऐलान किए जाने तक पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। उनका कहना था, ‘‘हमें आतंकवाद को कैसे खत्म किया जाए और अपनी आगे की रणनीति पर भी संसद में चर्चा करनी चाहिए। अब जब भारत सरकार दुनिया के सामने अपने विचार रख रही है तो मुझे लगता है कि सरकार को संसद में भी ऐसा ही करना चाहिए।
*विपक्ष की मांग पर सरकार गंभीर नहीं*
सूत्रों के अनुसार, विपक्ष की इस मांग को लेकर खुद विपक्षी खेमे में भी एकराय नहीं है, और सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है. बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद चलाया गया एक महत्वपूर्ण सैन्य अभियान है, जिसे लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक पहलुओं पर बहस की मांग की जा रही है. फिलहाल सरकार का रुख स्पष्ट है कि इस विषय पर चर्चा मानसून सत्र में हो सकती है, लेकिन इसके लिए विशेष सत्र बुलाने की आवश्यकता नहीं है. विपक्ष चाहता है कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए जिसमें पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर और इसके बाद की सैन्य कार्रवाई, साथ ही पुंछ, राजौरी, उरी और कुपवाड़ा में नागरिक क्षेत्रों पर तोपबारी और गोलेबारी, संघर्षविराम और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाए.
 *इंडिया गठबंधन में फूट*
विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में फूट पड़ गई है. दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर पर संसद का विशेष सत्र बुलाने के लिए मंगलवार को बैठक हुई. दिलचस्प है कि इस पत्र पर अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप और शरद पवार की पार्टी एनसीपी-एसपी के प्रतिनिधि ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं. इसको लेकर जब सवाल किया गया तो शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि सुप्रिया सुले (शरद पवार की बेटी) ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार के प्रतिनिधिमंडल में विदेश गई हुई हैं. वो मुंबई जाएंगे और शरद पवार से मुलाकात करेंगे.
*आप अलग से प्रधानमंत्री को चिट्ठी भेजेगी*
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्षी पार्टियां सरकार से संसद के विशेष सत्र की मांग कर रही है. इस बीच इंडिया गठबंधन में दरार देखने को मिल रही है. कांग्रेस से नाराज अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने कांग्रेस से जुड़े गठबंधन में साथ आने के लिए मना किया है.
आम आदमी पार्टी विशेष सत्र की मांग वाली एक अलग चिट्ठी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजेगी. आम आदमी पार्टी सिर्फ उसी गठबंधन से जुड़ना चाहती है जिसमें कांग्रेस शामिल ना हो.
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

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ऑपरेशन सिंदूर पर संसद के विशेष सत्र बुलाने के लिए 16 दलों ने लिखा पीएम मोदी को पत्र

‘‘जब अमेरिका ने संघर्षविराम की घोषणा की, तो हमने मांग की कि संसद का एक विशेष सत्र बुलाया जाए ताकि सभी दल हमारे सशस्त्र बलों को धन्यवाद दे सकें तथा सरकार बिंदुवार अपनी बात रखे।

नई दिल्ली, 05 जून 2025 (यूटीएन)। विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के 16 घटक दलों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से संबंधित हालात पर पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा), तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना (उबाठा) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं ने यहां बैठक के बाद इस बारे में जानकारी दी। कांग्रेस, सपा, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, शिवसेना (उबाठा) राजद, नेशनल कांफ्रेंस, माकपा, आईयूएमएल, भाकपा, आरएसपी, झामुमो, भाकपा (माले) लिबरेशन) और कुछ अन्य दलों के नेताओं ने इस पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
बैठक के बाद कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इंडिया गठबंधन के 16 राजनीतिक दलों ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए। पहलगाम आतंकवादी हमले तथा भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष के दौरान, सभी विपक्षी दल हमारे सशस्त्र बलों और भारत सरकार के समर्थन में खड़े थे।
उन्होंने कहा, ‘‘जब अमेरिका ने संघर्षविराम की घोषणा की, तो हमने मांग की कि संसद का एक विशेष सत्र बुलाया जाए ताकि सभी दल हमारे सशस्त्र बलों को धन्यवाद दे सकें तथा सरकार बिंदुवार अपनी बात रखे।
हुड्डा ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले से लेकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और अमेरिका द्वारा संघर्ष विराम का ऐलान किए जाने तक पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। उनका कहना था, ‘‘हमें आतंकवाद को कैसे खत्म किया जाए और अपनी आगे की रणनीति पर भी संसद में चर्चा करनी चाहिए। अब जब भारत सरकार दुनिया के सामने अपने विचार रख रही है तो मुझे लगता है कि सरकार को संसद में भी ऐसा ही करना चाहिए।
*विपक्ष की मांग पर सरकार गंभीर नहीं*
सूत्रों के अनुसार, विपक्ष की इस मांग को लेकर खुद विपक्षी खेमे में भी एकराय नहीं है, और सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है. बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद चलाया गया एक महत्वपूर्ण सैन्य अभियान है, जिसे लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक पहलुओं पर बहस की मांग की जा रही है. फिलहाल सरकार का रुख स्पष्ट है कि इस विषय पर चर्चा मानसून सत्र में हो सकती है, लेकिन इसके लिए विशेष सत्र बुलाने की आवश्यकता नहीं है. विपक्ष चाहता है कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए जिसमें पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर और इसके बाद की सैन्य कार्रवाई, साथ ही पुंछ, राजौरी, उरी और कुपवाड़ा में नागरिक क्षेत्रों पर तोपबारी और गोलेबारी, संघर्षविराम और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाए.
 *इंडिया गठबंधन में फूट*
विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में फूट पड़ गई है. दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर पर संसद का विशेष सत्र बुलाने के लिए मंगलवार को बैठक हुई. दिलचस्प है कि इस पत्र पर अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप और शरद पवार की पार्टी एनसीपी-एसपी के प्रतिनिधि ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं. इसको लेकर जब सवाल किया गया तो शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि सुप्रिया सुले (शरद पवार की बेटी) ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार के प्रतिनिधिमंडल में विदेश गई हुई हैं. वो मुंबई जाएंगे और शरद पवार से मुलाकात करेंगे.
*आप अलग से प्रधानमंत्री को चिट्ठी भेजेगी*
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्षी पार्टियां सरकार से संसद के विशेष सत्र की मांग कर रही है. इस बीच इंडिया गठबंधन में दरार देखने को मिल रही है. कांग्रेस से नाराज अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने कांग्रेस से जुड़े गठबंधन में साथ आने के लिए मना किया है.
आम आदमी पार्टी विशेष सत्र की मांग वाली एक अलग चिट्ठी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजेगी. आम आदमी पार्टी सिर्फ उसी गठबंधन से जुड़ना चाहती है जिसमें कांग्रेस शामिल ना हो.
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

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