Thursday, July 17, 2025

National

spot_img

लोकसभा अध्यक्ष की पहल; अब सांसदों, आगंतुकों को मिलेगा ‘सेहतमंद आहार

संसद की कैंटीन में सेहत को ध्यान में रखते हुए भोजन उपलब्ध कराने की पहल इस मायने में भी महत्वपूर्ण है कि सत्र के दौरान कार्यवाही लंबे समय तक और कई बार देर रात तक चलती है.

नई दिल्ली, 17 जुलाई 2025 (यूटीएन)। संसद में कामकाज की उत्पादकता बढ़ाने के बाद अब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों, अधिकारियों और आगंतुकों की सेहत का भी खास ख्याल रखने की योजना बनाई है. इसके तहत अब संसद में रागी बाजरा इडली और ज्वार उपमा से लेकर मूंग दाल का चीला और उबली सब्जियों के साथ ग्रिल्ड मछली तक कई सेहतमंद आहार उपलब्ध कराए जाएंगे. सेहतमंद आहार का मेन्यू लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कहने पर तैयार किया गया है. लोकसभा अध्यक्ष का मानना है कि स्वास्थ्य से किसी तरह का समझौता किए बिना जनकल्याण के कार्यों को आगे बढ़ाना है. संसद की कैंटीन में सेहत को ध्यान में रखते हुए भोजन उपलब्ध कराने की पहल इस मायने में भी महत्वपूर्ण है कि सत्र के दौरान कार्यवाही लंबे समय तक और कई बार देर रात तक चलती है. स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए संसद की कैंटीन ने पोषण को अहमियत देते हुए विशेष मेन्यू की पहल की है.
अब संसद में लज़ीज़ पकवानों के साथ ही बाजरे से बने पकवान, फाइबर युक्त सलाद और प्रोटीन-पैक सूप उपलब्ध होगा जो एक स्वस्थ आहार को बढ़ावा देने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है. प्रत्येक व्यंजन को सावधानीपूर्वक इस तरह तैयार किया गया है कि उसमें कार्बोहाइड्रेट, सोडियम और कैलोरी कम हों तथा सेहत के लिए जरूरी पोषक तत्व अधिक हों.
संसद की कैंटीन के मेन्यू में कहा गया है, ‘‘प्रत्येक व्यंजन को उच्चतम पोषण मानकों को पूरा करते हुए सावधानीपूर्वक तैयार किया जाता है ताकि वे कार्बोहाइड्रेट में कम, सोडियम में कम और कैलोरी में कम हों जबकि फाइबर में अधिक और प्रोटीन से समृद्ध हो.’ मेन्यू में उन खाद्य पदार्थों को प्रमुखता से स्थान मिला है जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित अंतराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष, 2023 में शामिल थे. मुख्य आकर्षणों में सांबर के साथ रागी बाजरा इडली और चटनी (270 किलो कैलोरी), ज्वार उपमा (206 किलो कैलोरी) और चीनी-मुक्त मिक्स बाजरा खीर (161 किलो कैलोरी) शामिल हैं.
चना चाट और मूंग दाल चीला जैसे लोकप्रिय भारतीय व्यंजन भी प्रमुखता से शामिल हैं. हल्के नाश्ते के लिए सांसद जौ और ज्वार का सलाद (294 किलो कैलोरी) और गार्डन फ्रेश सलाद (113 किलो कैलोरी) जैसे रंग-बिरंगे सलाद के साथ-साथ भुने टमाटर, तुलसी का शोरबा और सब्जियों के गरमागरम सूप का आनंद ले सकते हैं. मांसाहार का सेवन करने वाले सदस्यों की सेहत का भी ख्याल रखा गया है. उनके लिए ग्रिल्ड उबली सब्जियों के साथ ग्रिल्ड चिकन (157 किलो कैलोरी) और ग्रिल्ड फिश (378 किलो कैलोरी) जैसे पोषक विकल्प उपलब्ध हैं. पेय पदार्थों के मेन्यू में ‘हेल्थ-फर्स्ट’ दृष्टिकोण को दर्शाया गया है जिसमें ग्रीन और हर्बल चाय, मसाला सत्तू और गुड़ के स्वाद वाला आम पन्ना होगा जो चीनी से भरपूर सोडे और पारंपरिक मिठाइयों की जगह ले रहा है.
सेहतमंद विकल्पों को बढ़ावा देने की तात्कालिकता को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में अपने ‘मन की बात’ संबोधन में मोटापे से निपटने के लिए देशव्यापी जागरूकता और सामूहिक कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया था और उन्होंने विशेष रूप से खाद्य तेल की खपत को कम करने की अपील की थी. लोकसभा अध्यक्ष सदन के सत्र के दौरान सांसदों के लिए नियमित स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित करते रहे हैं. कई विशेषज्ञों ने सांसदों के लिए स्वस्थ जीवनशैली और आहार पर व्याख्यान भी दिए हैं. इस प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करते हुए, सरकार ने ‘फिट इंडिया मूवमेंट’, राष्ट्रीय गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण कार्यक्रम (एनपी-एनसीडी), पोषण अभियान, ‘ईट राइट इंडिया’ और ‘खेलो इंडिया’ सहित कई पहल शुरू की हैं.
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

International

spot_img

लोकसभा अध्यक्ष की पहल; अब सांसदों, आगंतुकों को मिलेगा ‘सेहतमंद आहार

संसद की कैंटीन में सेहत को ध्यान में रखते हुए भोजन उपलब्ध कराने की पहल इस मायने में भी महत्वपूर्ण है कि सत्र के दौरान कार्यवाही लंबे समय तक और कई बार देर रात तक चलती है.

