नई दिल्ली, 08 अक्टूबर 2025 (यूटीएन)। भारत सरकार की तरफ से देश में ही जल्द नई लेबर पॉलिसी को लागू किया जाएगा. इसके तहत कर्मचारियों के हित में सरकार की तरफ से तमाम कदम उठाए जाएंगे. सरकार ने इसके लिए ‘श्रम शक्ति नीति 2025’ का पॉलिसी ड्राफ्ट भी जारी कर दिया है. इसके साथ ही ड्रॉफ्ट पर जनता से नई पॉलिसी को लेकर सुझाव मांगे गए हैं. इसके तहत देशभर में काम करने वाली लेबर के कार्यस्थल, सैलरी, सुरक्षा, सामाजिक संरक्षण और भविष्य को सुरक्षित करने से जुड़े योजनाओं को ज्यादा बेहतर बनाने पर काम किया जाएगा.
*इंडस्ट्री में रोजगार बढ़ाने के भी मौके मिलेंगे*
लेबर मिनिस्ट्री की तरफ से नेशनल लेबर एंड एम्पलॉयमेंट पॉलिसी को पब्लिक कंसलटेशन के लिये जारी किया गया है. इस पॉलिसी को 2047 में विकसित भारत के लक्ष्यों को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है. यह पॉलिसी इंडस्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों के कल्याण और इंडस्ट्री ग्रोथ के बीच संतुलन बनाते हुए लगातार रोजगार बढ़ाने के मकसद से तैयार की जा रही है. इस पॉलिसी के जरिये देश की लेबर को इंटीग्रेटेड एप्रोच देने की कोशिश की जाएगी. अभी तक लेबर सेक्टर के लिए किसी तरह की इंटीग्रेटेड पॉलिसी नहीं है. इसको देखते हुए मंत्रालय की तरफ से इसका ड्रॉफ्ट जारी किया गया है.
*वर्किंग सिस्टम में भी आएगा बदलाव*
लेबर मिनिस्ट्री का मानना है कि यह पॉलिसी आने वाले समय में देश के वर्किंग कल्चर को नई दिशा मिलेगी. इससे आर्गेनाइज्ड और नॉन आर्गेनाइज्ड सेक्टर के लाखों कर्मचारियों को मेनस्ट्रीम में लाने में मदद मिलेगी. श्रम शक्ति नीति-2025 का टारगेट केवल रोजगार सृजन तक ही सीमित नह होकर हर कर्मचारी को सम्मानजनक, सुरक्षित और समान अवसर वाला वातावरण देना है. इस पॉलिसी के जरिये केंद्र सरकार का मकसर देश के लेबर सेक्टर के जरिये उत्पादकता बढ़ाने के साथ ही विकास में भी भागेदारी देना है.
*कब तक होगी लागू*
केंद्र सरकार की तरफ से सुझाव आने के बाद पॉलिसी से जुड़ा नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. उम्मीद की जा रही है कि इसे अगले साल की शुरुआत में लागू किया जा सकता है. राज्य सरकारों से भी नई पॉलिसी को लागू करने की सलाह दी जाएगी. इससे श्रमिकों का ख्याल रखने के साथ ही देश में कारोबारी माहौल बनाने में मदद मिल सकेगी. इसके जरिये कर्मचारी के योग्यता और अनुभव के बेस पर सभी श्रमिकों के लिए समान वेतन और बेहतर कार्यस्थल सुविधाएं सुनिश्चित करना होगा.
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।