पाकिस्तान, 15 मार्च 2025 (यूटीएन)। पकिस्तानी अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि विद्रोही हमला समाप्त हो गया है। दिन भर चली कार्रवाई के बाद 50 से अधिक हमलावर मारे गए हैं। हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि कितने बंधकों को सुरक्षित बचा लिया गया है। ट्रेन हाइजैक की इस नई घटना के बाद विश्लेषकों का कहना है कि पाकिस्तान की सुरक्षा पर इसका काफी ज्यादा असर पड़ेगा। जानिए क्या हैं पाकिस्तान के विकल्प पाकिस्तान में बलूच अलगाववादियों ने मंगलवार को क्वेटा से पेशावर जा रही जफर एक्सप्रेस पर हमला करके उसे अपने कब्जे में ले लिया था। इस ट्रेन में 425 यात्री सवार थे।
इस घटना के बाद यात्रियों को बलोच अलगाववादियों से छुड़ाने के लिए पाकिस्तानी सेना की तरफ से कार्रवाई की गई है और कई लोगों के मारे जाने की खबर है। इस घटना के बाद पाकिस्तान में तेजी से बिगड़ती सुरक्षा व्यवस्था सबकी नजरों के सामने आ गई है। इस क्षेत्र के सबसे बड़े चरमपंथी समूह ‘बलोच लिबरेशन आर्मी’ BLA ने हमले की जिम्मेदारी ली है। समूह के एक प्रवक्ता ने पहले कहा था कि अगर अधिकारी जेल में बंद चरमपंथियों को रिहा करने पर सहमत होते हैं तो वे यात्रियों को रिहा करने के लिए तैयार हैं।
वाशिंगटन स्थित स्टिम्सन सेंटर में दक्षिण एशिया कार्यक्रम की निदेशक एलिजाबेथ थ्रेलकेल्ड ने कहा कि बीएसए ने नागरिकों को निशाना बनाते हुए इतना बड़ा हमला किया है, जो कि वाकई में चिंताजनक है। उन्होंने डीडब्ल्यू को बताया, “यह बहुत बड़ा हमला है और पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर इसका लंबे समय तक असर रहेगा। “इस समूह का इस तरह और इतने बड़े पैमाने पर हमला कर पाना, बलूचिस्तान में खुफिया और सुरक्षा स्थिति से जुड़ी गंभीर चुनौतियों को दिखाता है। इस्लामाबाद स्थित सिक्योरिटी थिंक टैंक सनोबर इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक कमर चीमा भी एलिजाबेथ की बातों से सहमत हैं।
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