नई दिल्ली, 17 जुलाई 2025 (यूटीएन)। संसद में कामकाज की उत्पादकता बढ़ाने के बाद अब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों, अधिकारियों और आगंतुकों की सेहत का भी खास ख्याल रखने की योजना बनाई है. इसके तहत अब संसद में रागी बाजरा इडली और ज्वार उपमा से लेकर मूंग दाल का चीला और उबली सब्जियों के साथ ग्रिल्ड मछली तक कई सेहतमंद आहार उपलब्ध कराए जाएंगे. सेहतमंद आहार का मेन्यू लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कहने पर तैयार किया गया है. लोकसभा अध्यक्ष का मानना है कि स्वास्थ्य से किसी तरह का समझौता किए बिना जनकल्याण के कार्यों को आगे बढ़ाना है. संसद की कैंटीन में सेहत को ध्यान में रखते हुए भोजन उपलब्ध कराने की पहल इस मायने में भी महत्वपूर्ण है कि सत्र के दौरान कार्यवाही लंबे समय तक और कई बार देर रात तक चलती है. स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए संसद की कैंटीन ने पोषण को अहमियत देते हुए विशेष मेन्यू की पहल की है.
अब संसद में लज़ीज़ पकवानों के साथ ही बाजरे से बने पकवान, फाइबर युक्त सलाद और प्रोटीन-पैक सूप उपलब्ध होगा जो एक स्वस्थ आहार को बढ़ावा देने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है. प्रत्येक व्यंजन को सावधानीपूर्वक इस तरह तैयार किया गया है कि उसमें कार्बोहाइड्रेट, सोडियम और कैलोरी कम हों तथा सेहत के लिए जरूरी पोषक तत्व अधिक हों.
संसद की कैंटीन के मेन्यू में कहा गया है, ‘‘प्रत्येक व्यंजन को उच्चतम पोषण मानकों को पूरा करते हुए सावधानीपूर्वक तैयार किया जाता है ताकि वे कार्बोहाइड्रेट में कम, सोडियम में कम और कैलोरी में कम हों जबकि फाइबर में अधिक और प्रोटीन से समृद्ध हो.’ मेन्यू में उन खाद्य पदार्थों को प्रमुखता से स्थान मिला है जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित अंतराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष, 2023 में शामिल थे. मुख्य आकर्षणों में सांबर के साथ रागी बाजरा इडली और चटनी (270 किलो कैलोरी), ज्वार उपमा (206 किलो कैलोरी) और चीनी-मुक्त मिक्स बाजरा खीर (161 किलो कैलोरी) शामिल हैं.
चना चाट और मूंग दाल चीला जैसे लोकप्रिय भारतीय व्यंजन भी प्रमुखता से शामिल हैं. हल्के नाश्ते के लिए सांसद जौ और ज्वार का सलाद (294 किलो कैलोरी) और गार्डन फ्रेश सलाद (113 किलो कैलोरी) जैसे रंग-बिरंगे सलाद के साथ-साथ भुने टमाटर, तुलसी का शोरबा और सब्जियों के गरमागरम सूप का आनंद ले सकते हैं. मांसाहार का सेवन करने वाले सदस्यों की सेहत का भी ख्याल रखा गया है. उनके लिए ग्रिल्ड उबली सब्जियों के साथ ग्रिल्ड चिकन (157 किलो कैलोरी) और ग्रिल्ड फिश (378 किलो कैलोरी) जैसे पोषक विकल्प उपलब्ध हैं. पेय पदार्थों के मेन्यू में ‘हेल्थ-फर्स्ट’ दृष्टिकोण को दर्शाया गया है जिसमें ग्रीन और हर्बल चाय, मसाला सत्तू और गुड़ के स्वाद वाला आम पन्ना होगा जो चीनी से भरपूर सोडे और पारंपरिक मिठाइयों की जगह ले रहा है.
सेहतमंद विकल्पों को बढ़ावा देने की तात्कालिकता को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में अपने ‘मन की बात’ संबोधन में मोटापे से निपटने के लिए देशव्यापी जागरूकता और सामूहिक कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया था और उन्होंने विशेष रूप से खाद्य तेल की खपत को कम करने की अपील की थी. लोकसभा अध्यक्ष सदन के सत्र के दौरान सांसदों के लिए नियमित स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित करते रहे हैं. कई विशेषज्ञों ने सांसदों के लिए स्वस्थ जीवनशैली और आहार पर व्याख्यान भी दिए हैं. इस प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करते हुए, सरकार ने ‘फिट इंडिया मूवमेंट’, राष्ट्रीय गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण कार्यक्रम (एनपी-एनसीडी), पोषण अभियान, ‘ईट राइट इंडिया’ और ‘खेलो इंडिया’ सहित कई पहल शुरू की हैं.
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

National

spot_img

International

spot_img
RELATED ARTICLES