नई दिल्ली, 15 जुलाई 2025 (यूटीएन)। केंद्रीय संचार एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की संकल्पबद्ध पहल पर बिहार के बक्सर जिले को डाक मंडल के गठन का आदेश जारी कर दिया गया है, जिसके अंतर्गत डाक अधीक्षक की नियुक्ति को भी औपचारिक स्वीकृति मिल गई है। यह निर्णय प्रशासनिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है, साथ ही यह बक्सर की जनता के धैर्य, संघर्ष और नेतृत्व की सकारात्मक परिणति है।
*1991 से लंबित मांग को मिला समाधान*
उल्लेखनीय है कि 1991 में भोजपुर से अलग होकर स्वतंत्र जिला बनने के बाद बक्सर को अभी तक अपना डाक अधीक्षक नहीं मिला था। नतीजतन, यहां के नागरिकों को डाक सेवाओं से जुड़ी शिकायतों, प्रशासनिक कार्यों और नीतिगत प्रक्रियाओं के लिए भोजपुर (आरा) का रुख करना पड़ता था। स्थानीय नागरिकों और संगठनों द्वारा वर्षों से इस मुद्दे को उठाया जाता रहा, लेकिन कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। यह स्थिति तब बदली जब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष यह मांग प्रस्तुत की गई। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्थानीय जनता की समस्याओं को गंभीरता से संज्ञान में लिया और त्वरित समाधान का आश्वासन दिया।
*डाक अधीक्षक आने से डाक सेवाओं को मिलेगी रफ़्तार*
डाक अधीक्षक न केवल डाक विभाग का प्रशासनिक प्रमुख होता है, बल्कि वह स्थानीय डाक सेवाओं की गुणवत्ता, पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करता है। बक्सर में इस पद की नियुक्ति से डाक सेवाओं में तेजी और पारदर्शिता आएगी और ग्रामीण क्षेत्रों में डाक की पहुंच और विश्वसनीयता बढ़ेगी तथा स्थानीय शिकायतों का त्वरित समाधान संभव होगा साथ ही डाकघरों की कार्यक्षमता और कर्मचारियों की निगरानी बेहतर होगी। बक्सर जिले में डाक अधीक्षक की नियुक्ति एक प्रशासनिक निर्णय से कहीं अधिक, एक जनविश्वास की पूर्ति है। यह उपलब्धि केंद्रीय संचार एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सक्रिय नेतृत्व, संवेदनशील दृष्टिकोण और निष्कलंक प्रशासनिक शैली का प्रतिफल है।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।