Thursday, July 31, 2025

National

spot_img

दुनिया के किसी भी देश ने भारत को आपरेशन सिंदूर रोकने के लिए नहीं कहा: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि पहलगाम हमला भारत को हिंसा की आग में झोंकने की साजिश थी, देश ने एकता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया, 22 अप्रैल के बाद मैंने सार्वजनिक रूप से और विश्व को समझाने के लिए अंग्रेजी में कहा था कि हम आतंक को मिट्टी में मिला देंगे।

नई दिल्ली, 29 जुलाई  2025  (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष और तमाम लोगों को आड़े हाथ लिया। पीएम मोदी ने कहा, ‘मैंने कहा था कि यह भारत के विजयोत्सव का एक सत्र है। जब मैं ‘विजयोत्सव’ की बात कर रहा हूं, तो मैं कहना चाहूंगा- ये ‘विजयोत्सव’ आतंक के ठिकानों को मिट्टी में मिलाने का है। विजयोत्सव ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का है। पीएम मोदी ने कहा कि सत्र के प्रारंभ में मैंने सांसदों से कहा था कि यह सत्र भारत के विजयोत्सव का है। यह भारत के गौरव गान का सत्र है। जब मैं विजयोत्सव की बात कर रहा हूं तो कहना चाहूंगा कि ये विजयोत्सव आतंकी ठिकानों को मिट्टी मिलाने का है। यह सिंदूर की सौगंध पूरा करने का है। यह भारत की सेना के शौर्य और साहस की विजयगाथा का है। यह 140 करोड़ भारतीयों की एकता का है। मैं इसी भाव से सदन में भारत का पक्ष रखने आया हूं। जिन्हें भारत का पक्ष नहीं दिखता उन्हें आइना दिखाने के लिए खड़ा हूं। देशवासियों का मुझ पर कर्ज है। 
पीएम मोदी ने कहा कि पहलगाम हमला भारत को हिंसा की आग में झोंकने की साजिश थी। देश ने एकता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया। 22 अप्रैल के बाद मैंने सार्वजनिक रूप से और विश्व को समझाने के लिए अंग्रेजी में कहा था कि हम आतंक को मिट्टी में मिला देंगे। सजा उनके आकाओं को भी होगी। कल्पाना से भी बड़ी सजा मिलेगी। 22 अप्रैल को मैं विदेश से लौटा और आने के बाद मैंने बैठक बुलाई। हमने साफ निर्देश दिए कि आतंकवाद को करारा जवाब देना होगा। ये हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। हमें हमारे सैन्य बलों की क्षमता पर विश्वास है। सेना को खुली छूट दे दी गई। कहा गया कि सेना तय करे कि कब, कहां, कैसे, किस प्रकार से हमला करना है। लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि हमें गर्व है कि आतंकियों को ऐसी सजा दी कि आज भी आतंक के आकाओं की नींद उड़ी हुई है।
हमारी सेना की सफलता का पहला पक्ष है कि पहलगाम हमले के बाद से ही पाकिस्तानी सेना को अंदाजा लग चुका था कि भारत बड़ी कार्रवाई करेगा। उनकी तरफ से परमाणु बम की धमकी के बयान आने लगे थे। भारत ने छह मई की रात और सात मई की सुबह बड़ी कार्रवाई की। पाकिस्तान कुछ नहीं कर पाया। 22 मिनट में 22 अप्रैल का बदला ले लिया। दूसरा पक्ष पाकिस्तान के साथ हमारी लड़ाई कई बार हुई है। लेकिन पहली बार भारत की रणनीति बनी कि जिसमें पहले जहां कभी नहीं गए, वहां हम पहुंचे। पाकिस्तान के कोने-कोने में आतंकी अड्डों को धुआं-धुआं कर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि हमने बहावलपुर, मुरीदके को ध्वस्त कर दिया। तीसरा पक्ष पाकिस्तान की परमाणु धमकी को हमने झूठा साबित कर दिया। भारत ने सिद्ध कर दिया कि परमाणु ब्लैकमेलिंग अब नहीं चलेगा और भारत नहीं झुकेगा। चौथा पक्ष भारत ने अपनी तकनीकी क्षमता दिखाई। पाकिस्तान के सीने पर सटीक प्रहार किया। उसको भारी नुकसान हुआ। आज तक उनके कई एयरबेस आईसीयू में पड़े हैं। आज तकनीकी आधारित युद्ध का युग है। ऑपरेशन सिंदूर इसमें सफल हुआ है। पिछले 10 साल में जो हमने तैयारियां की हैं वो न की होतीं तो हमारा नुकसान बहुत होता।
