मुंबई, 06 मार्च 2025 (यूटीएन)। धारावी में हेमकुंट फाउंडेशन द्वारा, इसके संस्थापक हरतीरथ सिंह के नेतृत्व में, 200 दिव्यांग व्यक्तियों को व्हीलचेयर वितरित की गई। इस पहल का उद्देश्य उन लोगों को स्वतंत्रता और सम्मान प्रदान करना था जो गतिशीलता की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
हेमकुंट फाउंडेशन समाज के वंचित वर्गों की सहायता के लिए हमेशा आगे रहा है। कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने बड़े पैमाने पर राहत कार्य किया और शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य बुनियादी जरूरतों के लिए निरंतर काम कर रहे हैं। यह व्हीलचेयर वितरण अभियान भी उनकी समाज सेवा की इसी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस पहल के बारे में बात करते हुए, हरतीरथ सिंह ने कहा, “हम मानते हैं कि हर व्यक्ति को स्वतंत्र रूप से चलने और सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अधिकार है। इस अभियान के माध्यम से, हम उन लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की उम्मीद करते हैं, जो गतिशीलता की कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।”
स्थानीय समुदाय ने इस पहल का गर्मजोशी से स्वागत किया, और लाभार्थियों ने इसके लिए गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। कई लोगों ने कहा कि व्हीलचेयर मिलने से उन्हें रोजमर्रा की गतिविधियों में आसानी होगी, रोजगार के अवसर प्राप्त करने में मदद मिलेगी, और वे अधिक आत्मनिर्भर जीवन जी सकेंगे।
हेमकुंट फाउंडेशन अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के जरिए समाज में समावेशन और समानता को बढ़ावा देने का बेहतरीन उदाहरण पेश कर रहा है। उनकी यह पहल न केवल तत्काल राहत प्रदान करती है, बल्कि दीर्घकालिक रूप से भी दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन में बड़ा बदलाव लाने में सहायक होगी।
मुंबई-रिपोर्टर,(हितेश जैन)।