खेकड़ा, 25 अप्रैल 2025 (यूटीएन)। क्षेत्र के बच्चों को घातक बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार से डिफ्थीरिया-टेटनस का टीकाकरण अभियान शुरु किया गया। यह अभियान व्यापक स्तर पर क्षेत्र की प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षण संस्थाओं में चलाया जा रहा है।
टीकाकरण का उद्देश्य बच्चों को गंभीर संक्रमणों से सुरक्षित करना है, जिससे उनके स्वास्थ्य और भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। सीएचसी अधीक्षक डॉ ताहिर ने जानकारी देते हुए बताया कि खेकड़ा क्षेत्र में लगभग दो सौ शिक्षण संस्थान हैं, जिनमें कक्षा 5 वीं और 10 वीं के विद्यार्थियों को यह टीका लगाया जा रहा है। अभियान के पहले दिन करीब एक दर्जन स्कूलों में स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने पहुंचकर बच्चों का टीकाकरण किया। अभियान में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की सक्रिय भूमिका रही।
इस मौके पर डा दीपक, डा दीप्ति, डा गौरव और डॉ साजिया के नेतृत्व में आरबीएसके की टीमों ने अलग-अलग स्कूलों का भ्रमण कर टीकाकरण प्रक्रिया का निरीक्षण किया और स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। बताया कि यह टीकाकरण अभियान आने वाले दिनों में सभी शिक्षण संस्थाओं में पूर्ण किया जाएगा। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि, किसी भी बच्चे को टीके से वंचित न रखा जाए। अभिभावकों से भी अपील की गई है कि वे बच्चों को स्कूल भेजें और टीकाकरण के प्रति जागरूक रहें। अभियान 10 मई तक चलेगा।
*क्या है डिफ्थीरिया और टेटनस?*
डिफ्थीरिया यानि गलघोंटू जानलेवा बीमारी है, जबकि टेटनस एक जानलेवा बीमारी है, जो कट या घाव से संक्रमण फैलने पर होती है। ये दोनों बीमारियां बचपन में उचित टीकाकरण द्वारा पूरी तरह से रोकी जा सकती हैं।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |