सीरिया,09 मार्च 2025 (यूटीएन)। सरकार ने हिंसा प्रभावित शहर में पीने के पानी और बिजली की सप्लाई काट दी है। सीरिया में हिंसा की शुरुआत गुरुवार को हुई, जो जल्द ही देश के कई हिस्सों में फैल गई। संगठन का कहना है कि इस संघर्ष में सुरक्षा बल के 125 और असद समर्थक उग्रवादी संगठनों के 148 लोग मारे गए हैं। सीरिया में बशर अल असद सरकार के सत्ता से जाने के बाद कई वर्षों से चली आ रही हिंसा थमी थी, लेकिन कुछ दिन की शांति के बाद अब एक बार फिर से यह देश हिंसा की चपेट में है।
दरअसल बीते दो दिनों से सीरिया के सुरक्षाबलों और पूर्व राष्ट्रपति बशर अल असद के समर्थकों के बीच जारी संघर्ष में एक हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। सीरिया के हालात पर नजर रखने वाले एक संगठन ने कहा है कि मारे गए लोगों में 745 आम नागरिक हैं, जिन्हें नजदीक से गोली मारी गई। शुक्रवार को सुन्नी मुस्लिम संगठन से जुड़े लोगों ने पूर्व राष्ट्रपति बशर अल असद के समर्थक अलावा समुदाय के लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। पूर्व राष्ट्रपति बशर अल असद भी इसी समुदाय से ताल्लुक रखते थे।
आरोप हैं कि बशर अल असद सरकार में अलावी समुदाय को काफी प्राथमिकता दी गई और सरकार में अहम पदों पर उनकी नियुक्ति हुई। यही वजह है कि सीरिया के सुन्नी समुदाय में इसे लेकर नाराजगी है और बीते दिनों जब सीरिया के विद्रोही गुट ने अपने नेता अबु मोहम्मद अल जुलानी के नेतृत्व में सीरिया की सत्ता पर कब्जा किया तो उसके बाद से ही सीरिया के अलावा समुदाय में एक डर का माहौल था।
अलावा लोगों का आरोप है कि हिंसा के दौरान उनके समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है और लोगों की सड़क किनारे और घरों के बाहर गोली मारकर हत्या की जी रही है। अलावी समुदाय के लोगों के घरों में लूटपाट और आगजनी की भी खबर है। जान को खतरा देख अलावी समुदाय के हजारों लोग सुरक्षा के लिए पास के पहाड़ों में शरण लिए हुए हैं। हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में कस्बा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बनियास में कई लोगों के शव सड़कों, घरों की छतों पर पड़े थे।
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