नई दिल्ली, 05 जून 2025 (यूटीएन)। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली मिलकर स्वास्थ्य क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को नई दिशा देने जा रहे हैं।
दोनों संस्थानों ने मिलकर ‘स्वास्थ्य क्षेत्र में एआई के लिए उत्कृष्टता केंद्र’ (एआई-सीओई) स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह एमओयू आइआइटी दिल्ली परिसर में आयोजित एक समारोह में एम्स के निदेशक प्रो. एम. श्रीनिवास और आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. रंगन बनर्जी द्वारा हस्ताक्षरित किया गया।
*330 करोड़ की अनुदान राशि मिली थी*
इस केंद्र का उद्देश्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों को सहयोग देने के लिए एआई आधारित समाधान विकसित करना है। पिछले वर्ष, शिक्षा मंत्रालय की पहल ‘मेक एआई इन इंडिया, मेक एआइ वर्क फॉर इंडिया’ के अंतर्गत इन दोनों संस्थानों को 330 करोड़ रुपये की बड़ी अनुदान राशि मिली थी।
अब यह नया उत्कृष्टता केंद्र उसी योजना को जमीन पर उतारेगा। एम्स के निदेशक प्रो. एम. श्रीनिवास ने कहा, यह समझौता एक दूरगामी सहयोग की शुरुआत है, जो भारत की स्वास्थ्य सेवाओं का चेहरा बदल सकता है। आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. रंगन बनर्जी ने कहा, एम्स और आइआइटी की साझेदारी सस्ते स्वास्थ्य ढांचा तैयार करने के क्षेत्र में क्रांति ला सकती है। यह केंद्र देश के लिए एक नया मानक स्थापित करेगा।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।