Thursday, July 31, 2025

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शरद केलकर और निहारिका चौकसे ने ‘तुम्म से तुम्म तक’ के टाइटल ट्रैक में पेश की प्यार की एक भावपूर्ण झलक

रोमांस और तन्हाई के बीच बहता यह गीत ऐसा लगता है जैसे कोई सिनेमा की बड़ी स्क्रीन पर कोई कोमल प्रेम कहानी चल रही हो।

मुंबई, 12 जुलाई 2025 (यूटीएन)। प्रतीक शर्मा और पार्थ शाह के बैनर स्टूडियो एलएसडी के तहत बना शो तुम्म से तुम्म तक इन दिनों अपनी अनोखी कहानी को लेकर चर्चा में है, जिसमें एक ऐसे जोड़े की कहानी दिखाई गई है जिनके बीच उम्र का साफ अंतर है। हाल ही में इस शो का टाइटल ट्रैक रिलीज़ किया गया है, जिसे पलक मुछाल और जावेद अली ने अपनी सुरीली आवाज़ों में गाया है।

यह गीत आर्या और अनु के रोमांटिक पलों को दर्शाता है और उनके रिश्ते की गहराई और अधूरी ख्वाहिशों की भावनाओं को खूबसूरती से उजागर करता है। रोमांस और तन्हाई के बीच बहता यह गीत ऐसा लगता है जैसे कोई सिनेमा की बड़ी स्क्रीन पर कोई कोमल प्रेम कहानी चल रही हो।

पलक मुछाल की नाज़ुक और स्वप्निल आवाज़ इस गाने में मासूमियत का रंग भरती है, जबकि जावेद अली की भावनात्मक परिपक्वता इसे एक गहराई देती है।

गीत की धुन बहुत कोमल और आत्मीय है, जो एक अंतरंग माहौल बनाती है। इसके बोल भी गहरे और चिंतनशील हैं। यह गाना दर्शाता है कि सच्चा प्यार दिखावे या बड़ी बातों में नहीं, बल्कि एक-दूसरे की चुप्पियों में भी महसूस किया जा सकता है।

जहाँ शो की कहानी अनकहे जज़्बातों पर टिकी है, वहीं यह गीत उस भावना को पूरी तरह आत्मसात करता है। चाहे आप आर्या और अनु को एक-दूसरे के करीब आते हुए देखें या सिर्फ इस गाने को बार-बार सुनें, इसका असर दिल में उतरता है—एक ऐसी याद की तरह जिसे आप छोड़ना नहीं चाहते।

मुंबई-रिपोर्टर,(हितेश जैन)।

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शरद केलकर और निहारिका चौकसे ने ‘तुम्म से तुम्म तक’ के टाइटल ट्रैक में पेश की प्यार की एक भावपूर्ण झलक

रोमांस और तन्हाई के बीच बहता यह गीत ऐसा लगता है जैसे कोई सिनेमा की बड़ी स्क्रीन पर कोई कोमल प्रेम कहानी चल रही हो।

मुंबई, 12 जुलाई 2025 (यूटीएन)। प्रतीक शर्मा और पार्थ शाह के बैनर स्टूडियो एलएसडी के तहत बना शो तुम्म से तुम्म तक इन दिनों अपनी अनोखी कहानी को लेकर चर्चा में है, जिसमें एक ऐसे जोड़े की कहानी दिखाई गई है जिनके बीच उम्र का साफ अंतर है। हाल ही में इस शो का टाइटल ट्रैक रिलीज़ किया गया है, जिसे पलक मुछाल और जावेद अली ने अपनी सुरीली आवाज़ों में गाया है।

यह गीत आर्या और अनु के रोमांटिक पलों को दर्शाता है और उनके रिश्ते की गहराई और अधूरी ख्वाहिशों की भावनाओं को खूबसूरती से उजागर करता है। रोमांस और तन्हाई के बीच बहता यह गीत ऐसा लगता है जैसे कोई सिनेमा की बड़ी स्क्रीन पर कोई कोमल प्रेम कहानी चल रही हो।

पलक मुछाल की नाज़ुक और स्वप्निल आवाज़ इस गाने में मासूमियत का रंग भरती है, जबकि जावेद अली की भावनात्मक परिपक्वता इसे एक गहराई देती है।

गीत की धुन बहुत कोमल और आत्मीय है, जो एक अंतरंग माहौल बनाती है। इसके बोल भी गहरे और चिंतनशील हैं। यह गाना दर्शाता है कि सच्चा प्यार दिखावे या बड़ी बातों में नहीं, बल्कि एक-दूसरे की चुप्पियों में भी महसूस किया जा सकता है।

जहाँ शो की कहानी अनकहे जज़्बातों पर टिकी है, वहीं यह गीत उस भावना को पूरी तरह आत्मसात करता है। चाहे आप आर्या और अनु को एक-दूसरे के करीब आते हुए देखें या सिर्फ इस गाने को बार-बार सुनें, इसका असर दिल में उतरता है—एक ऐसी याद की तरह जिसे आप छोड़ना नहीं चाहते।

मुंबई-रिपोर्टर,(हितेश जैन)।

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