नई दिल्ली, 14 सितम्बर 2025 (यूटीएन)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को कहा कि देश की महिलाएं अपने नेतृत्व और दृष्टिकोण से ‘विकसित भारत’ के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने यह बात संसद और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की विधानसभाओं में महिला सशक्तिकरण समिति के राष्ट्रीय सम्मेलन में कही।
इस दौरान ओम बिरला ने कहा कि महिलाएं आज देश के विकास में नई सोच के साथ योगदान दे रही हैं और लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत कर रही हैं।
*संविधान निर्माण में महिलाओं की भूमिका पर जोर*
ओम बिरला ने आगे संविधान निर्माण में भी महिलाओं की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संविधान सभा में करीब 15 महिला सदस्य थीं, जिन्होंने संविधान को आकार देने में अहम योगदान दिया। उन्होंने यह भी बताया कि दुनिया के कई देशों के विपरीत, भारत ने शुरुआत से ही महिलाओं को वोट देने, समानता और न्याय का अधिकार दिया।
इसके साथ ही बिरला ने यह भी कहा कि आज महिलाएं वित्त, तकनीक और खेल जैसे क्षेत्रों में देश का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने यह भी गर्व के साथ कहा कि आज देश की राष्ट्रपति एक आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू हैं, जो महिला सशक्तिकरण का प्रतीक हैं।
*क्या है ‘विकसित भारत 2047?*
बता दें कि केंद्र सरकार के अनुसार, ‘विकसित भारत 2047’ का लक्ष्य स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने तक भारत को एक विकसित देश बनाना है। इसमें आर्थिक समृद्धि, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय संतुलन और अच्छी शासन व्यवस्था को शामिल किया गया है। इसके तहत सरकार ने युवाओं के सुझाव के लिए एक पहल की भी शुरुआत की है। सरकार ने MyGov.in पर ‘विकसित भारत 2047 के लिए सुझाव’ नाम से एक वेबपेज लॉन्च किया है, जहां युवा अपनी रचनात्मक राय दे सकते हैं।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।