Sunday, June 29, 2025

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सिर्फ मिशन नहीं, बदलते भारत की पहचान है ऑपरेशन सिंदूर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

समझौते के साथ ही इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ हेल्थ इंटरवेंशन्स के तहत एक डे डेडिकेटेड ट्रेडिशनल मेडिसिन मॉड्यूल पर काम शुरू हो गया है. इस पहल से, आयुष को पूरी दुनिया में वैज्ञानिक तरीके से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी.

नई दिल्ली, 25 मई 2025 (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात’ में कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि यह बदलते भारत की तस्वीर है. उन्होंने इसे भारत के संकल्प, साहस और वैश्विक मंच पर बढ़ती ताकत का प्रतीक बताया. मोदी ने जोर देकर कहा कि आज पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है और उसे जड़ से खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित है. उनका यह संदेश देश की सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और राष्ट्रीय चेतना की दिशा में एक नए युग की शुरुआत का संकेत माना जा रहा है.
रविवार को अपने पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत की वैश्विक छवि और बढ़ती सैन्य ताकत का प्रतीक बताया. उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं, बल्कि नए भारत के संकल्प, साहस और आत्मविश्वास की तस्वीर है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ यह कार्रवाई दुनिया के लिए संदेश है कि भारत अब हर चुनौती का जवाब देने में सक्षम है. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने न सिर्फ सुरक्षा बलों की बहादुरी को दिखाया, बल्कि यह भी साबित किया कि भारत आत्मनिर्भर सैन्य शक्ति बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है.
प्रधानमंत्री ने यह भी साझा किया कि ऑपरेशन के बाद देशभर में देशभक्ति की लहर दौड़ गई. बच्चों ने चित्र बनाए, युवाओं ने कविताएं लिखीं, और कई शहरों में तिरंगा यात्राएं निकाली गईं. कुछ परिवारों ने अपने नवजात शिशुओं का नाम भी ‘सिंदूर’ रख दिया, जो देश की भावना को दर्शाता है.
*हमारे इंजीनियर, हमारे टेक्नीशियन हर किसी का पसीना इस विजय में शामिल‘*
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे जवानों ने आतंक के अड्डों को तबाह किया, यह उनका अदम्य साहस था और उसमें शामिल थी, भारत में बने हथियारों, उपकरणों और तकनीक की ताकत। उसमें ‘आत्मनिर्भर भारत’ का संकल्प भी था। हमारे इंजीनियर, हमारे टेक्नीशियन हर किसी का पसीना इस विजय में शामिल है।
*फिट इंडिया ही स्ट्रॉन्ग इंडिया की नींव*
उन्होंने योग और स्वस्थ जीवन पर जोर देते हुए कहा कि ‘फिट इंडिया ही स्ट्रॉन्ग इंडिया’ की नींव है. इसके अलावा भी स्वास्थ्य जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि योग दिवस के साथ-साथ आयुर्वेद के क्षेत्र में भी कुछ ऐसा हुआ है, जिसके बारे में जानकर आपको बहुत खुशी होगी. कल ही यानी 24 मई को डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक और मेरे मित्र तुलसी भाई की मौजूदगी में एक एमओयू साइन किया गया है. इस समझौते के साथ ही इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ हेल्थ इंटरवेंशन्स के तहत एक डे डेडिकेटेड ट्रेडिशनल मेडिसिन मॉड्यूल पर काम शुरू हो गया है. इस पहल से, आयुष को पूरी दुनिया में वैज्ञानिक तरीके से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी.
*अब स्कूलों में ‘शुगर बोर्ड’ भी लगाया जा रहा*
स्कूलों में हो रहे विकास के बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”आपने स्कूलों में ब्लैकबोर्ड तो देखा होगा, लेकिन अब कुछ स्कूलों में ‘शुगर बोर्ड’ भी लगाया जा रहा है. सीबीएसई की इस अनोखी पहल का उद्देश्य है, बच्चों को उनके शुगर इनटेक के प्रति जागरूक करना है. इसके तहत, कितनी चीनी लेनी चाहिए, और कितनी चीनी खाई जा रही है, ये जानकर बच्चे खुद से ही हेल्दी विकल्प चुनने लगे हैं.