पांचवा पक्ष आत्मनिर्भर भारत की ताकत को दुनिया ने पहचाना। मेड इन इंडिया ड्रोन और मिसाइल ने पाकिस्तान के हथियारों की पोल खोल दी। पीएम मोदी ने कहा कि नेवी, आर्मी, वायु सेना तीनों के संयुक्त प्रयास ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिए। पहले आतंकियों के मास्टरमाइंड निश्चिंत रहते थे। अब स्थिति बदल गई है। अब हमले के बाद उनको नींद नहीं आती। उनको पता है कि भारत आएगा और मारकर जाएगा। ये न्यू नॉर्मल भारत ने सेट कर दिया है। दुनिया ने देख लिया कि हमारी कार्रवाई का दायरा कितना बड़ा है। सिंदूर से लेकर सिंधु तक पाकिस्तान पर कार्रवाई की है। ऑपरेशन सिंदूर ने तय कर दिया कि भारत में आतंकी हमले की उसके आका और पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। ऑपरेशन सिंदूर से स्पष्ट है कि अब भारत पर हमला हुआ तो हम अपनी शर्ताें पर अपने तरीके से जवाब  देकर रहेंगे। कोई भी परमाणु हमले की धमकी नहीं चलेगा। हम आतंकी सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा में कार्रवाई करने से रोका नहीं है। संयुक्त राष्ट्र के 193 देश में से सिर्फ तीन देश ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में थे।
क्वाड, ब्रिक्स, फ्रांस, रूस, जर्मनी समेत तमाम देश दुनियाभर से भारत को समर्थन मिला। लेकिन देश के वीरों के पराक्रम को कांग्रेस का समर्थन नहीं मिला। 22 अप्रैल के बाद तीन-चार दिन में ही ये उछल रहे थे। कहने लगे कि कहां गया मोदी? मोदी फेल हो गया। बड़ा मजा ले रहे थे। उनके पहलगाम के निर्दोष लोगों की हत्या में राजनीति दिख रही थी। अपनी स्वार्थी राजनीति के लिए मुझ पर निशाना साधा रहे थे। उनकी बयानबाजी और छिछोरापन देश के सुरक्षा बलों का मनोबल गिरा रही थी। कांग्रेस के नेताओं को न भारत के सामर्थ्य पर भरोसा है और न सेना पर। इसलिए वे ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठा रहे हैं। ऐसा करके वे देशवासियों के दिल में जगह नहीं बना सकते। पीएम मोदी ने कहा कि 10 मई को भारत में ऑपरेशन सिंदूर के तहत हो रहे एक्शन को रोकने की घोषणा की। इस पर तरह-तरह की बातें की गईं। यह प्रोपैंगैंडा सीमापार से फैलाया गया। कुछ लोग पाकिस्तान के झूठ प्रचार को आगे बढ़ा रहे हैं।
जबकि भारत का रुख हमेशा स्पष्ट रहा है। जब सर्जिकल स्ट्राइक हुआ तो हमारा लक्ष्य था कि हम उनके इलाके में जाकर आतंकियों के लॉन्चिंग पैड ध्वस्त करेंगे। हमारा लक्ष्य तय था। बालाकोट में हमारा लक्ष्य था कि आतंकियों के ट्रेनिंग सेंटर तबाह करेंगे, हमने कर दिखाया। ऑपरेशन सिंदूर में हमारा लक्ष्य था कि आतंकियों के योजना बनाने वाले स्थानों पर हमला किया। हमने आतंकियों की नाभि पर हमला किया। मोदी ने कहा कि हमने सटीक तरीके से ऑपरेशन सिंदूर के आतंकियों की नाभि पर प्रहार किया। हमारी सेना ने शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करके देश के सामथ्र्य का परिचय दिया। कुछ लोग काफी बातें भूल जाते हैं। मैं बताता हूं कि छह और सात मई को ऑपरेशन हुआ। सात मई को सुबह ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना ने स्पष्ट कर दिया था कि हमारा लक्ष्य है कि आतंकी,उनके आका को हम ध्वस्त करना चाहते थे। हमने हमारा काम कर दिया है। मैं कहता हूं कि भारत की सेना ने पाकिस्तान की सेना को चंद मिनटों में बता दिया कि हमारा लक्ष्य था, हमने लक्ष्य पूरा कर दिया। ताकि पता चले कि उनके दिल और दिमाग में क्या चलता है।
