Sunday, June 29, 2025

National

spot_img

कक्षा दस की साल में दो बार परीक्षा का स्कूल प्रबंधन ने किया स्वागत

सीबीएसई बोर्ड अब कक्षा दस की साल में दो बार परीक्षा आयोजित करेगा, मार्च के बाद रिजल्ट आने के पांच दिन बाद फिर सुधार परीक्षा होगी।

खेकड़ा, 26 जून 2025 (यूटीएन)। सीबीएसई बोर्ड अब कक्षा दस की साल में दो बार परीक्षा आयोजित करेगा। मार्च के बाद रिजल्ट आने के पांच दिन बाद फिर सुधार परीक्षा होगी। स्कूल प्रबंधकों ने इसे कमजोर बच्चों के लिए बेहतर कदम बताया है। बुधवार को सीबीएसई बोर्ड ने घोषणा करते हुए बताया कि 2026 से 10 वीं की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित करेगा। पहली परीक्षा फरवरी-मार्च में मुख्य परीक्षा होगी।

जबकि दूसरी मई में सुधार परीक्षा के रूप में होगी। यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत छात्रों पर तनाव कम करने और उन्हें अपनी क्षमताओं का बेहतर मूल्यांकन करने के लिए किया गया है। दूसरी परीक्षा में छात्र स्वेच्छा से शामिल होंगे। दोनों बोर्ड परीक्षाओं में विषय बदलने की अनुमति नहीं होगी। मेरिट सर्टिफिकेट दूसरी परीक्षा के बाद ही जारी होगा। परीक्षा कॉपी की फोटोकापी व पुनर्मूल्यांकन की सुविधा दूसरी परीक्षा के बाद ही मिलेगी।

गुरुकुल विद्यापीठ की प्रधानाचार्या प्रभा सिंघल, कोणार्क विद्यापीठ के प्रबंधक देवेन्द्र धामा, देव कृष्णा स्कूल के प्रबंधक सोनू यादव आदि ने सीबीएसई बोर्ड के निर्णय का समर्थन किया है। उनका कहना है कि सुधार परीक्षा कराने से कमजोर बच्चों को फायदा होगा। बताया कि बोर्ड की दो बार परीक्षा कराने की सुविधा वैकल्पिक तौर पर होगी। जरूरी नहीं छात्र दोनों बार बोर्ड परीक्षा में हिस्सा ले, पहली मुख्य परीक्षा होगी। छात्र दूसरी परीक्षा, सुधार के लिए दे सकेंगे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

International

spot_img

कक्षा दस की साल में दो बार परीक्षा का स्कूल प्रबंधन ने किया स्वागत

सीबीएसई बोर्ड अब कक्षा दस की साल में दो बार परीक्षा आयोजित करेगा, मार्च के बाद रिजल्ट आने के पांच दिन बाद फिर सुधार परीक्षा होगी।

खेकड़ा, 26 जून 2025 (यूटीएन)। सीबीएसई बोर्ड अब कक्षा दस की साल में दो बार परीक्षा आयोजित करेगा। मार्च के बाद रिजल्ट आने के पांच दिन बाद फिर सुधार परीक्षा होगी। स्कूल प्रबंधकों ने इसे कमजोर बच्चों के लिए बेहतर कदम बताया है। बुधवार को सीबीएसई बोर्ड ने घोषणा करते हुए बताया कि 2026 से 10 वीं की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित करेगा। पहली परीक्षा फरवरी-मार्च में मुख्य परीक्षा होगी।

जबकि दूसरी मई में सुधार परीक्षा के रूप में होगी। यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत छात्रों पर तनाव कम करने और उन्हें अपनी क्षमताओं का बेहतर मूल्यांकन करने के लिए किया गया है। दूसरी परीक्षा में छात्र स्वेच्छा से शामिल होंगे। दोनों बोर्ड परीक्षाओं में विषय बदलने की अनुमति नहीं होगी। मेरिट सर्टिफिकेट दूसरी परीक्षा के बाद ही जारी होगा। परीक्षा कॉपी की फोटोकापी व पुनर्मूल्यांकन की सुविधा दूसरी परीक्षा के बाद ही मिलेगी।

गुरुकुल विद्यापीठ की प्रधानाचार्या प्रभा सिंघल, कोणार्क विद्यापीठ के प्रबंधक देवेन्द्र धामा, देव कृष्णा स्कूल के प्रबंधक सोनू यादव आदि ने सीबीएसई बोर्ड के निर्णय का समर्थन किया है। उनका कहना है कि सुधार परीक्षा कराने से कमजोर बच्चों को फायदा होगा। बताया कि बोर्ड की दो बार परीक्षा कराने की सुविधा वैकल्पिक तौर पर होगी। जरूरी नहीं छात्र दोनों बार बोर्ड परीक्षा में हिस्सा ले, पहली मुख्य परीक्षा होगी। छात्र दूसरी परीक्षा, सुधार के लिए दे सकेंगे।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

National

spot_img

International

spot_img
RELATED ARTICLES