नई दिल्ली, 21 सितम्बर (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ‘नागरिक देवो भव’ के मंत्र पर काम कर रही है और इसका असर देश को हालिया टैक्स सुधारों में दिखाई दे रहा है. उन्होंने कहा कि आयकर छूट और जीएसटी सुधारों को जोड़कर देखें तो बीते एक साल में लिए गए फैसलों से देशवासियों को 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत होगी.
*जीएसटी बचत महोत्सव शुरू हो रहा है*
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ टैक्स में कमी नहीं है, बल्कि देश के हर वर्ग को राहत देने वाला कदम है. ‘इसलिए मैं इसे बचत उत्सव कहता हूं. गरीब हो या मध्यमवर्ग, महिलाएं हों या युवा, हर किसी की जेब में ज्यादा बचत होगी और त्यौहारों के इस मौसम में सबका मुंह मीठा होगा.
*कीमतों में राहत के साथ नए अवसर*
मोदी ने स्पष्ट किया कि यह सुधार केवल कीमतें कम करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देश के लिए नए अवसर पैदा करेगा. ‘हमारे मध्यम वर्ग की बचत बढ़ेगी, युवाओं को फायदा होगा और पूरी अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी.
*कीमतों में राहत के साथ नए अवसर*
मोदी ने स्पष्ट किया कि यह सुधार केवल कीमतें कम करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देश के लिए नए अवसर पैदा करेगा. ‘हमारे मध्यम वर्ग की बचत बढ़ेगी, युवाओं को फायदा होगा और पूरी अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी.
*इनकम टैक्स और जीएसटी सुधार से बड़ा असर*
प्रधानमंत्री ने बताया कि सरकार ने हाल ही में आयकर छूट सीमा को 12 लाख रुपये तक बढ़ाया और जीएसटी स्लैब को सरल बनाकर केवल 5% और 18% किया है. रोजमर्रा और खाने-पीने की अधिकांश चीजें अब 5% की श्रेणी में आ गई हैं. इन सुधारों का सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था और आम लोगों की बचत पर पड़ेगा.
*विकास और निवेश को नई दिशा*
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन सुधारों से भारत की विकास यात्रा को गति मिलेगी, कारोबार करना आसान होगा, निवेश बढ़ेगा और हर राज्य विकास की दौड़ में बराबरी का साझेदार बनेगा. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले 11 सालों में 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को हराया है, और आगे भी ये सुधार देश की प्रगति को और तेज करेंगे.
*टैक्स जंजाल से मिली मुक्ति*
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने पुराने टैक्स ढांचे का जिक्र करते हुए कहा कि 2014 से पहले हालात इतने जटिल थे कि एक कंपनी के लिए देश के भीतर माल भेजना विदेश भेजने से भी मुश्किल पड़ता था. उन्होंने कहा, ‘उस दौर में टैक्स के जाल का सबसे ज्यादा बोझ गरीबों पर पड़ता था. आज का बदलाव उसी जंजाल से मुक्ति की दिशा में बड़ा कदम है.
*व्यापार और निवेश को बढ़ावा*
पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी सुधार से कारोबार और निवेश दोनों आसान होंगे। यह बदलाव भारत की ग्रोथ स्टोरी को आगे बढ़ाएगा। इस दौरान उन्होंने याद दिलाया कि 2017 में जीएसटी लागू होने के समय देश में दर्जनों अलग-अलग टैक्स थे, जैसे कि एंट्री टैक्स, सेल्स टैक्स, एक्साइज, वैट, सर्विस टैक्स आदि। नए सुधार इन जालों को सरल बनाएंगे और व्यापारियों को राहत देंगे।
*देश के हर वर्ग को फायदा*
प्रधानमंत्री ने कहा कि नए जीएसटी सुधारों से गरीब, मध्यम वर्ग, न्यू मिडिल क्लास, युवा, किसान, महिलाएं, दुकानदार और व्यापारी सभी को लाभ मिलेगा। त्योहारों के इस मौसम में इस बचत उत्सव से लोगों के चेहरे पर मुस्कान आएगी। होटल, यात्रा, वाहन और सामान की खरीद पर कम जीएसटी होने से आम जनता की जेब पर बोझ कम होगा।
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि पिछले 11 वर्षों में लगभग 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को मात दी है और नए मिडिल क्लास समूह ने देश की अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका निभाई है। सरकार ने इस साल 12 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स को शून्य कर दिया है, जिससे मध्यम वर्ग के लिए काफी राहत मिली है। अब जीएसटी में कमी के कारण घर, वाहन और यात्रा पर खर्च कम होगा और नागरिकों के सपनों को पूरा करना आसान होगा।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।