अगर पाकिस्तान समझदार होता तो आतंकियों के साथ खड़े होने की गलती न करता। उसने आतंकियों के साथ खड़े होने का फैसला किया। हम भी मौके की तलाश में थे। पीएम मोदी ने कहा कि जब पाकिस्तान ने आतंकियों की मदद में आने का फैसला किया तो भारत की सेना ने कई वर्ष तक याद रख जाए ऐसा जवाब दिया। नौ मई की आधीरात और 10 मई की सुबह हमारी मिसाइलों ने पाकिस्तान में प्रचंड प्रहार किया। इसके बाद पाकिस्तान घुटने पर आने पर मजबूर हो गया। पाकिस्तान के लोग कह रहे थे कि हम जब तक सोचते तब तक भारत ने हमला कर दिया। जब इतना कड़ा प्रहार हुआ तब जाकर पाकिस्तान ने फोन करके डीजीएमओ से गुहार लगाई। बहुत मारा। ज्यादा मार झेलने की ताकत नहीं है। प्लीज हमला रोक दो। यह पाकिस्तान के डीजीएमओ के शब्द थे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की नीति थी कि हम आतंक और उनके आका और ठिकाने हमारे लक्ष्य है। हमने कहकर सब किया था।
यह कहकर हमने हमला रोका है। दुनिया के किसी भी नेता ने भारत को ऑपरेशन रोकने के लिए नहीं कहा। उसी दौरान नौ तारीख की रात को अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने मुझसे बात करने की कोशिश की। मैं उनका फोन नहीं उठा पाया। मैंने बाद में उनको कॉल किया। उन्होंने मुझे बताया कि पाकिस्तान बड़ा हमला करने वाला है। मेरा जवाब था कि अगर पाकिस्तान का ये इरादा है तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा। अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो बड़ा हमला करके जवाब देंगे। आगे मैंने कहा था कि हम गोली का जवाब गोले से देंगे। हमने पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को तहस-नहस कर दिया। आज पाकिस्तान जान गया है कि भारत का हर जवाब पहले से ज्यादा तगड़ा होता है। उसे पता है भविष्य में नौबत आई तो भारत कुछ भी कर सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है। पाकिस्तान ने दुस्साहस किया तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा। आज का भारत का आत्मविश्वास से भरा हुआ है। भारत आत्मनिर्भरता के मंत्र को लेकर पूरी शक्ति के साथ तेज गति से आगे बढ़ रहा है। भारत आत्मनिर्भर बनता जा रहा है।
देश देख रहा है कि भारत आत्मनिर्भर तो बनता जा रहा है लेकिन कांग्रेस मुद्दों के लिए पाकिस्तान पर निर्भर है। कांग्रेस को मुद्दे आयात करने पड़ते हैं। सेना के मनोबल को कमजोर करने के खेल खेले जाते हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगी पाकिस्तान के प्रपंच के प्रवक्ता बन चुके हैं। मोदी ने कहा कि देश की सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की। तो तुरंत कांग्रेस वालों ने सेना से सबूत मांगे थे। जब उन्होंने देश का मूड देखा तो सुर बदलने लगे। बदलकर कहने लगे कि सर्जिकल स्ट्राइक क्या बड़ी बात है। ये तो हमने भी की थी। हर नेता अलग-अलग आंकड़ा बता रहा था। बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद कुछ कह नहीं पाए तो फोटो मांगने लगे। पाकिस्तान भी यही पूछता था, ये भी यही पूछते थे। पायलट अभिनंदन के पकड़े जाने पर पाकिस्तान खुश था, लेकिन भारत में कुछ लोग खुश थे। कह रहे थे कि अब मोदी फंसा। इसके बाद डंके की चोट पर अभिनंदन वापस आया। हम अभिनंदन को ले आए तो इनकी बोलती बंद हो गई। पहलगाम के बाद हमारा जवान पाकिस्तान के कब्जे में गया। इनको फिर लगा कि अब फिर मोदी फंसा। कांग्रेस ने सोशल मीडिया में कई कहानियां वायरल कीं। बीएसएफ का वह जवान भी आन, बान, शान के साथ वापस आया।
आतंकवादी और उनके आका रो रहे हैं। यहां भी कुछ लोग रो रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद कांग्रेस ने नया पैंतरा शुरू किया कि इसे रोक क्यों दिया? वाह रे बयान बहादुरों, आपको विरोध का बहाना चाहिए। इसलिए पूरा देश आप पर हंस रहा है। सेना का विरोध, सेना के प्रति कांग्रेस में पुरानी निगेटिविटी है। देश ने करगिल विजय दिवस मनाया। देश जानता है कि कांग्रेस ने करगिल की विजय को अपनाया नहीं। जब डोकलाम में हमारा सैन्य शौर्य दिखा रहा था तो कांग्रेस नेता चुपके चुपके किससे ब्रीफिंग लेते थे सारी दुनिया जान गई है। पाकिस्तान के सारे बयान और हमारे विरोधियों के बयान एक हैं। पाकिस्तान के सुर में सुर मिला दिया। पीएम मोदी ने कहा कि करो चर्चा इतनी करो कि दुश्मन दहशत से दहल उठे। रहे ध्यान बस इतना ही मान सिंदूर और सेना का प्रश्नों में भी अटल रहे। हमला मां भारती पर हुआ तो प्रचंड प्रहार करना होगा। हमें भारत के लिए ही जीना होगा। कांग्रेस एक परिवार के दबाव में पाकिस्तान को क्लीन चिट देना बंद करे। कांग्रेस अपनी गलती सुधारे। गर्व के क्षण का उपहास न उड़ाए।
भारत आतंक की नर्सरी में ही आतंक को मिट्टी मिलाएगा। ऑपरेशन सिंदूर जारी है। ये पाकिस्तान के लिए भी नोटिस है। जब तक वो भारत के खिलाफ आतंक को रोकेगा नहीं, तब-तब भारत एक्शन लेगा। भारत सुरक्षित हो, यही हमारा संकल्प है। मैंने भारत का पक्ष रखा है। पीएम मोदी ने कहा कि 2001 में देश की संसद पर हमला हुआ तो एक कांग्रेस नेता ने अफजल गुरु को सम्मान देने की बात कही। मुंबई हमले के बाद एक पाकिस्तानी आतंकी पकड़ा गया। लेकिन कांग्रेस पाकिस्तानी आतंकी को लेकर खेल खेलती रही। कांग्रेस उस आतंकी को भगवा आतंकी सिद्ध करने में जुटी थी। कांग्रेस दुनिया को हिंदू आतंकवाद की थ्योरी बेच रही थी। कांग्रेस ने संविधान को जम्मू-कश्मीर से बाहर रखा। तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस ने आतंकवाद से जुड़े कानून को कंट्रोल किया। मैं कहता हूं कि पहलगाम ने हमको झकझोर दिया है। हमने ऑपरेशन सिंदूर किया तो देश में सिंदूर स्प्रिरिट पैदा हुई।
यह हमने तब भी देखी जब हमारे प्रतिनिधिमंडल विदेश गए। प्रतिनिधिमंडल ने भारत की बात दुनिया के सामने रखी। मुझे दुख है कि कांग्रेस के बडे़ नेता के पेट में दर्द  है कि भारत का पक्ष दुनिया को क्यों बताया गया? कुछ नेताओं के सदन में बोलने पर पाबंदी लगा दी गई। इस मानसिकता से बाहर निकलने की जरूरत है। पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष में बैठे लोग आतंकवाद पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। जब यह सत्ता में थे तब देश का हाल क्या है, क्या रहा वो आज भी देश भूला नहीं है। 2014 से पहले देश में असुरक्षा का माहौल था।
लोग आज सिहर जाते हैं। हम सबको याद है कि हार जगह घोषणा होती थी कि कोई लावारिस चीज दिखे छूना मत। हम 2014 तक यही सुनते रहे। ऐसा लगता था कि जैसे देश के कोने-कोने में, कदम-कदम पर बम बिछे हैं। कांग्रेस की कमजोर सरकारों के कारण देश ने तमाम जानें गंवाई। आतंकवाद पर लगाम लगाई जा सकती थी। हमने 11 साल में ये करके दिखाया है। 2004 से 2014 के बीच होने वाली घटनाओं में कमी आई है। जब हम आतंकवाद पर नकेल कस सकते हैं तो कांग्रेस की क्या मजबूरी थी कि उसने आतंकवाद को क्यों नहीं रोका।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

International

spot_img