यह एक अनोखा प्रयास है और इसका असर भी बड़ा सकारात्मक होगा. बचपन से ही स्वस्थ जीवनशैली की आदतें डालने में यह काफी मददगार साबित हो सकता है. कई अभिभावकों ने इसे सराहा है और मेरा मानना है, ऐसी पहल दफ्तरों, कैन्टीनों और संस्थानों में भी होनी चाहिए. आखिरकार, सेहत है तो सब कुछ है.
*पांच वर्षों में गुजरात के गिर में बढ़ी शेरों की संख्या*
पीएम मोदी ने इस दौरान देशवासियों को गुजरात के गिर में शेरों की संख्या में आई बढ़ोतरी की सुखद खबर सुनाई। पीएम मोदी ने कहा, ‘शेरों से जुड़ी एक बड़ी अच्छी खबर आपको बताना चाहता हूं। पिछले केवल पांच वर्षों में गुजरात के गिर में शेरों की आबादी 674 से बढ़कर 891 हो गई है। शेर जनगणना के बाद सामने आई शेरों की यह संख्या बहुत उत्साहित करने वाली है। आप में से बहुत से लोग यह जानना चाह रहे होंगे कि आखिर यह एनिमल जनगणना होती कैसे है। यह एक्सरसाइज बहुत ही चुनौतीपूर्ण है।’ पीएम मोदी आगे कहा, ‘आपको यह जानकर हैरानी होगी कि शेरों की जनगणना 11 जिलों में, 35 हजार वर्ग किलोमीटर के दायरे में की गई थी। जनगणना के लिए टीमों ने राउंड द क्लॉक यानी चौबीसों घंटे इन क्षेत्रों की निगरानी की।
इस पूरे अभियान में वेरिफिकेशन और क्रॉस वेरिफिकेशन दोनों किए गए। इससे पूरी बारीकी से शेरों की गिनती का काम पूरा हो सका। पीएम मोदी ने कहा कि एशियाई शेर की आबादी में बढ़ोतरी यह दिखाती है कि जब समाज में स्वामित्व का भाव मजबूत होता है, तो कैसे शानदार नतीजे आते हैं।
*बिहार में खेलो इंडिया के आयोजन की तारीफ की*
पीएम मोदी ने कहा कि साथियों, बीते दिनों खेलों इंडिया गेम्स की बड़ी धूम रही। ‘खेलों इंडिया’ के दौरान बिहार के पांच शहरों ने मेजबानी की थी। वहां अलग-अलग कैटेगरी के मैच हुए थे। पूरे भारत से वहां पहुंचे एथलीटों की संख्या पांच हजार से भी ज्यादा थी। इन एथलीटों ने बिहार की खेल भावना की, बिहार के लोगों से मिली आत्मीयता की बड़ी तारीफ की है। पीएम ने कहा कि बिहार की धरती ने इस आयोजन को और भी खास बनाया। यह पहला मौका था, जब खेलों इंडिया यूथ गेम्स को ओलंपिक चैनल के माध्यम से दुनियाभर में प्रसारित किया गया। विश्व ने भारत के युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा को देखा और सराहा। इस आयोजन में महाराष्ट्र, हरियाणा और राजस्थान शीर्ष तीन विजेताओं में रहे, जिन्हें पीएम ने विशेष रूप से बधाई दी।
खेलों इंडिया में इस बार कुल 26 रिकॉर्ड बने, जो भारतीय खेलों के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है। वेटलिफ्टिंग में महाराष्ट्र की अस्मिता धोने, ओडिशा के हर्षवर्धन साहू और उत्तर प्रदेश के तुषार चौधरी ने शानदार प्रदर्शन कर सभी का ध्यान खींचा। वहीं, महाराष्ट्र के साईराज परदेशी ने तो तीन रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रच दिया। एथलेटिक्स में उत्तर प्रदेश के कादिर खान और शेख जीशान तथा राजस्थान के हंसराज ने भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। बिहार ने भी 36 पदक जीतकर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की।
मोदी ने कहा कि जो खेलता है, वही खिलता है। युवा प्रतिभाओं के लिए ऐसे टूर्नामेंट बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये आयोजन न केवल खिलाड़ियों को मंच प्रदान करते हैं, बल्कि भारतीय खेलों के भविष्य को भी संवारते हैं।
