नई दिल्ली, 27 सितम्बर 2025 (यूटीएन)। प्राचीन ऐतिहासिक झण्डेवाला देवी मंदिर मे आज नवरात्र मेले के छठे दिन मां के पाचंवे स्वरूप “स्कन्द माता’’ का श्रृंगार व पूजा अर्चना पूर्ण विधि-विधान से की गई l माँ भगवान स्कन्द “कुमार कार्तिकेय” के नाम से भी जानी जाती हैं l चतुर्भुजी माँ “स्कन्दमाता” का वाहन मयूर है इसलिए इन्हें “मयूरवाहन” के नाम से भी जाना जाता है l माँ स्कन्द माता की उपासना से भक्तों की समस्त इच्छाएँ पूर्ण होती हैं l
भक्तों की मनोकामना पूरी करने वाली माँ झण्डेवाली के मंदिर मे माँ का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भक्तों का माँ के प्रति श्रद्धा व उत्साह देखते ही बनता है l मंदिर के सेवादार आने वाले भक्तों को माँ के दर्शन सुचारु रूप से हो सके इसके लिये सदैव तत्पर रहते हैं और भक्तों का मार्ग दर्शन करते हैं l मंदिर प्रबंधन की ओर से सुरक्षा के समस्त प्रबंध किये गये हैं l
मंदिर व आसपास के क्षेत्रों में 290 सी सी टी वी कैमरे लगाये गये है जिन पर सुरक्षा कर्मी व पुलिस की टीमें हर समय नजर रखती हैं। दर्शनों की ओनलाइन बुकिंग व क्यूआर कोड से की जा रही दर्शन व्यवस्था भक्तों में बहुत लोकप्रिय हो रही है। माँ झण्डेवाली के प्रति आस्था एंव मंदिर की स्वच्छता व व्यव्स्था की प्रशंसा सुन कर देश विदेश से भक्त माँ के दर्शनों के लिये आते हैं ।
मंदिर न्यास व प्रबंधन समिति सदैव आने वाले भक्तों की सुविधा और संतुष्टि के लिये प्रयत्नशील एवं तत्पर रहती हैं l इस मंदिर को भारत के सर्वश्रेष्ठ मंदिरों मे गिना जाता है और यहाँ की व्यवस्था की भूरि–भूरि प्रशंसा की जाती है । प्रात: 4 बजे से रात्रि 12 बजे तक के सारे कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण झण्डेवाला देवी मंदिर के यू-टयूब चैनल, फेसबुक, वेबसाइट, एवं मंदिर की एप्लीकेशन के माध्यम से किया जाता है । कल नवरात्र के सातवें दिन माँ के छठे स्वरूप कात्यायनी देवी का श्रृंगार एवं पूजा –अर्चना की जायेगी।