Sunday, April 27, 2025

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नवरात्र व नववर्ष के उपलक्ष्य में कवि सम्मेलन आयोजित, देश और धार्मिक भावनाओं से प्रेरित कविताएं सुनाई

हिंदी साहित्य भारती मेरठ प्रांत की जिला इकाई ,हिंदी साहित्य संस्कृति खेकड़ा एवं हिंदी साहित्य भारती के संयुक्त तत्वाधान में हिंदू नव वर्ष प्रतिपदा के शुभ अवसर पर खेकडा में कवि सम्मेलन का आयोजन  किया गया।

खेकड़ा,30 मार्च 2025 (यूटीएन)। हिंदी साहित्य भारती मेरठ प्रांत की जिला इकाई ,हिंदी साहित्य संस्कृति खेकड़ा एवं हिंदी साहित्य भारती के संयुक्त तत्वाधान में हिंदू नव वर्ष प्रतिपदा के शुभ अवसर पर खेकडा में कवि सम्मेलन का आयोजन  किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गजेंद्र कौशिक गजानन व संचालन कविश्री राजेश ने किया। मुख्य अतिथि दिल्ली से आए शिक्षाविद व पूर्व प्रधानाचार्य दयानंद शर्मा रहे।
चित्रकार और शब्द कौशल के धनी कवि सुमित शर्मा सूर्य ने कहा, राम का मर्यादा पथ हो, कृष्ण की नीति सिखाएं,हिंदुत्व के नव वर्ष में हम जागरण की अलख जगाएं। गजेंद्र गजानन ने संकल्प लिया, नव वर्ष की बेला पर सुख शांति का पाठ करूंगा, शहीदों को कर नमन दरिंदों का संहार करूंगा । कश्यप राजेश राज ने कहा, है नमन मां शक्ति रूपा, कर दमन सब दानवों का,शौर्य की अद्भुत निशानी है तुम्हारी।
कवि प्रेम शंकर पैंटर ने कहा, चमन के वासियों सोई हुई किस्मत जगाता हूं , बहार आई है गुलशन में नई कलियां खिलाता हूं। बाबूलाल शर्मा निर्भीक ने मां दुर्गा से बिना मांगे कह डाला, मां तुम समझो भावना हमारी ,हमने तुम्हारी आरती उतारी।
वहीं नवोदित कवयित्री पारुल चौधरी मन ने कहा, चलिए प्रकृति की गोद में नया साल मनाते हैं, अपनी संस्कृति और सभ्यता को वापस लाते हैं।
इस अवसर पर योगेंद्र सुंदरियाल, प्रीतम सिंह ’पीतम’ शामली,सुशील बड़ौत,इकबाल,सुबोध, वैशाली, आरना , आकृति,अंकुर ,विजय शर्मा, डॉ अंकित आदि भी उपस्थित रहे।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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नवरात्र व नववर्ष के उपलक्ष्य में कवि सम्मेलन आयोजित, देश और धार्मिक भावनाओं से प्रेरित कविताएं सुनाई

हिंदी साहित्य भारती मेरठ प्रांत की जिला इकाई ,हिंदी साहित्य संस्कृति खेकड़ा एवं हिंदी साहित्य भारती के संयुक्त तत्वाधान में हिंदू नव वर्ष प्रतिपदा के शुभ अवसर पर खेकडा में कवि सम्मेलन का आयोजन  किया गया।

खेकड़ा,30 मार्च 2025 (यूटीएन)। हिंदी साहित्य भारती मेरठ प्रांत की जिला इकाई ,हिंदी साहित्य संस्कृति खेकड़ा एवं हिंदी साहित्य भारती के संयुक्त तत्वाधान में हिंदू नव वर्ष प्रतिपदा के शुभ अवसर पर खेकडा में कवि सम्मेलन का आयोजन  किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गजेंद्र कौशिक गजानन व संचालन कविश्री राजेश ने किया। मुख्य अतिथि दिल्ली से आए शिक्षाविद व पूर्व प्रधानाचार्य दयानंद शर्मा रहे।
चित्रकार और शब्द कौशल के धनी कवि सुमित शर्मा सूर्य ने कहा, राम का मर्यादा पथ हो, कृष्ण की नीति सिखाएं,हिंदुत्व के नव वर्ष में हम जागरण की अलख जगाएं। गजेंद्र गजानन ने संकल्प लिया, नव वर्ष की बेला पर सुख शांति का पाठ करूंगा, शहीदों को कर नमन दरिंदों का संहार करूंगा । कश्यप राजेश राज ने कहा, है नमन मां शक्ति रूपा, कर दमन सब दानवों का,शौर्य की अद्भुत निशानी है तुम्हारी।
कवि प्रेम शंकर पैंटर ने कहा, चमन के वासियों सोई हुई किस्मत जगाता हूं , बहार आई है गुलशन में नई कलियां खिलाता हूं। बाबूलाल शर्मा निर्भीक ने मां दुर्गा से बिना मांगे कह डाला, मां तुम समझो भावना हमारी ,हमने तुम्हारी आरती उतारी।
वहीं नवोदित कवयित्री पारुल चौधरी मन ने कहा, चलिए प्रकृति की गोद में नया साल मनाते हैं, अपनी संस्कृति और सभ्यता को वापस लाते हैं।
इस अवसर पर योगेंद्र सुंदरियाल, प्रीतम सिंह ’पीतम’ शामली,सुशील बड़ौत,इकबाल,सुबोध, वैशाली, आरना , आकृति,अंकुर ,विजय शर्मा, डॉ अंकित आदि भी उपस्थित रहे।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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