दुनिया के किसी भी देश ने भारत को आपरेशन सिंदूर रोकने के लिए नहीं कहा: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि पहलगाम हमला भारत को हिंसा की आग में झोंकने की साजिश थी, देश ने एकता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया, 22 अप्रैल के बाद मैंने सार्वजनिक रूप से और विश्व को समझाने के लिए अंग्रेजी में कहा था कि हम आतंक को मिट्टी में मिला देंगे।

नई दिल्ली, 29 जुलाई  2025  (यूटीएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष और तमाम लोगों को आड़े हाथ लिया। पीएम मोदी ने कहा, ‘मैंने कहा था कि यह भारत के विजयोत्सव का एक सत्र है। जब मैं ‘विजयोत्सव’ की बात कर रहा हूं, तो मैं कहना चाहूंगा- ये ‘विजयोत्सव’ आतंक के ठिकानों को मिट्टी में मिलाने का है। विजयोत्सव ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का है। पीएम मोदी ने कहा कि सत्र के प्रारंभ में मैंने सांसदों से कहा था कि यह सत्र भारत के विजयोत्सव का है। यह भारत के गौरव गान का सत्र है। जब मैं विजयोत्सव की बात कर रहा हूं तो कहना चाहूंगा कि ये विजयोत्सव आतंकी ठिकानों को मिट्टी मिलाने का है। यह सिंदूर की सौगंध पूरा करने का है। यह भारत की सेना के शौर्य और साहस की विजयगाथा का है। यह 140 करोड़ भारतीयों की एकता का है। मैं इसी भाव से सदन में भारत का पक्ष रखने आया हूं। जिन्हें भारत का पक्ष नहीं दिखता उन्हें आइना दिखाने के लिए खड़ा हूं। देशवासियों का मुझ पर कर्ज है। 
पीएम मोदी ने कहा कि पहलगाम हमला भारत को हिंसा की आग में झोंकने की साजिश थी। देश ने एकता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया। 22 अप्रैल के बाद मैंने सार्वजनिक रूप से और विश्व को समझाने के लिए अंग्रेजी में कहा था कि हम आतंक को मिट्टी में मिला देंगे। सजा उनके आकाओं को भी होगी। कल्पाना से भी बड़ी सजा मिलेगी। 22 अप्रैल को मैं विदेश से लौटा और आने के बाद मैंने बैठक बुलाई। हमने साफ निर्देश दिए कि आतंकवाद को करारा जवाब देना होगा। ये हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। हमें हमारे सैन्य बलों की क्षमता पर विश्वास है। सेना को खुली छूट दे दी गई। कहा गया कि सेना तय करे कि कब, कहां, कैसे, किस प्रकार से हमला करना है। लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि हमें गर्व है कि आतंकियों को ऐसी सजा दी कि आज भी आतंक के आकाओं की नींद उड़ी हुई है।
हमारी सेना की सफलता का पहला पक्ष है कि पहलगाम हमले के बाद से ही पाकिस्तानी सेना को अंदाजा लग चुका था कि भारत बड़ी कार्रवाई करेगा। उनकी तरफ से परमाणु बम की धमकी के बयान आने लगे थे। भारत ने छह मई की रात और सात मई की सुबह बड़ी कार्रवाई की। पाकिस्तान कुछ नहीं कर पाया। 22 मिनट में 22 अप्रैल का बदला ले लिया। दूसरा पक्ष पाकिस्तान के साथ हमारी लड़ाई कई बार हुई है। लेकिन पहली बार भारत की रणनीति बनी कि जिसमें पहले जहां कभी नहीं गए, वहां हम पहुंचे। पाकिस्तान के कोने-कोने में आतंकी अड्डों को धुआं-धुआं कर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि हमने बहावलपुर, मुरीदके को ध्वस्त कर दिया। तीसरा पक्ष पाकिस्तान की परमाणु धमकी को हमने झूठा साबित कर दिया। भारत ने सिद्ध कर दिया कि परमाणु ब्लैकमेलिंग अब नहीं चलेगा और भारत नहीं झुकेगा। चौथा पक्ष भारत ने अपनी तकनीकी क्षमता दिखाई। पाकिस्तान के सीने पर सटीक प्रहार किया। उसको भारी नुकसान हुआ। आज तक उनके कई एयरबेस आईसीयू में पड़े हैं। आज तकनीकी आधारित युद्ध का युग है। ऑपरेशन सिंदूर इसमें सफल हुआ है। पिछले 10 साल में जो हमने तैयारियां की हैं वो न की होतीं तो हमारा नुकसान बहुत होता।
