पंचकूला, 02 मई 2023 (यूटीएन)। राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या कामना के कुशल नेतृत्व में साहित्यिक क्लब शब्द शिल्प की ओर से दो दिवसीय साहित्य से संबंधित लघु फिल्म दिखाई गई। इस अवसर पर प्राचार्या कामना ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि साहित्य समाज का दर्पण है।
साहित्य ही वह क्षेत्र है जो मनुष्य को परमार्थ, समाज सेवा, करुणा, मानवीयता, सदाचरण तथा विश्वबंधुत्व जैसे उदात मानवीय मूल्यों का अनुसरण करना सिखाता है । उन्होंने कहा कि साहित्य समाज का मार्गदर्शक और पथ प्रदर्शक भी है।
प्रथम दिवस अंग्रेजी और संस्कृत विभाग ने विद्यार्थियों को लघु फिल्म दिखाई। अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉक्टर मीनू ख्यालिया, प्रोफेसर डॉक्टर गीतांजलि, डॉक्टर पूजा, डॉक्टर यशवीर के मार्गदर्शन और दिशा निर्देशन में विद्यार्थियों को आर के नारायण द्वारा रचित मालगुडी डेज की कहानियों में से प्रस्तुत
कहानी दी मिसिंग मेल कहानी दिखाई गई। संस्कृत विभाग के डॉ प्रदीप वैदिक रिसर्चर ने विद्यार्थियों को गीता और वेद की शिक्षा पर आधारित लघु फिल्म दिखाई। द्वितीय दिवस हिंदी विभाग की ओर से मुंशी प्रेमचंद की कहानी बूढ़ी काकी पर दूरदर्शन द्वारा।
बनाई लघु फिल्म विद्यार्थियों को दिखाई। लघु फिल्म हिंदी विभागाध्यक्षा डॉ बिन्दु, डॉ कविता, डॉ गीता, डॉ रमाकांत सहाय की मार्गदर्शन और दिशा निर्देशन में दिखाई गई। फिल्म दिखाने के बाद
डॉक्टर गीता ने कहानी व इसके फिल्मांकन पर विद्यार्थियों के साथ चर्चा परिचर्चा भी की। पंजाबी विभाग के प्रोफेसर जगपाल ने विद्यार्थियों को अपनी स्वनिर्मित फिल्म पंजाबी भाषा में अलंकार दिखाई जिसका उद्देश्य सभी विद्यार्थियों को साहित्य की खूबसूरती से अवगत करवाने के साथ निजी जीवन में भी उसके महत्व पर प्रकाश डालना रहा।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |