बडौत,17 जून 2025 (यूटीएन)। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वाधान में चौ केहर सिंह दिव्य पब्लिक स्कूल में चल रहे आवासीय संस्कार शोधक शिविर के छठे दिन शिक्षिका किरण आर्या ने बेटियों को सूर्य नमस्कार ,भूमि नमस्कार, प्राणायाम, भाला, पिरामिड एवं तलवार का अभ्यास कराते हुए व्यक्तित्व विकास का पाठ पढ़ाया।
सभा मंत्री रवि शास्त्री ने बेटियों से कहा ,नारी के लिए सुसंस्कार ही सौन्दर्य होता है। चरित्र ही नारी का असली सौंदर्य हैं। संस्कारों से पूर्ण होना ही नारी के श्रेष्ठ आभूषण हैं। कहा कि, वर्तमान समय में बेटियों को बनावटी सौन्दर्य की अपेक्षा अच्छी विचारधारा का संग्रह करना चाहिए। अच्छे विचारों के द्वारा ही लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकती हैं। जिस प्रकार से व्यक्ति शरीर को चलाने के लिए भोजन करता है। ठीक उसी प्रकार से हमें मन की शांति के लिए प्रतिदिन ध्यान का अभ्यास करना चाहिए।
प्रो सुरेंद्र पाल ने वीरांगनाओं को संबोधित करते हुए कहा ,स्वस्थ शरीर ही वास्तविक धन है। विज्ञापन की दुनिया को छोड़कर हमें वैज्ञानिक योग पद्धति से जीने की कला सीखने के लिए ही शिविर का आयोजन किया जा रहा है। महर्षि दयानंद द्वारा रचित संस्कार विधि बेटियों के लिए अत्यंत उपयोगी है। अच्छी संतान का जन्म अच्छी माता द्वारा ही संभव है।
इस अवसर पर प्रो सुरेंद्र पाल आर्य, शिविर अध्यक्ष धर्मपाल त्यागी, कपिल आर्य,सविता आर्या, पिंकी आर्या, पायल आर्या, ऋतु आर्या, आरती मान, सुरेश आर्य आदि उपस्थित रहे।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |