नई दिल्ली, 04 सितम्बर (यूटीएन)। जीएसटी स्लैब में हुए सुधार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि इस बार धनतेरस की रौनक भी ज्यादा रहेगी क्योंकि दर्जनों चीजों पर टैक्स अब बहुत ही कम हो गया है. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में आगे बढ़ते हुए भारत में जीएसटी में भी नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म किया गया है. उन्होंने इस सुधार को देश के ग्रोथ का डबल डोज बताया.
*पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा*
पीएम मोदी ने कहा, नए जीएसटी रिफॉर्म से देश के हर परिवार को बहुत बड़ा फायदा होगा. गरीब, मिडिल क्लास, महिलाएं, स्टूडेंट्स, किसान, नौजवान सभी को जीएसटी टैक्स कम करने से जबरदस्त फायदा होगा. पहले की सरकारों में सामानों पर कितनी बड़ी मात्रा टैक्स लिया जाता था. 2014 में मेरे आने से पहले रसोई का सामान हो, खेती किसानी से जुड़े सामान हो या फिर दवाइयां हो, यहां तक जीवन बीमा पर भी ऐसी अनेक चीजों पर कांग्रेस सरकार अलग-अलग टैक्स लेती थी. पीएम मोदी ने कहा, अगर वही दौर होता तो आज आपको 100 रुपए की कोई चीज खरीदते तो आपको 20-25 रुपए टैक्स देना होता, लेकिन हमारी सरकार का मकसद है कि आम लोगों के जीवन में बचत ज्यादा से ज्यादा कैसे हो, लोगों का जीवन बेहतर बने.
उन्होंने कहा कि जीएसटी में रिफॉर्म से भारत की शानदार अर्थव्यवस्था में पंचरत्न जुड़े हैं. टैक्स सिस्टम कहीं अधिक आसान हुआ. भारत के नागरिकों का जीवन स्तर और सुधरेगा. खपत और ग्रोथ दोनों को नया बूस्टर मिलेगा. व्यापार करने में आसानी होगी, जिससे निवेश और नौकरी को बल मिलेगा. विकसित भारत के लिए सहकारी संघवाद और मजबूत होगी.

*’कांग्रेस सरकार ने आपका मासिक बजट बढ़ाया‘*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘कोई नहीं भूल सकता कि कांग्रेस सरकार ने आपका मासिक बजट कैसे बढ़ाया था. वे बच्चों की टॉफियों पर भी 21 फीसदी टैक्स लगाते थे अगर मोदी ने ऐसा किया होता, तो वे मेरे बाल नोच लेते.’ उन्होंने कहा, ‘युवाओं के लिए एक और लाभ फिटनेस क्षेत्र में होने वाला है. जिम, सैलून, योग जैसी सेवाओं पर जीएसटी कम कर दिया गया है, जिसका अर्थ है कि हमारे युवा फिट होने के साथ-साथ सक्रिय भी होंगे.
*जीएसटी को लेकर भड़के असदुद्दीन ओवैसी*
हैदराबाद से लोकसभा में सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को केंद्र सरकार की आर्थिक, सामाजिक और विदेश नीति पर कड़े सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि मौजूदा व्यवस्था में सबसे ज्यादा नुकसान राज्यों और आम जनता को हो रहा है, जबकि केंद्र सरकार तमाम जरूरी मुद्दों पर चुप्पी साधे बैठी है. असदुद्दीन ओवैसी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जीएसटी व्यवस्था की आलोचना करते हुए कहा, “जितने भी राज्य हैं, उन्हें केंद्र से मिलने वाला फंड कम होता जा रहा है. जीएसटी के जरिए आम और मध्यम वर्ग पर सबसे ज्यादा बोझ पड़ रहा है.
यहां तक कि कूरियर सर्विस पर भी आज 18 परसेंट टैक्स लगाया जा रहा है, जिसे घटाने की जरूरत है. शारीरिक शिक्षा जैसे जरूरी क्षेत्र पर भी टैक्स बढ़ा दिया गया है. राज्यों को सेस का हिस्सा भी नहीं दिया जा रहा, जिससे उनकी माली हालत और खराब होती जा रही है.” उन्होंने कहा कि इनपुट मटीरियल पर लगने वाला टैक्स फिनिश्ड गुड्स से भी ज्यादा है, जो उद्योगों और निर्माण क्षेत्र के लिए नुकसानदायक है.
विशेष- संवाददाता, (प्रदीप जैन)।