नई दिल्ली, 25 सितम्बर 2025 (यूटीएन)। देश के पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनीं द्रोपदी मुर्मू मथुरा-वृंदावन की यात्रा पर जा रही हैं. लेकिन वह इस यात्रा को सड़क या हवाई मार्ग से नहीं बल्कि बल्कि दुनिया की सबसे आलीशान ट्रेनों में से एक महाराजा एक्सप्रेस से यात्रा करेंगी. वे गुरुवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से इस ट्रेन में सवार होंगी और वहां से वृंदावन रोड स्टेशन (मथुरा के पास) पहुंचेंगी.
*महाराज एक्सप्रेस में सवार होंगी ‘महामहिम*
भारतीय रेलवे ने राष्ट्रपति के इस खास सफर के लिए 18 डिब्बों वाली स्पेशल ट्रेन बनाई है. इसमें 12 डिब्बे महाराजा एक्सप्रेस के होंगे, जिनमें प्रेसिडेंशियल सूट, डीलक्स सूट, रेस्टोरेंट्स और लाउंज शामिल हैं. इसके अलावा राष्ट्रपति के साथ चल रहे वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों के लिए 2 एसी कोच भी लगाए गए हैं. ट्रेन की सुरक्षा और सुविधा को देखते हुए इसमें दो इंजन लगाए जाएंगे. एक इंजन ट्रेन को चलाएगा, जबकि दूसरा बैकअप के तौर पर तैयार रहेगा, ताकि किसी तकनीकी समस्या में यात्रा बाधित न हो. यह ट्रेन सुबह करीब 8 बजे दिल्ली से रवाना होगी और 2 घंटे बाद लगभग 10 बजे वृंदावन पहुंचे जाएगी. वृंदावन में राष्ट्रपति मुर्मू का दर्शन-भ्रमण का वृहद कार्यक्रम है. वह बांके बिहारी मंदिर, निधिवन, कुब्जा कृष्ण मंदिर और सुदामा कुटी में दर्शन और पूजा करेंगी. इसके अलावा मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर में भी वे पूजा-अर्चना के लिए जाएंगी.

*मथुरा-वृंदावन के दर्शन करेंगी राष्ट्रपति*
शाम के समय मथुरा जंक्शन से राष्ट्रपति फिर इसी स्पेशल ट्रेन में सवार होकर दिल्ली लौट आएंगी. इस पूरे सफर को सुचारु और सुरक्षित बनाने के लिए रेलवे ने बड़े पैमाने पर तैयारी की है. देश के सुप्रीम कमांडर की सुरक्षा के लिए रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स , जीआरपी, स्टेशन मास्टर्स और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे हर जगह समय पर मौजूद रहें. बताते चलें कि यह पहला मौका नहीं है जब राष्ट्रपति ट्रेन से सफर कर रही हैं. जून 2023 में भी राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू एक स्पेशल ट्रेन से भुवनेश्वर से अपने पैतृक गांव रायरंगपुर (ओडिशा) गई थीं. हालांकि इस बार उनकी यात्रा और भी खास होने वाली है. इसकी वजह ये है कि वे इस बार भारत की सबसे शाही ट्रेन महाराजा एक्सप्रेस में सवार होकर मथुरा-वृंदावन के दर्शनों के लिए जाएंगी.
*महाराज एक्सप्रेस शाही ट्रेन की पहचान*
महाराजा एक्सप्रेस भारत की सबसे लग्ज़री यानी सबसे आलीशान ट्रेन है. इसे इंडियन रेलवे की कंपनी IRCTC चलाती है. इस ट्रेन में सफर करना किसी शाही महल में रहने जैसा अनुभव देता है.
*महाराज एक्सप्रेस ट्रेन में अंदर की दुनिया*
ट्रेन के डिब्बों को बहुत खूबसूरती से सजाया गया है. इसमें बड़े-बड़े कमरे, अटैच बाथरूम, आरामदायक बिस्तर, टीवी, वाई-फाई और मिनी बार जैसी सुविधाएं मिलती हैं. इसमें रेस्टोरेंट, लाउंज और बार भी हैं, जहां यात्री स्वादिष्ट भोजन और पेय का आनंद ले सकते हैं.
*महाराज एक्सप्रेस ट्रेन में खाने-पीने की सुविधा*
इस ट्रेन में दो शानदार रेस्टोरेंट हैं- ‘रंग महल” और ‘मयूर महल’. यहां पर भारतीय और विदेशी दोनों तरह के व्यंजन परोसे जाते हैं. खाना बिलकुल शाही अंदाज़ में परोसा जाता है.
*महाराज एक्सप्रेस ट्रेन कहां-कहां जाती है?*
महाराजा एक्सप्रेस कई रूट्स पर चलती है. इनमें दिल्ली, आगरा, जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, वाराणसी और खजुराहो जैसे मशहूर शहर आते हैं. कुछ टूर छोटे होते हैं (3-4 दिन) और कुछ लंबे (7 दिन तक).
*महाराज एक्सप्रेस ट्रेन पर कितना खर्च आता है?*
यह दुनिया की सबसे महंगी ट्रेनों में से एक है. इस पर सफर करने का किराया पैकेज के हिसाब से तय होता है. एक यात्रा का खर्च लगभग 4 लाख रुपये से शुरू होकर 15 लाख रुपये तक जा सकता है. इस किराए में रहना, खाना, घूमने-फिरने और एंट्री टिकट सब शामिल होता है.
*महाराज एक्सप्रेस ट्रेन क्यों खास है?*
महाराजा एक्सप्रेस को ‘चलता-फिरता महल’ कहा जाता है. इसका सफर केवल यात्रा नहीं, बल्कि एक यादगार अनुभव होता है. इसी वजह से इसे कई बार दुनिया की सबसे बेहतरीन लग्ज़री ट्रेन का अवार्ड भी मिल चुका है.
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।