*पीएम मोदी ने सुनाई ‘काटेझरी’ की कहानी*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के काटेझरी गांव की कहानी साझा की, जहां आजादी के 77 साल बाद पहली बार बस पहुंची। माओवादी हिंसा के कारण पहले यह संभव नहीं था। अब हालात सामान्य हो रहे हैं और बुनियादी सुविधाएं पहुंचने लगी हैं। पीएम मोदी ने कहा, ” मैं आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताना चाहता हूं, जहां पहली बार एक बस पहुंची। जब गांव में पहली बार बस पहुंची तो लोगों ने ढोल-नगाड़े बजाकर उसका स्वागत किया। बस को देखकर लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं था। गांव में पक्की सड़क थी, लोगों को जरूरत थी, लेकिन पहले कभी यहां बस नहीं चल पाई थी। क्योंकि ये गांव माओवादी हिंसा से प्रभावित था।
उन्होंने आगे कहा, ” यह जगह है महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में, और इस गांव का नाम है, काटेझरी। काटेझरी में आए इस परिवर्तन को आसपास के पूरे क्षेत्र में महसूस किया जा रहा है। अब यहां हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। माओवाद के खिलाफ सामूहिक लड़ाई से अब ऐसे क्षेत्रों तक भी बुनियादी सुविधाएं पहुंचने लगी है। गांव के लोगों का कहना है कि बस के आने से उन लोगों का जीवन बहुत आसान हो जाएगा।
बता दें कि केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र में माओवाद को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इस गांव में 20 मई को बस सेवा शुरू हुई, जिससे ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई। केंद्र सरकार ने माओवाद प्रभावित क्षेत्रों, विशेष रूप से छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बिहार, और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ ), छत्तीसगढ़ पुलिस, और अन्य विशेष बलों ने संयुक्त अभियान चलाए हैं।
*माओवाद प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों में साइंस का पैशन*
पीएम ने कहा, छत्तीसगढ़ के बस्तर और माओवाद प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों में साइंस का पैशन है। वो स्पोर्ट्स में भी कमाल कर रहे हैं। ऐसे प्रयासों से पता चलता है कि इन इलाकों में रहने वाले लोग कितने साहसी होते हैं। इन लोगों ने तमाम चुनौतियों के बीच अपने जीवन को बेहतर बनाने की राह चुनी है।
पीएम ने दंतेवाड़ा के 10वीं-12वीं नतीजों को लेकर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “मुझे यह जानकार भी बहुत खुशी हुई कि 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में दंतेवाड़ा जिले के नतीजे बहुत शानदार रहे हैं। करीब 95% Result के साथ ये जिला 10वीं के नतीजों में टॉप पर रहा। वहीं 12 वीं की परीक्षा में इस जिले ने छत्तीसगढ़ में छठा स्थान हासिल किया।
*पीएम मोदी ने मन की बात में की ये 10 बड़ी बातें*
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ सैन्य मिशन नहीं, बल्कि बदलते भारत की ताकत की झलक है.
पूरे देश में आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और गुस्से की लहर है.
यह ऑपरेशन वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत की निर्णायक भूमिका को दिखाता है.
भारतीय सेना के सटीक और असाधारण हमले देश की सैन्य शक्ति का प्रमाण हैं.
ऑपरेशन के बाद सोशल मीडिया पर देशभक्ति की कविताएं, चित्र और तिरंगा यात्राएं शुरू हुईं.
कई बच्चों का नाम ‘सिंदूर’ रखा गया, जो देश के गर्व और गर्जना का प्रतीक है.
ऑपरेशन की सफलता भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं की ताकत से संभव हुई.
‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को मिली नई ऊर्जा और आत्मनिर्भर भारत की भावना को मजबूती.
इंजीनियरों, तकनीशियनों और सामान्य नागरिकों के योगदान की प्रधानमंत्री ने सराहना की.
बीकानेर और अन्य शहरों में बच्चों की चित्रकारी, कविताएं और समाज की जागरूकता, देशभक्ति का उदाहरण बनी.
