Thursday, July 17, 2025

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दिल्ली एम्स ने तैयार की दिल के मरीजों के लिए इंडियन मेडिटेरेनियन डाइट

रिसर्च में सबसे पहले मेडिटेरेनियन डाइट में शामिल खाने-पीने की चीजों की एक लिस्ट बनाई गई, फिर देखा गया कि इनमें से कौन-कौन सी चीजें भारत में उपलब्ध है और कौन-कौन सी नहीं।

नई दिल्ली, 15 जुलाई 2025 (यूटीएन)। दिल की बीमारी से जूझ रहे करोड़ों भारतीयों के लिए अब विदेशी सलाद और महंगे ऑलिव ऑयल पर निर्भर रहना जरूरी नहीं है। एम्स दिल्ली ने ‘इंडियन अडॉप्टेड मेडिटेरेनियन डाइट ‘ नाम की एक खास डाइट तैयार की है, जो दिल के मरीजों की सेहत सुधारने में काफी मददगार साबित हो सकती है। हार्ट की बीमारी से जूझ रहे 30 मरीजों पर इसका अध्ययन किया गया, जिसमें यह डाइट असरदार पाई गई। यह रिसर्च बीएमसी न्यूट्रिशन जर्नल में पब्लिश हुआ है।
*दिल्ली एम्स ने किया रिसर्च*
रिसर्च में सबसे पहले मेडिटेरेनियन डाइट में शामिल खाने-पीने की चीजों की एक लिस्ट बनाई गई। फिर देखा गया कि इनमें से कौन-कौन सी चीजें भारत में उपलब्ध है और कौन-कौन सी नहीं। जो चीजें यहां नहीं मिलती थीं या भारतीय खाने की आदतों के मुताबिक नहीं थीं, उनकी जगह ऐसे देसी विकल्प तलाशे गए, जिनमें वही पोषण संबंधी गुण मौजूद हों।
*30 दिल के मरीजों को किया शामिल*
इस स्टडी में एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग से 30 दिल के मरीजों को शामिल किया गया। पहले उनके मौजूदा खानपान का विश्लेषण कर ‘डाइटरी इन्फ्लेमेटरी इंडेक्स स्कोर निकाला गया। डाइटरी इन्फ्लेमेटरी इंडेक्स एक ऐसा पैमाना है, जो बताता है कि कोई खाना शरीर में सूजन बढ़ा रहा है या कम कर रहा है। स्कोर जितना कम हो, खाना उतना बेहतर माना जाता है। दिल के मरीजों के मौजूदा खाने का डाइटरी इन्फ्लेमेटरी इंडेक्स स्कोर -1.8 से 3.8 के बीच था, जिसका औसत 1.1 निकला।
7 दिनों का एक खास डाइट प्लान तैयार किया गया
बता दें कि यह दिखाता है कि उनका खानपान शरीर में सूजन बढ़ा रहा था। इसके बाद आईएएमडी डाइट के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए 7 दिनों का एक खास डाइट प्लान तैयार किया गया, जिसमें उत्तर भारतीय व्यंजन शामिल किए गए। इस डाइट का डीआईआई स्कोर -7.8 से 8.4 के बीच रहा, जिसका औसत -8.0 आया। यह मेडिटेरेनियन डाइट के एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों के काफी करीब है, जो दर्शाता है कि यह डाइट दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है।
*क्या है इंडियन मेडिटेरेनियन डाइट*
एम्स के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में सीनियर डॉक्टर डॉ. अंबुज राय ने बताया कि मेडिटेरेनियन डाइट में सरसों या मूंगफली का तेल, दलिया, टूटा गेहूं, हल्दी, तुलसी, अजवाइन, खीरा, मूली, गाजर, रोटी, छाछ, पुदीना और धनिया जैसी चीजें शामिल की गई हैं। उन्होंने बताया कि इस डाइट को किस तरह और कितनी मात्रा में लेना है, इसके लिए लोग iamdiet.in वेबसाइट से जानकारी ले सकते हैं। वहां अपना वजन और लंबाई डालकर वजन कम करने की डाइट भी हासिल की जा सकती है। डॉ. अंबुज ने बताया कि यह प्रोजेक्ट इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के तहत चल रहा है और इसका क्लिनिकल ट्रायल अभी जारी है। शुरुआती नतीजों से साफ है कि इंडियन मेडिटेरेनियन डाइट दिल की बीमारी के खतरे को कम करने में कारगर साबित हो रही है।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

International

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दिल्ली एम्स ने तैयार की दिल के मरीजों के लिए इंडियन मेडिटेरेनियन डाइट

रिसर्च में सबसे पहले मेडिटेरेनियन डाइट में शामिल खाने-पीने की चीजों की एक लिस्ट बनाई गई, फिर देखा गया कि इनमें से कौन-कौन सी चीजें भारत में उपलब्ध है और कौन-कौन सी नहीं।

नई दिल्ली, 15 जुलाई 2025 (यूटीएन)। दिल की बीमारी से जूझ रहे करोड़ों भारतीयों के लिए अब विदेशी सलाद और महंगे ऑलिव ऑयल पर निर्भर रहना जरूरी नहीं है। एम्स दिल्ली ने ‘इंडियन अडॉप्टेड मेडिटेरेनियन डाइट ‘ नाम की एक खास डाइट तैयार की है, जो दिल के मरीजों की सेहत सुधारने में काफी मददगार साबित हो सकती है। हार्ट की बीमारी से जूझ रहे 30 मरीजों पर इसका अध्ययन किया गया, जिसमें यह डाइट असरदार पाई गई। यह रिसर्च बीएमसी न्यूट्रिशन जर्नल में पब्लिश हुआ है।
*दिल्ली एम्स ने किया रिसर्च*
रिसर्च में सबसे पहले मेडिटेरेनियन डाइट में शामिल खाने-पीने की चीजों की एक लिस्ट बनाई गई। फिर देखा गया कि इनमें से कौन-कौन सी चीजें भारत में उपलब्ध है और कौन-कौन सी नहीं। जो चीजें यहां नहीं मिलती थीं या भारतीय खाने की आदतों के मुताबिक नहीं थीं, उनकी जगह ऐसे देसी विकल्प तलाशे गए, जिनमें वही पोषण संबंधी गुण मौजूद हों।
*30 दिल के मरीजों को किया शामिल*
इस स्टडी में एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग से 30 दिल के मरीजों को शामिल किया गया। पहले उनके मौजूदा खानपान का विश्लेषण कर ‘डाइटरी इन्फ्लेमेटरी इंडेक्स स्कोर निकाला गया। डाइटरी इन्फ्लेमेटरी इंडेक्स एक ऐसा पैमाना है, जो बताता है कि कोई खाना शरीर में सूजन बढ़ा रहा है या कम कर रहा है। स्कोर जितना कम हो, खाना उतना बेहतर माना जाता है। दिल के मरीजों के मौजूदा खाने का डाइटरी इन्फ्लेमेटरी इंडेक्स स्कोर -1.8 से 3.8 के बीच था, जिसका औसत 1.1 निकला।
7 दिनों का एक खास डाइट प्लान तैयार किया गया
बता दें कि यह दिखाता है कि उनका खानपान शरीर में सूजन बढ़ा रहा था। इसके बाद आईएएमडी डाइट के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए 7 दिनों का एक खास डाइट प्लान तैयार किया गया, जिसमें उत्तर भारतीय व्यंजन शामिल किए गए। इस डाइट का डीआईआई स्कोर -7.8 से 8.4 के बीच रहा, जिसका औसत -8.0 आया। यह मेडिटेरेनियन डाइट के एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों के काफी करीब है, जो दर्शाता है कि यह डाइट दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है।
*क्या है इंडियन मेडिटेरेनियन डाइट*
एम्स के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में सीनियर डॉक्टर डॉ. अंबुज राय ने बताया कि मेडिटेरेनियन डाइट में सरसों या मूंगफली का तेल, दलिया, टूटा गेहूं, हल्दी, तुलसी, अजवाइन, खीरा, मूली, गाजर, रोटी, छाछ, पुदीना और धनिया जैसी चीजें शामिल की गई हैं। उन्होंने बताया कि इस डाइट को किस तरह और कितनी मात्रा में लेना है, इसके लिए लोग iamdiet.in वेबसाइट से जानकारी ले सकते हैं। वहां अपना वजन और लंबाई डालकर वजन कम करने की डाइट भी हासिल की जा सकती है। डॉ. अंबुज ने बताया कि यह प्रोजेक्ट इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के तहत चल रहा है और इसका क्लिनिकल ट्रायल अभी जारी है। शुरुआती नतीजों से साफ है कि इंडियन मेडिटेरेनियन डाइट दिल की बीमारी के खतरे को कम करने में कारगर साबित हो रही है।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

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