नई दिल्ली, 31 अक्टूबर 2025 (यूटीएन)। ऐतिहासिक आध्यात्मिक पहल के तहत आर्य समाज ने अपने अंतरराष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन के अवसर पर 11,111 यज्ञ अनुष्ठान संपन्न किए – जो आधुनिक युग में सबसे बड़े सामूहिक यज्ञ आयोजनों में से एक है। इस अवसर पर भारत और विदेशों से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस सामूहिक प्रयास का उद्देश्य विश्व शांति (वसुधैव कुटुंबकम), पर्यावरण संतुलन और आध्यात्मिक जागृति को बढ़ावा देना है। 150 वर्ष पुरानी यह संस्था, जिसने राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ने आर्य प्रगति छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत अपने छात्रवृत्ति कार्यक्रम का विस्तार करने की घोषणा की। इसका उद्देश्य देशभर में वंचित और मेधावी छात्रों को शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाना है। ज्ञान ज्योति पर्व के अध्यक्ष एस. के. आर्य ने कहा “संख्या 11,111 का वैदिक दृष्टि से विशेष महत्व है –यह प्रकृति के पंचतत्वों और सृष्टि की एकता का प्रतीक है।
इन यज्ञों के माध्यम से आर्य समाज बाहरी और आंतरिक दोनों लोकों को शुद्ध करने का प्रयास कर रहा है, ताकि वैदिक शांति, एकता और सत्य जीवन का संदेश पुनः जीवित हो सके। यह आत्मगौरव और आत्मचिंतन का क्षण है – भारत का आत्मसम्मान जाग रहा है, और आज का युवा स्वयं को भारतीय कहने में गर्व महसूस करता है। आर्य ने आगे कहा, “हमने युवा विकास की दिशा में पहला कदम उठाया है। अब यह शिक्षा और सशक्तिकरण का आंदोलन कई गुना आगे बढ़ना चाहिए। आर्य समाज के अमेरिकी प्रतिनिधि विद्याभूषण वर्मा ने कहा“पिछले तीन वर्षों में ₹2.5 करोड़ से अधिक राशि वंचित छात्रों की छात्रवृत्तियों हेतु दान की गई है। इस वर्ष अतिरिक्त ₹1.3 करोड़ का प्रावधान किया गया है, जिसके अंतर्गत 330 और छात्रों को यह सहायता दी जाएगी। हमारा लक्ष्य है युवाओं को भारत के गौरवशाली इतिहास, मूल्य प्रणाली और ज्ञान परंपरा से जोड़ना – ताकि शिक्षा, विरासत और प्रगति के बीच एक सेतु बन सके।
गुजरात और महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने सम्मेलन स्थल का दौरा किया, जहाँ प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों के लिए कई विचार-विमर्श सत्र आयोजित किए गए। मूल्य आधारित परिवार, नई सामाजिक चुनौतियाँ, मोबाइल स्क्रॉलिंग की प्रवृत्ति, भाषा के नाम पर क्षेत्रवाद काबढ़ना, आईवीएफ केंद्रों का विस्तार और नो-चाइल्ड पॉलिसी जैसे गंभीर विषयों पर चर्चा हुई। विभिन्न आर्य सभा विद्यालयों के विद्यार्थियों ने खेल, शारीरिक क्षमता और वैदिक ज्ञान जैसे क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। दिल्ली सरकार के सहयोग से आयोजित इस समारोह में कई प्रतिष्ठित हस्तियाँ उपस्थित रहेंगी, जिनमें शामिल हैं मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति धरम गोखूल,सुरिनाम के पूर्व राष्ट्रपति चान संतोखी, मॉरीशस के कृषि उद्योग मंत्री डॉ. अर्विन बूलेल, स्वामी ब्रह्मविहारिदास, बीएपीएस हिंदू मंदिर, अबू धाबी; गृह मंत्री अमित शाह,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता, वरिष्ठ भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी सहित अनेक विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे।
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।