पांचवा पक्ष आत्मनिर्भर भारत की ताकत को दुनिया ने पहचाना। मेड इन इंडिया ड्रोन और मिसाइल ने पाकिस्तान के हथियारों की पोल खोल दी। पीएम मोदी ने कहा कि नेवी, आर्मी, वायु सेना तीनों के संयुक्त प्रयास ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिए। पहले आतंकियों के मास्टरमाइंड निश्चिंत रहते थे। अब स्थिति बदल गई है। अब हमले के बाद उनको नींद नहीं आती। उनको पता है कि भारत आएगा और मारकर जाएगा। ये न्यू नॉर्मल भारत ने सेट कर दिया है। दुनिया ने देख लिया कि हमारी कार्रवाई का दायरा कितना बड़ा है। सिंदूर से लेकर सिंधु तक पाकिस्तान पर कार्रवाई की है। ऑपरेशन सिंदूर ने तय कर दिया कि भारत में आतंकी हमले की उसके आका और पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। ऑपरेशन सिंदूर से स्पष्ट है कि अब भारत पर हमला हुआ तो हम अपनी शर्ताें पर अपने तरीके से जवाब  देकर रहेंगे। कोई भी परमाणु हमले की धमकी नहीं चलेगा। हम आतंकी सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा में कार्रवाई करने से रोका नहीं है। संयुक्त राष्ट्र के 193 देश में से सिर्फ तीन देश ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में थे।
क्वाड, ब्रिक्स, फ्रांस, रूस, जर्मनी समेत तमाम देश दुनियाभर से भारत को समर्थन मिला। लेकिन देश के वीरों के पराक्रम को कांग्रेस का समर्थन नहीं मिला। 22 अप्रैल के बाद तीन-चार दिन में ही ये उछल रहे थे। कहने लगे कि कहां गया मोदी? मोदी फेल हो गया। बड़ा मजा ले रहे थे। उनके पहलगाम के निर्दोष लोगों की हत्या में राजनीति दिख रही थी। अपनी स्वार्थी राजनीति के लिए मुझ पर निशाना साधा रहे थे। उनकी बयानबाजी और छिछोरापन देश के सुरक्षा बलों का मनोबल गिरा रही थी। कांग्रेस के नेताओं को न भारत के सामर्थ्य पर भरोसा है और न सेना पर। इसलिए वे ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठा रहे हैं। ऐसा करके वे देशवासियों के दिल में जगह नहीं बना सकते। पीएम मोदी ने कहा कि 10 मई को भारत में ऑपरेशन सिंदूर के तहत हो रहे एक्शन को रोकने की घोषणा की। इस पर तरह-तरह की बातें की गईं। यह प्रोपैंगैंडा सीमापार से फैलाया गया। कुछ लोग पाकिस्तान के झूठ प्रचार को आगे बढ़ा रहे हैं।
जबकि भारत का रुख हमेशा स्पष्ट रहा है। जब सर्जिकल स्ट्राइक हुआ तो हमारा लक्ष्य था कि हम उनके इलाके में जाकर आतंकियों के लॉन्चिंग पैड ध्वस्त करेंगे। हमारा लक्ष्य तय था। बालाकोट में हमारा लक्ष्य था कि आतंकियों के ट्रेनिंग सेंटर तबाह करेंगे, हमने कर दिखाया। ऑपरेशन सिंदूर में हमारा लक्ष्य था कि आतंकियों के योजना बनाने वाले स्थानों पर हमला किया। हमने आतंकियों की नाभि पर हमला किया। मोदी ने कहा कि हमने सटीक तरीके से ऑपरेशन सिंदूर के आतंकियों की नाभि पर प्रहार किया। हमारी सेना ने शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करके देश के सामथ्र्य का परिचय दिया। कुछ लोग काफी बातें भूल जाते हैं। मैं बताता हूं कि छह और सात मई को ऑपरेशन हुआ। सात मई को सुबह ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना ने स्पष्ट कर दिया था कि हमारा लक्ष्य है कि आतंकी,उनके आका को हम ध्वस्त करना चाहते थे। हमने हमारा काम कर दिया है। मैं कहता हूं कि भारत की सेना ने पाकिस्तान की सेना को चंद मिनटों में बता दिया कि हमारा लक्ष्य था, हमने लक्ष्य पूरा कर दिया। ताकि पता चले कि उनके दिल और दिमाग में क्या चलता है।
