नई दिल्ली, 28 मई 2023 (यूटीएन)। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के कद्दावर नेता सचिन पायलट के बीच चल रहे घमासान का अब अंत होता नजर आ रहा है. इसके लिए कांग्रेस के आलाकमान ने भी कमर कस ली है. राजस्थान कांग्रेस में चल रही अंदरूनी खींचतान बढ़ती ही जा रही है. हालांकि, अब माना जा रहा है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहे झगड़े पर विराम लग सकता है. कांग्रेस आलाकमान अगले हफ्ते अपनी बैठक के दौरान राजस्थान कांग्रेस में युद्धरत गुटों के बीच शांति कायम करने की कोशिश कर सकते हैं.
सूत्रों के मुताबिक, खरगे इस चुनावी साल में राजस्थान में दोनों नेताओं के बीच शांति कायम करने के लिए कांग्रेस नेता सचिन पायलट से भी मुलाकात करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष राजस्थान में चल रही राजनीतिक उठापटक के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा, तीनों सह प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से भी मिल सकते हैं.
*कौन-कौन होगा बैठक में शामिल?*
इस बैठक में राहुल गांधी, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट और तीनों सह प्रभारी मौजूद रहेंगे. साथ ही बैठक में प्रताप सिंह खाचरियावास, हरीश चौधरी, रघु शर्मा और रघुवीर मीणा सरीखे नेताओं के शामिल होने की चर्चाएं हैं. बैठक में रंधावा राजस्थान पर अपनी फीडबैक रिपोर्ट भी दिखा सकते हैं.
*पायलट को मनाने का हर जतन*
माना जा रहा है कि सचिन पायलट को चुनावों के लिए राज्य पार्टी अध्यक्ष बनाया जा सकता है. साथ ही पायलट को आगामी चुनावों के लिए उम्मीदवारों के चयन में फ्री हैंड दिया जा सकता है. इसके अलावा चुनाव बाद अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो दो डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे. जिनमें से एक पायलट और दूसरा गहलोत खेमे से होगा, लेकिन सूत्र बताते हैं कि पार्टी के इस ऑफर से सीएम गहलोत नाराज और चिंतित हैं.
विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |