मथुरा, 07 अक्टूबर 2025 (यूटीएन)। वर्ष 2023 में रामवीर व उसके साथी दिल्ली निवासी विनोद घर आए और 10 लाख रुपये खर्च करो तो पुत्र की नौकरी गृह मंत्रालय में लग सकती है। 50-60 हजार रुपये हर महीने वेतन मिलेगा। विनोद ने कहा कि नियुक्ति पत्र पूरे 10 लाख रुपये मिलने के बाद ही मिलेगा। पीड़ित के मुताबिक उनके द्वारा 25 अक्तूबर 2023 से 15 नवंबर 2023 तक विनोद के खाते में किस्तों में 9 लाख 25 हजार रुपये डाल दिए और बाकी 75 हजार रुपये नियुक्ति पत्र देने पर देने की बात हुई। कस्बा नौहझील निवासी व्यक्ति से उसके पुत्र की नौकरी गृह मंत्रालय में लगाने के नाम पर दो नामजदों द्वारा 10 लाख रुपये ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है।
नौकरी के नाम पर युवक को फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया गया। न्यायालय के आदेश पर दो नामजदों के खिलाफ केस दर्ज कर नौहझील पुलिस ठगों की तलाश में जुट गई है। कस्बा नौहझील निवासी रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि वह जल निगम विभाग में सेवारत हैं। उनकी पोस्टिंग वर्ष 1999 व 2007 में गांव कोलाना में रही। टेस्टिंग के दौरान उनकी जान-पहचान कॉलोनी निवासी रामवीर से हो गई। रमेश चंद्र ने बताया कि वह अपने पुत्र धीरज के लिए नौकरी की तलाश में थे। 1 जनवरी 2024 को रामवीर व विनोद घर आए और 75 हजार रुपये लेकर लोअर डिविजन क्लर्क के पद पर नियुक्ति का एक पत्र धीरज शर्मा के नाम दिया और कहा कि एक महीने के दौरान कभी भी गृह मंत्रालय दिल्ली जाकर नौकरी ज्वाइन कर लें। वहीं नियुक्ति पत्र लेकर धीरज गृह मंत्रालय पहुंचे तो अधिकारियों ने बताया कि ऐसा कोई नियुक्ति पत्र उनके यहां से जारी नहीं हुआ है।
इस मामले में थाना नौहझील व एसएसपी ऑफिस में भी तहरीर दी गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सीओ आशीष शर्मा ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर दो नामजदों कॉलोनी निवासी रामवीर व दिल्ली निवासी विनोद के खिलाफ केस दर्ज कर दोनों की तलाश की जा रही है।
मथुरा-ब्यूरो चीफ, (अजय वीर सिंह)।