अगर पाकिस्तान समझदार होता तो आतंकियों के साथ खड़े होने की गलती न करता। उसने आतंकियों के साथ खड़े होने का फैसला किया। हम भी मौके की तलाश में थे। पीएम मोदी ने कहा कि जब पाकिस्तान ने आतंकियों की मदद में आने का फैसला किया तो भारत की सेना ने कई वर्ष तक याद रख जाए ऐसा जवाब दिया। नौ मई की आधीरात और 10 मई की सुबह हमारी मिसाइलों ने पाकिस्तान में प्रचंड प्रहार किया। इसके बाद पाकिस्तान घुटने पर आने पर मजबूर हो गया। पाकिस्तान के लोग कह रहे थे कि हम जब तक सोचते तब तक भारत ने हमला कर दिया। जब इतना कड़ा प्रहार हुआ तब जाकर पाकिस्तान ने फोन करके डीजीएमओ से गुहार लगाई। बहुत मारा। ज्यादा मार झेलने की ताकत नहीं है। प्लीज हमला रोक दो। यह पाकिस्तान के डीजीएमओ के शब्द थे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की नीति थी कि हम आतंक और उनके आका और ठिकाने हमारे लक्ष्य है। हमने कहकर सब किया था।
यह कहकर हमने हमला रोका है। दुनिया के किसी भी नेता ने भारत को ऑपरेशन रोकने के लिए नहीं कहा। उसी दौरान नौ तारीख की रात को अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने मुझसे बात करने की कोशिश की। मैं उनका फोन नहीं उठा पाया। मैंने बाद में उनको कॉल किया। उन्होंने मुझे बताया कि पाकिस्तान बड़ा हमला करने वाला है। मेरा जवाब था कि अगर पाकिस्तान का ये इरादा है तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा। अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो बड़ा हमला करके जवाब देंगे। आगे मैंने कहा था कि हम गोली का जवाब गोले से देंगे। हमने पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को तहस-नहस कर दिया। आज पाकिस्तान जान गया है कि भारत का हर जवाब पहले से ज्यादा तगड़ा होता है। उसे पता है भविष्य में नौबत आई तो भारत कुछ भी कर सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है। पाकिस्तान ने दुस्साहस किया तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा। आज का भारत का आत्मविश्वास से भरा हुआ है। भारत आत्मनिर्भरता के मंत्र को लेकर पूरी शक्ति के साथ तेज गति से आगे बढ़ रहा है। भारत आत्मनिर्भर बनता जा रहा है।
देश देख रहा है कि भारत आत्मनिर्भर तो बनता जा रहा है लेकिन कांग्रेस मुद्दों के लिए पाकिस्तान पर निर्भर है। कांग्रेस को मुद्दे आयात करने पड़ते हैं। सेना के मनोबल को कमजोर करने के खेल खेले जाते हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगी पाकिस्तान के प्रपंच के प्रवक्ता बन चुके हैं। मोदी ने कहा कि देश की सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की। तो तुरंत कांग्रेस वालों ने सेना से सबूत मांगे थे। जब उन्होंने देश का मूड देखा तो सुर बदलने लगे। बदलकर कहने लगे कि सर्जिकल स्ट्राइक क्या बड़ी बात है। ये तो हमने भी की थी। हर नेता अलग-अलग आंकड़ा बता रहा था। बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद कुछ कह नहीं पाए तो फोटो मांगने लगे। पाकिस्तान भी यही पूछता था, ये भी यही पूछते थे। पायलट अभिनंदन के पकड़े जाने पर पाकिस्तान खुश था, लेकिन भारत में कुछ लोग खुश थे। कह रहे थे कि अब मोदी फंसा। इसके बाद डंके की चोट पर अभिनंदन वापस आया। हम अभिनंदन को ले आए तो इनकी बोलती बंद हो गई। पहलगाम के बाद हमारा जवान पाकिस्तान के कब्जे में गया। इनको फिर लगा कि अब फिर मोदी फंसा। कांग्रेस ने सोशल मीडिया में कई कहानियां वायरल कीं। बीएसएफ का वह जवान भी आन, बान, शान के साथ वापस आया।
