नई दिल्ली, 18 जुलाई 2025 (यूटीएन)। दिल्ली में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ तीन इन्फोर्समेंट केस इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट्स दर्ज की हैं। इन्फोर्समेंट केस इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट्स को आमतौर पर एफआईआर के समकक्ष माना जाता है। ये रिपोर्टें आम आदमी पार्टी सरकार के दौरान हुए तीन अलग-अलग परियोजनाओं में वित्तीय गड़बड़ियों से संबंधित हैं।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि आप नेताओं से जल्द ही पूछताछ की जा सकती है। इसमें पूर्व स्वास्थ्य मंत्रियों सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन के खिलाफ समन जारी किया जा सकता है। इससे पहले एक अन्य मनी लॉन्ड्रिंग केस में सत्येंद्र जैन को लंबे समय तक जेल में रह चुके हैं। फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं।
*क्या हैं 6000 करोड़ के घोटाले के नए मामले?*
ईडी सूत्रों के अनुसार, आरोप है कि आम आदमी पार्टी सरकार के दौरान दिल्ली में अस्पतालों के निर्माण के लिए आवंटित बजट में व्यापक स्तर पर गड़बड़ियां की गईं, जिससे सरकार को भारी नुकसान हुआ। इसके अलावा शेल्टर होम (रैन बसेरा) योजना में बेघर लोगों के लिए बनाए जाने वाले शेल्टर होम्स की परियोजनाओं में भी ठेके देने, निर्माण की गुणवत्ता और व्यय को लेकर संदेह जताया गया है। जबकि राजधानी में सार्वजनिक सुरक्षा के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरा प्रोजेक्ट में उपकरणों की खरीद, इंस्टॉलेशन और भुगतान प्रक्रिया में भारी अनियमितताओं के आरोप हैं।
*क्या है अस्पताल घोटाले का मामला?*
ईडी के अनुसार, 2018-19 में दिल्ली सरकार ने 24 अस्पतालों के निर्माण को मंजूरी दी थी, जिसमें आईसीयू सहित इन्फ्रास्ट्रक्चर छह महीने में तैयार होना था। लेकिन लगभग 800 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद केवल 50% कार्य ही पूरा हुआ। लोक नायक अस्पताल में निर्माण लागत 488 करोड़ से बढ़कर 1135 करोड़ तक पहुंच गई। ईडी का आरोप है कि कुछ परियोजनाएं बिना वैध स्वीकृति के शुरू की गईं। इस मामले में सत्येंद्र जैन और सौरभ भारद्वाज की भूमिका की जांच की जा रही है।
*सीसीटीवी घोटाले में क्या आरोप?*
ईडी सूत्रों के अनुसार, साल 2019 में दिल्ली की तत्कालीन आम आदमी पार्टी की सरकार ने 1.4 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला लिया। जिसके लिए 571 करोड़ रुपये की परियोजना भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को दी गई, लेकिन तय समय पर काम पूरा नहीं हुआ और कंपनी पर 17 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया।
आरोप है कि उस समय के मंत्री सत्येंद्र जैन ने यह जुर्माना माफ कर दिया और इसके बदले 7 करोड़ रुपये रिश्वत ली थी। इस पर एसीबी ने केस दर्ज किया।
*डीयूएसआईबी घोटाला क्या है?*
ईडी ने दावा किया है कि दिल्ली अर्बन शेल्टर इंप्रूवमेंट बोर्ड में भी भारी भ्रष्टाचार हुआ। जांच में 207 करोड़ रुपये का फर्जी एफडीआर घोटाला और कोरोना काल में 250 करोड़ रुपये के फर्जी दस्तावेजों से कार्य दिखाने की बात सामने आई है। आरोप यह भी है कि नकली कर्मचारियों को वेतन देकर नेताओं को कमीशन दिया गया। इस प्रकरण की जांच सीबीआई और एसीबी दोनों कर रहे हैं।
*कुल घोटाले की राशि*
इन तीनों मामलों में ईडी ने प्राथमिक रूप से करीब 6,368 करोड़ रुपये की गड़बड़ी का संदेह जताया है। रिपोर्ट के अनुसार, यह घोटाला संभवतः कई चरणों में हुआ और इसमें निजी ठेकेदारों, सरकारी अधिकारियों और राजनीतिक नेतृत्व की मिलीभगत का संदेह है। इसको लेकर केंद्रीय जांच एजेंसी ने इन्फोर्समेंट केस इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट्स दर्ज की है। यह रिपोर्ट एफआईआर के बराबर है।
*आप नेताओं की बढ़ सकती हैं मुश्किलें*
दिल्ली में यह नया मामला आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं के लिए गंभीर संकट का कारण बन सकता है। इससे पहले भी दिल्ली शराब नीति मामले में आप नेता ईडी और सीबीआई की जांच झेल रहे हैं। दरअसल, दिल्ली में आम आदमी पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए हैं। इसमें सबसे प्रमुख है साल 2021-22 बनाई गई नई शराब नीति। इसमें बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए। सीएजी की रिपोर्ट के अनुसार, आप सरकार में बनी इस नीति में लाइसेंस शुल्क में नियमों की अनदेखी और को-वेंडरों को विशेष लाभ देने के आरोप हैं।
*आम आदमी पार्टी पर पहले से चल रहे ये मामले*
इस मामले में सीबीआई और ईड ने कई आप नेताओं पर मुकदमा दर्ज किया था। इसमें अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह के खिलाफ जांच और चार्जशीट दाखिल की थी। यह सभी नेता फिलहाल सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर बाहर हैं। दिल्ली में आप के खिलाफ भ्रष्टाचार का दूसरा बड़ा मामला स्कूलों में कक्षा निर्माण का है। स्कूलों में 12,748 कमरे बनाने की परियोजना में एसीबी ने 2,892 करोड़ रुपये खर्च में भारी अनियमितताओं का दावा करते हुए एक अनुमानित घोटाले (लगभग 2,000 करोड़) की एफआईआर दर्ज की।
इसमें मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन को समन जारी किया गया। इसके अलावा स्वास्थ्य एवं हॉस्पिटल परियोजनाओं में पूर्व मंत्री सत्येन्दर जैन व सौरभ भारद्वाज के खिलाफ भी एसीबी जांच मंजूर हुई।
*आम आदमी पार्टी ने बताया राजनीती से प्रेरित*
दिल्ली में आप सरकार और नेताओं के खिलाफ दर्ज किए गए इन सभी मामलों में आम आदमी पार्टी का दावा है कि यह सभी मामले राजनीति से प्रेरित हैं। बिना ठोस सबूत आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा सरकार का कहना है कि दिल्ली भ्रष्टाचार का विरोध कर सत्ता में आई आम आदमी पार्टी ने खुद बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया है। भाजपा दिल्ली में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार जांच कराने की बात कह रही है। इन सभी मामलों से दिल्ली का सियासी पारा गरमा गया है
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।