खेकड़ा,15 मार्च 2025 (यूटीएन)। क्षेत्र के सुन्हैड़ा गांव में आसमानी बिजली गिरने से एक छात्र झुलस गया। परिजनों ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज जारी है। हादसे के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है, जबकि ग्रामीण ढांढस बंधाने के लिए घर पहुंच रहे हैं।
सुन्हैड़ा गांव का 17 वर्षीय आयुष कक्षा 12 का छात्र है। शनिवार को वह अपने मकान के आंगन में खड़ा था, तभी अचानक मौसम बदल गया और आसमान में घने बादल छा गए। तेज गरज और चमक के साथ बिजली उसके मकान पर गिरी, जिसकी चपेट में आने से उसका चेहरा व शरीर झुलस गया। देखते ही परिजनों ने आनन फानन में उसे प्राथमिक उपचार देकर अस्पताल में भर्ती कराया।
*क्या है आकाशीय बिजली?*
आकाशीय बिजली एक वायुमंडलीय विद्युत विसर्जन यानि लाइटिंग डिस्चार्ज होती है। बरसाती मौसम में जब बादलों के बीच या धरती की सतह से उनका विद्युत संतुलन बिगड़ जाता है, तो बिजली गिरती है। यह अत्यधिक गर्म और तीव्र होती है, जिससे संपर्क में आने वाले व्यक्ति या वस्तु को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है।
*कैसे करें बचाव?*
•खुले मैदान या ऊंचे पेड़ों के नीचे खड़े न हों।
•बिजली चमकते समय मोबाइल फोन और धातु के उपकरणों का इस्तेमाल न करें।
•घर के अंदर रहें और धातु के पाइप, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूरी बनाएं।
•यदि बाहर हैं, तो पैरों को आपस में जोड़कर बैठें और जमीन पर लेटने से बचें।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |