Wednesday, July 30, 2025

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शिक्षा व मानसिक स्वास्थ्य में अनुकरणीय योगदान सहित मेंटोर, करियर काउंसलर एवं साइकोलॉजिस्ट के रूप में भी प्रसिद्धि

मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर जिले की विभिन्न संस्थाओं में गैस्ट काउंसलर के रूप में अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं, बागपत जनपद के मूल निवासी होने के कारण यहां की दर्जनों संस्थाओं में बराबर बुलावा आता रहता है।

बडौत,14 जुलाई 2025 (यूटीएन)। प्रतिस्पर्धात्मक और तनावपूर्ण शैक्षिक वातावरण में छात्रों को मार्गदर्शन एवं मानसिक सशक्तिकरण की अत्यधिक आवश्यकता है। इसी दिशा में कार्य करने वाले डॉ प्रदीप कुमार, एक अनुभवी मेंटोर, करियर काउंसलर एवं साइकोलॉजिस्ट के रूप में विद्यार्थियों के जीवन को नई दिशा देने में जुटे हैं। इसके लिए मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर जिले की विभिन्न संस्थाओं में गैस्ट काउंसलर के रूप में अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं। बागपत जनपद के मूल निवासी होने के कारण यहां की दर्जनों संस्थाओं में बराबर बुलावा आता रहता है।

इसी दिशा निर्देशन के बल पर डॉ प्रदीप कुमार ने हजारों छात्रों को करियर की सही राह दिखाने के साथ-साथ उन्हें मानसिक रूप से भी मजबूत बनाया है। उनके द्वारा दी जाने वाली करियर काउंसलिंग न केवल छात्र की रुचियों और क्षमताओं को ध्यान में रखती है, बल्कि आधुनिक अवसरों और व्यावसायिक संभावनाओं से भी जोड़ती है। उनके मार्गदर्शन में कई छात्र आज भारत के प्रतिष्ठित संस्थानों में अध्ययनरत हैं या कार्यरत हैं।

मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में डॉ प्रदीप कुमार का योगदान विशेष रूप से उल्लेखनीय है। उन्होंने परीक्षा के तनाव, आत्मविश्वास की कमी, डिजिटल लत, और पारिवारिक दबाव जैसी समस्याओं से जूझ रहे छात्रों के लिए कई प्रभावी सत्र और थेरेपी सेशन भी आयोजित किए हैं। उनका कहना है, हर बच्चे को सुना और समझा जाना चाहिए, बच्चे की सफलता का यही पहला कदम है l उनकी सेवाओं का लाभ न केवल छात्र, बल्कि शिक्षक और अभिभावक भी उठा रहे हैं। वे नियमित रूप से “संवेदनशील पेरेंटिंग” एवं “स्टूडेंट व्यवहार अंडरस्टैंडिंग” जैसे विषयों पर कार्यशालाएं आयोजित कर, शिक्षण समुदाय को भी मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रहे हैं।

कोविड-19 महामारी के दौरान जब बच्चे मानसिक रूप से बेहद अस्थिर हो गए थे, उस समय डॉ कुमार ने ऑनलाइन काउंसलिंग, वेबिनार एवं इंटरएक्टिव सेशन के माध्यम से हजारों बच्चों एवं अभिभावकों को संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।उनकी लोकप्रियता का कारण केवल उनका ज्ञान ही नहीं, बल्कि उनकी सहानुभूतिपूर्ण संवाद शैली और बच्चों से जुड़ने की क्षमता भी है। वे बच्चों में आत्मविश्वास, स्पष्टता और सकारात्मक सोच जगाते हैं।

हाईस्कूल ओर इंटरमीडिएट की परीक्षा के दौरान ,परीक्षा पर चर्चा करने ओर छात्र छात्राओं को मानसिक रूप में विकसित सेशन के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी डॉ कुमार को धन्यवाद पत्र भेजा गया , शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों और अभिभावकों ने डॉ प्रदीप कुमार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनके जैसे समर्पित काउंसलर और साइकोलॉजिस्ट की उपस्थिति आज के समय की महती आवश्यकता है।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