आतंकवादी और उनके आका रो रहे हैं। यहां भी कुछ लोग रो रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद कांग्रेस ने नया पैंतरा शुरू किया कि इसे रोक क्यों दिया? वाह रे बयान बहादुरों, आपको विरोध का बहाना चाहिए। इसलिए पूरा देश आप पर हंस रहा है। सेना का विरोध, सेना के प्रति कांग्रेस में पुरानी निगेटिविटी है। देश ने करगिल विजय दिवस मनाया। देश जानता है कि कांग्रेस ने करगिल की विजय को अपनाया नहीं। जब डोकलाम में हमारा सैन्य शौर्य दिखा रहा था तो कांग्रेस नेता चुपके चुपके किससे ब्रीफिंग लेते थे सारी दुनिया जान गई है। पाकिस्तान के सारे बयान और हमारे विरोधियों के बयान एक हैं। पाकिस्तान के सुर में सुर मिला दिया। पीएम मोदी ने कहा कि करो चर्चा इतनी करो कि दुश्मन दहशत से दहल उठे। रहे ध्यान बस इतना ही मान सिंदूर और सेना का प्रश्नों में भी अटल रहे। हमला मां भारती पर हुआ तो प्रचंड प्रहार करना होगा। हमें भारत के लिए ही जीना होगा। कांग्रेस एक परिवार के दबाव में पाकिस्तान को क्लीन चिट देना बंद करे। कांग्रेस अपनी गलती सुधारे। गर्व के क्षण का उपहास न उड़ाए।
भारत आतंक की नर्सरी में ही आतंक को मिट्टी मिलाएगा। ऑपरेशन सिंदूर जारी है। ये पाकिस्तान के लिए भी नोटिस है। जब तक वो भारत के खिलाफ आतंक को रोकेगा नहीं, तब-तब भारत एक्शन लेगा। भारत सुरक्षित हो, यही हमारा संकल्प है। मैंने भारत का पक्ष रखा है। पीएम मोदी ने कहा कि 2001 में देश की संसद पर हमला हुआ तो एक कांग्रेस नेता ने अफजल गुरु को सम्मान देने की बात कही। मुंबई हमले के बाद एक पाकिस्तानी आतंकी पकड़ा गया। लेकिन कांग्रेस पाकिस्तानी आतंकी को लेकर खेल खेलती रही। कांग्रेस उस आतंकी को भगवा आतंकी सिद्ध करने में जुटी थी। कांग्रेस दुनिया को हिंदू आतंकवाद की थ्योरी बेच रही थी। कांग्रेस ने संविधान को जम्मू-कश्मीर से बाहर रखा। तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस ने आतंकवाद से जुड़े कानून को कंट्रोल किया। मैं कहता हूं कि पहलगाम ने हमको झकझोर दिया है। हमने ऑपरेशन सिंदूर किया तो देश में सिंदूर स्प्रिरिट पैदा हुई।
यह हमने तब भी देखी जब हमारे प्रतिनिधिमंडल विदेश गए। प्रतिनिधिमंडल ने भारत की बात दुनिया के सामने रखी। मुझे दुख है कि कांग्रेस के बडे़ नेता के पेट में दर्द  है कि भारत का पक्ष दुनिया को क्यों बताया गया? कुछ नेताओं के सदन में बोलने पर पाबंदी लगा दी गई। इस मानसिकता से बाहर निकलने की जरूरत है। पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष में बैठे लोग आतंकवाद पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। जब यह सत्ता में थे तब देश का हाल क्या है, क्या रहा वो आज भी देश भूला नहीं है। 2014 से पहले देश में असुरक्षा का माहौल था।
लोग आज सिहर जाते हैं। हम सबको याद है कि हार जगह घोषणा होती थी कि कोई लावारिस चीज दिखे छूना मत। हम 2014 तक यही सुनते रहे। ऐसा लगता था कि जैसे देश के कोने-कोने में, कदम-कदम पर बम बिछे हैं। कांग्रेस की कमजोर सरकारों के कारण देश ने तमाम जानें गंवाई। आतंकवाद पर लगाम लगाई जा सकती थी। हमने 11 साल में ये करके दिखाया है। 2004 से 2014 के बीच होने वाली घटनाओं में कमी आई है। जब हम आतंकवाद पर नकेल कस सकते हैं तो कांग्रेस की क्या मजबूरी थी कि उसने आतंकवाद को क्यों नहीं रोका।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।

National

spot_img

International

spot_img
RELATED ARTICLES