खेकड़ा, 17 मई 2023 (यूटीएन)। डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर सीएचसी पर संगोष्ठी में उपचार जानकारी दी गई तथा बचाव के टिप्स भी दिए गए। फिलहाल जनपद में अभी तक एक भी डेंगू मरीज नहींं है | संगोष्ठी में सीएचसी अधीक्षक डा अरविंद
मलिक ने कहा कि, इलाज में लापरवाही करने से डेंगू खतरनाक साबित हो सकता है, जिस कारण जान भी जा सकती है। अचानक बुखार के साथ सिर के पिछले हिस्से में तेज दर्द,
उल्टी आदि की समस्या हो, तो लापरवाही न बरतें। तुरंत जांच कराकर उपचार कराएं। वहीं बताया कि डेंगू का इस साल अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि, मच्छरों के बढ़ते प्रकोप से डेंगू जैसी बीमारी के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इसके चलते विभाग ने अपनी
तैयारी शुरू कर दी है। डेंगू मरीजों के उपचार के लिए संयुक्त जिला अस्पताल और सभी सीएचसी पर भी वार्ड बनाया गया हैं। बताया कि ,डेंगू से बचाव के लिए बुखार की स्थिति में बिना चिकित्सकीय परामर्श के दवा का सेवन न करें।
कहा कि, यह जरूरी नहीं है कि, प्लेटलेट्स घटने पर डेंगू ही हुआ हो। कई बार वायरल और संक्रमण की वजह से भी प्लेटलेट्स घट जाते हैं। इससे जब तक जांच न हो, तब तक प्लेटलेट घटने पर डेंगू नहीं माना जा सकता। गोष्ठी में डा आशीष कुमार ने बताया कि, डेंगू का लार्वा साफ पानी में
पनपता है। कार्ड से जांच के बाद एनएसवन, एलजीएम, एलाइजा टेस्ट सयुंक्त जिला अस्पताल पर किया जाता है। एलाइजा जांच में डेंगू की पुष्टि होने पर डेंगू पॉजिटिव माना जाता है। संगोष्ठी में नगरपालिका, खंड विकास कार्यालय के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |