नई दिल्ली, 20 सितम्बर 2025 (यूटीएन)। =दंत और मुख स्वास्थ्य शोध के क्षेत्र में भारत की प्रगति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिल रही है। वॉशिंगटन स्थित इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर डेंटल, ओरल एंड क्रेनियोफेशियल रिसर्च के सीईओ डॉ. क्रिस्टोफर एच. फॉक्स ने भारतीय शोधकर्ताओं की भूमिका की प्रशंसा की और कहा कि वे विज्ञान और रोगियों की देखभाल को आगे बढ़ाने में अहम योगदान दे रहे हैं। डॉ. फॉक्स आईएडीआर एशिया पैसिफिक रीजनल कॉन्फ्रेंस और 35वीं इंडियन सोसाइटी फॉर डेंटल रिसर्च वार्षिक कॉन्फ्रेंस 2025 में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि वे भारतीय शोधकर्ताओं के काम और उनके अंतरराष्ट्रीय सहयोगों से प्रभावित हैं। “भारत में डेंटल रिसर्च लगातार आगे बढ़ रही है। यहां के शोधकर्ता न केवल देश के भीतर काम कर रहे हैं बल्कि दुनिया के अन्य विशेषज्ञों से भी जुड़ रहे हैं। इस तरह का सहयोग बेहद जरूरी है और यह भविष्य की नई उपचार पद्धतियों को आकार देता है,” उन्होंने कहा। भारत को दंत शोध का अहम केंद्र बताते हुए डॉ. फॉक्स ने कहा कि देश में आयोजित होने वाले ऐसे सम्मेलन नए विचारों और नवाचारों को साझा करने के लिए बेहतरीन मंच हैं।
“ये सम्मेलन सिर्फ विज्ञान की बातें नहीं हैं, बल्कि लोगों को जोड़ते हैं, ज्ञान का आदान-प्रदान कराते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि शोध का लाभ मरीजों तक पहुंचे,” उन्होंने जोड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की विविध स्वास्थ्य ज़रूरतें यहां के शोधकर्ताओं को नई खोजें करने का अवसर देती हैं, जिनका लाभ पूरी दुनिया उठा सकती है। डॉ. फॉक्स जैसे अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की सराहना से भारत की वैश्विक डेंटल रिसर्च में भूमिका और मजबूत हो रही है, जो आने वाले समय में लोगों को सस्ती और बेहतर मुख एवं दंत स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की उम्मीद जगाती है।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।