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

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सिर्फ मिशन नहीं, बदलते भारत की पहचान है ऑपरेशन सिंदूर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

समझौते के साथ ही इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ हेल्थ इंटरवेंशन्स के तहत एक डे डेडिकेटेड ट्रेडिशनल मेडिसिन मॉड्यूल पर काम शुरू हो गया है. इस पहल से, आयुष को पूरी दुनिया में वैज्ञानिक तरीके से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी.

नई दिल्ली, 25 मई 2025 (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात’ में कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि यह बदलते भारत की तस्वीर है. उन्होंने इसे भारत के संकल्प, साहस और वैश्विक मंच पर बढ़ती ताकत का प्रतीक बताया. मोदी ने जोर देकर कहा कि आज पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है और उसे जड़ से खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित है. उनका यह संदेश देश की सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और राष्ट्रीय चेतना की दिशा में एक नए युग की शुरुआत का संकेत माना जा रहा है.
रविवार को अपने पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत की वैश्विक छवि और बढ़ती सैन्य ताकत का प्रतीक बताया. उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं, बल्कि नए भारत के संकल्प, साहस और आत्मविश्वास की तस्वीर है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ यह कार्रवाई दुनिया के लिए संदेश है कि भारत अब हर चुनौती का जवाब देने में सक्षम है. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने न सिर्फ सुरक्षा बलों की बहादुरी को दिखाया, बल्कि यह भी साबित किया कि भारत आत्मनिर्भर सैन्य शक्ति बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है.
प्रधानमंत्री ने यह भी साझा किया कि ऑपरेशन के बाद देशभर में देशभक्ति की लहर दौड़ गई. बच्चों ने चित्र बनाए, युवाओं ने कविताएं लिखीं, और कई शहरों में तिरंगा यात्राएं निकाली गईं. कुछ परिवारों ने अपने नवजात शिशुओं का नाम भी ‘सिंदूर’ रख दिया, जो देश की भावना को दर्शाता है.
*हमारे इंजीनियर, हमारे टेक्नीशियन हर किसी का पसीना इस विजय में शामिल‘*
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे जवानों ने आतंक के अड्डों को तबाह किया, यह उनका अदम्य साहस था और उसमें शामिल थी, भारत में बने हथियारों, उपकरणों और तकनीक की ताकत। उसमें ‘आत्मनिर्भर भारत’ का संकल्प भी था। हमारे इंजीनियर, हमारे टेक्नीशियन हर किसी का पसीना इस विजय में शामिल है।
*फिट इंडिया ही स्ट्रॉन्ग इंडिया की नींव*
उन्होंने योग और स्वस्थ जीवन पर जोर देते हुए कहा कि ‘फिट इंडिया ही स्ट्रॉन्ग इंडिया’ की नींव है. इसके अलावा भी स्वास्थ्य जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि योग दिवस के साथ-साथ आयुर्वेद के क्षेत्र में भी कुछ ऐसा हुआ है, जिसके बारे में जानकर आपको बहुत खुशी होगी. कल ही यानी 24 मई को डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक और मेरे मित्र तुलसी भाई की मौजूदगी में एक एमओयू साइन किया गया है. इस समझौते के साथ ही इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ हेल्थ इंटरवेंशन्स के तहत एक डे डेडिकेटेड ट्रेडिशनल मेडिसिन मॉड्यूल पर काम शुरू हो गया है. इस पहल से, आयुष को पूरी दुनिया में वैज्ञानिक तरीके से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी.
*अब स्कूलों में ‘शुगर बोर्ड’ भी लगाया जा रहा*
स्कूलों में हो रहे विकास के बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”आपने स्कूलों में ब्लैकबोर्ड तो देखा होगा, लेकिन अब कुछ स्कूलों में ‘शुगर बोर्ड’ भी लगाया जा रहा है. सीबीएसई की इस अनोखी पहल का उद्देश्य है, बच्चों को उनके शुगर इनटेक के प्रति जागरूक करना है. इसके तहत, कितनी चीनी लेनी चाहिए, और कितनी चीनी खाई जा रही है, ये जानकर बच्चे खुद से ही हेल्दी विकल्प चुनने लगे हैं.
यह एक अनोखा प्रयास है और इसका असर भी बड़ा सकारात्मक होगा. बचपन से ही स्वस्थ जीवनशैली की आदतें डालने में यह काफी मददगार साबित हो सकता है. कई अभिभावकों ने इसे सराहा है और मेरा मानना है, ऐसी पहल दफ्तरों, कैन्टीनों और संस्थानों में भी होनी चाहिए. आखिरकार, सेहत है तो सब कुछ है.
*पांच वर्षों में गुजरात के गिर में बढ़ी शेरों की संख्या*
पीएम मोदी ने इस दौरान देशवासियों को गुजरात के गिर में शेरों की संख्या में आई बढ़ोतरी की सुखद खबर सुनाई। पीएम मोदी ने कहा, ‘शेरों से जुड़ी एक बड़ी अच्छी खबर आपको बताना चाहता हूं। पिछले केवल पांच वर्षों में गुजरात के गिर में शेरों की आबादी 674 से बढ़कर 891 हो गई है। शेर जनगणना के बाद सामने आई शेरों की यह संख्या बहुत उत्साहित करने वाली है। आप में से बहुत से लोग यह जानना चाह रहे होंगे कि आखिर यह एनिमल जनगणना होती कैसे है। यह एक्सरसाइज बहुत ही चुनौतीपूर्ण है।’ पीएम मोदी आगे कहा, ‘आपको यह जानकर हैरानी होगी कि शेरों की जनगणना 11 जिलों में, 35 हजार वर्ग किलोमीटर के दायरे में की गई थी। जनगणना के लिए टीमों ने राउंड द क्लॉक यानी चौबीसों घंटे इन क्षेत्रों की निगरानी की।
इस पूरे अभियान में वेरिफिकेशन और क्रॉस वेरिफिकेशन दोनों किए गए। इससे पूरी बारीकी से शेरों की गिनती का काम पूरा हो सका। पीएम मोदी ने कहा कि एशियाई शेर की आबादी में बढ़ोतरी यह दिखाती है कि जब समाज में स्वामित्व का भाव मजबूत होता है, तो कैसे शानदार नतीजे आते हैं।
*बिहार में खेलो इंडिया के आयोजन की तारीफ की*
पीएम मोदी ने कहा कि साथियों, बीते दिनों खेलों इंडिया गेम्स की बड़ी धूम रही। ‘खेलों इंडिया’ के दौरान बिहार के पांच शहरों ने मेजबानी की थी। वहां अलग-अलग कैटेगरी के मैच हुए थे। पूरे भारत से वहां पहुंचे एथलीटों की संख्या पांच हजार से भी ज्यादा थी। इन एथलीटों ने बिहार की खेल भावना की, बिहार के लोगों से मिली आत्मीयता की बड़ी तारीफ की है। पीएम ने कहा कि बिहार की धरती ने इस आयोजन को और भी खास बनाया। यह पहला मौका था, जब खेलों इंडिया यूथ गेम्स को ओलंपिक चैनल के माध्यम से दुनियाभर में प्रसारित किया गया। विश्व ने भारत के युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा को देखा और सराहा। इस आयोजन में महाराष्ट्र, हरियाणा और राजस्थान शीर्ष तीन विजेताओं में रहे, जिन्हें पीएम ने विशेष रूप से बधाई दी।
खेलों इंडिया में इस बार कुल 26 रिकॉर्ड बने, जो भारतीय खेलों के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है। वेटलिफ्टिंग में महाराष्ट्र की अस्मिता धोने, ओडिशा के हर्षवर्धन साहू और उत्तर प्रदेश के तुषार चौधरी ने शानदार प्रदर्शन कर सभी का ध्यान खींचा। वहीं, महाराष्ट्र के साईराज परदेशी ने तो तीन रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रच दिया। एथलेटिक्स में उत्तर प्रदेश के कादिर खान और शेख जीशान तथा राजस्थान के हंसराज ने भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। बिहार ने भी 36 पदक जीतकर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की।
मोदी ने कहा कि जो खेलता है, वही खिलता है। युवा प्रतिभाओं के लिए ऐसे टूर्नामेंट बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये आयोजन न केवल खिलाड़ियों को मंच प्रदान करते हैं, बल्कि भारतीय खेलों के भविष्य को भी संवारते हैं।