International

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शिक्षा व मानसिक स्वास्थ्य में अनुकरणीय योगदान सहित मेंटोर, करियर काउंसलर एवं साइकोलॉजिस्ट के रूप में भी प्रसिद्धि

मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर जिले की विभिन्न संस्थाओं में गैस्ट काउंसलर के रूप में अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं, बागपत जनपद के मूल निवासी होने के कारण यहां की दर्जनों संस्थाओं में बराबर बुलावा आता रहता है।

बडौत,14 जुलाई 2025 (यूटीएन)। प्रतिस्पर्धात्मक और तनावपूर्ण शैक्षिक वातावरण में छात्रों को मार्गदर्शन एवं मानसिक सशक्तिकरण की अत्यधिक आवश्यकता है। इसी दिशा में कार्य करने वाले डॉ प्रदीप कुमार, एक अनुभवी मेंटोर, करियर काउंसलर एवं साइकोलॉजिस्ट के रूप में विद्यार्थियों के जीवन को नई दिशा देने में जुटे हैं। इसके लिए मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर जिले की विभिन्न संस्थाओं में गैस्ट काउंसलर के रूप में अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं। बागपत जनपद के मूल निवासी होने के कारण यहां की दर्जनों संस्थाओं में बराबर बुलावा आता रहता है।

इसी दिशा निर्देशन के बल पर डॉ प्रदीप कुमार ने हजारों छात्रों को करियर की सही राह दिखाने के साथ-साथ उन्हें मानसिक रूप से भी मजबूत बनाया है। उनके द्वारा दी जाने वाली करियर काउंसलिंग न केवल छात्र की रुचियों और क्षमताओं को ध्यान में रखती है, बल्कि आधुनिक अवसरों और व्यावसायिक संभावनाओं से भी जोड़ती है। उनके मार्गदर्शन में कई छात्र आज भारत के प्रतिष्ठित संस्थानों में अध्ययनरत हैं या कार्यरत हैं।

मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में डॉ प्रदीप कुमार का योगदान विशेष रूप से उल्लेखनीय है। उन्होंने परीक्षा के तनाव, आत्मविश्वास की कमी, डिजिटल लत, और पारिवारिक दबाव जैसी समस्याओं से जूझ रहे छात्रों के लिए कई प्रभावी सत्र और थेरेपी सेशन भी आयोजित किए हैं। उनका कहना है, हर बच्चे को सुना और समझा जाना चाहिए, बच्चे की सफलता का यही पहला कदम है l उनकी सेवाओं का लाभ न केवल छात्र, बल्कि शिक्षक और अभिभावक भी उठा रहे हैं। वे नियमित रूप से “संवेदनशील पेरेंटिंग” एवं “स्टूडेंट व्यवहार अंडरस्टैंडिंग” जैसे विषयों पर कार्यशालाएं आयोजित कर, शिक्षण समुदाय को भी मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रहे हैं।

कोविड-19 महामारी के दौरान जब बच्चे मानसिक रूप से बेहद अस्थिर हो गए थे, उस समय डॉ कुमार ने ऑनलाइन काउंसलिंग, वेबिनार एवं इंटरएक्टिव सेशन के माध्यम से हजारों बच्चों एवं अभिभावकों को संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।उनकी लोकप्रियता का कारण केवल उनका ज्ञान ही नहीं, बल्कि उनकी सहानुभूतिपूर्ण संवाद शैली और बच्चों से जुड़ने की क्षमता भी है। वे बच्चों में आत्मविश्वास, स्पष्टता और सकारात्मक सोच जगाते हैं।

हाईस्कूल ओर इंटरमीडिएट की परीक्षा के दौरान ,परीक्षा पर चर्चा करने ओर छात्र छात्राओं को मानसिक रूप में विकसित सेशन के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी डॉ कुमार को धन्यवाद पत्र भेजा गया , शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों और अभिभावकों ने डॉ प्रदीप कुमार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनके जैसे समर्पित काउंसलर और साइकोलॉजिस्ट की उपस्थिति आज के समय की महती आवश्यकता है।

स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |

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