मथुरा, 25 दिसंबर 2025 (यूटीएन)। जनसेवा केंद्र की आड़ में 5 साल से आरोपी ये फर्जीवाड़ा कर रहे थे। पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में सीओ सिटी आशना चौधरी ने बताया कि बीते दिनों थाना हाईवे के गोविंदपुर निवासी योगेश जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए रंगेश्वर मंदिर के निकट गौड़िया मठ स्थित ओम शांति जनसेवा केंद्र पर गए थे। उन्होंने जनसेवा केंद्र संचालक हरिओम से जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए कहा। हरिओम ने उनसे छह हजार रुपये में जन्म प्रमाण पत्र बनाने की बात कही।
फर्जीवाड़े की आशंका पर आवेदनकर्ता ने कोतवाली में शिकायत की। पुलिस ने जनसेवा केंद्र की कुंडली खंगाली तो फर्जीवाड़ा पकड़ में आ गया। पुलिस ने मंगलवार रात हाईवे के चंदनवन फेस-1 निवासी जितेंद्र, जनसेवा केंद्र संचालक हरिओम, चैतन्य लोक कॉलोनी निवासी धीरज और राया के ग्राम पिलुखनी निवासी अभिषेक को धौली प्याऊ के रेलवे ग्राउंड से गिरफ्तार किया है। छह-छह हजार रुपये में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है।
कोतवाली पुलिस ने जनसेवा केंद्र संचालक समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से दस्तावेज, कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर सहित कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए हैं। आरोपियों के कब्जे से सीपीयू, प्रिंटर, 2 लैपटॉप, कम्प्यूटर, चार मोबाइल फोन, सात फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और 910 रुपये बरामद हुए हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मोटी रकम वसूलने के एवज में वह फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाकर जारी करते थे। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।