*पीएम मोदी ने सुनाई ‘काटेझरी’ की कहानी*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के काटेझरी गांव की कहानी साझा की, जहां आजादी के 77 साल बाद पहली बार बस पहुंची। माओवादी हिंसा के कारण पहले यह संभव नहीं था। अब हालात सामान्य हो रहे हैं और बुनियादी सुविधाएं पहुंचने लगी हैं। पीएम मोदी ने कहा, ” मैं आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताना चाहता हूं, जहां पहली बार एक बस पहुंची। जब गांव में पहली बार बस पहुंची तो लोगों ने ढोल-नगाड़े बजाकर उसका स्वागत किया। बस को देखकर लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं था। गांव में पक्की सड़क थी, लोगों को जरूरत थी, लेकिन पहले कभी यहां बस नहीं चल पाई थी। क्योंकि ये गांव माओवादी हिंसा से प्रभावित था।
उन्होंने आगे कहा, ” यह जगह है महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में, और इस गांव का नाम है, काटेझरी। काटेझरी में आए इस परिवर्तन को आसपास के पूरे क्षेत्र में महसूस किया जा रहा है। अब यहां हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। माओवाद के खिलाफ सामूहिक लड़ाई से अब ऐसे क्षेत्रों तक भी बुनियादी सुविधाएं पहुंचने लगी है। गांव के लोगों का कहना है कि बस के आने से उन लोगों का जीवन बहुत आसान हो जाएगा।
बता दें कि केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र में माओवाद को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इस गांव में 20 मई को बस सेवा शुरू हुई, जिससे ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई। केंद्र सरकार ने माओवाद प्रभावित क्षेत्रों, विशेष रूप से छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बिहार, और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ ), छत्तीसगढ़ पुलिस, और अन्य विशेष बलों ने संयुक्त अभियान चलाए हैं।
*माओवाद प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों में साइंस का पैशन*
पीएम ने कहा, छत्तीसगढ़ के बस्तर और माओवाद प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों में साइंस का पैशन है। वो स्पोर्ट्स में भी कमाल कर रहे हैं। ऐसे प्रयासों से पता चलता है कि इन इलाकों में रहने वाले लोग कितने साहसी होते हैं। इन लोगों ने तमाम चुनौतियों के बीच अपने जीवन को बेहतर बनाने की राह चुनी है।
पीएम ने दंतेवाड़ा के 10वीं-12वीं नतीजों को लेकर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “मुझे यह जानकार भी बहुत खुशी हुई कि 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में दंतेवाड़ा जिले के नतीजे बहुत शानदार रहे हैं। करीब 95% Result के साथ ये जिला 10वीं के नतीजों में टॉप पर रहा। वहीं 12 वीं की परीक्षा में इस जिले ने छत्तीसगढ़ में छठा स्थान हासिल किया।
*पीएम मोदी ने मन की बात में की ये 10 बड़ी बातें*
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ सैन्य मिशन नहीं, बल्कि बदलते भारत की ताकत की झलक है.
पूरे देश में आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और गुस्से की लहर है.
यह ऑपरेशन वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत की निर्णायक भूमिका को दिखाता है.
भारतीय सेना के सटीक और असाधारण हमले देश की सैन्य शक्ति का प्रमाण हैं.
ऑपरेशन के बाद सोशल मीडिया पर देशभक्ति की कविताएं, चित्र और तिरंगा यात्राएं शुरू हुईं.
कई बच्चों का नाम ‘सिंदूर’ रखा गया, जो देश के गर्व और गर्जना का प्रतीक है.
ऑपरेशन की सफलता भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं की ताकत से संभव हुई.
‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को मिली नई ऊर्जा और आत्मनिर्भर भारत की भावना को मजबूती.
इंजीनियरों, तकनीशियनों और सामान्य नागरिकों के योगदान की प्रधानमंत्री ने सराहना की.
बीकानेर और अन्य शहरों में बच्चों की चित्रकारी, कविताएं और समाज की जागरूकता, देशभक्ति का उदाहरण बनी.
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