नई दिल्ली, 16 मार्च 2023 (यूटीएन)। शंघाई
सहयोग संगठन की अध्यक्षता फिलहाल भारत के पास है. इसी क्रम में भारत ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री को इस बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. अगले महीने दिल्ली में होने वाली रक्षा मंत्रियों शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के लिए भारत ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ को निमंत्रण भेजा है. एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में सदस्य देशों को औपचारिक तौर पर
आमंत्रित किया गया है.
शंघाई सहयोग संगठन के देशों में भारत,
पाकिस्तान, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं और फिलहाल भारत इस संगठन का अध्यक्ष है. बैठक के लिए सभी मंत्रियों ने अपने समकक्ष सभी एससीओ सदस्य मंत्रियों को आमंत्रित किया है जिसमें गृह मंत्री ने पाकिस्तान के गृह मंत्री को भी आमंत्रित किया है. इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा
सलाहकार ने अपने समकक्ष को भी आमंत्रित किया है. विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री को भी आमंत्रित किया है.
*इससे पहले भी किया गया है आमंत्रित*
भारत ने इससे पहले एससीओ के चीफ
जस्टिस वाली बैठक के लिए पाकिस्तान के चीफ जस्टिस उमर अता बांदियाल को भी आमंत्रित किया था. हालांकि, वो इस बैठक में शामिल नहीं हुए थे. उनकी जगह पर जस्टिस मुनीब अख्तर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल हुए थे.
*गोवा में होगी विदेश मंत्रियों की बैठक*
एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक अप्रैल में होगा तो वहीं, विदेश
मंत्रियों की बैठक मई के महीने में गोवा में होने वाली है. वहीं, पाकिस्तान सरकार का कहना है कि अभी इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है कि विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भारत में होने वाली इन बैठकों में शामिल होंगे या नहीं. भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री सहित चीन के विदेश मंत्री किन गांग को भी इस बैठक में आमंत्रित किया है.
*क्या है एससीओ समिट?*
शंघाई सहयोग संगठन की
स्थापना साल 1996 में 26 अप्रैल को हुई थी. इसकी स्थापना सदस्य देशों के बीच आर्थिक, राजनीतिक, और सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के लिए की गई थी. इसकी बैठक हर साल आयोजित की जाती है और इस साल एससीओ की अध्यक्षता भारत के पास है.
विशेष संवाददाता, (प्रदीप जैन) |