दोघट, 11 अगस्त 2025 (यूटीएन)। भारतीय संस्कृति और परंपरा के प्रतीक रक्षाबंधन त्योहार इस बार श्रीराम पब्लिक स्कूल, दोघट के लिए एक ऐतिहासिक क्षण लेकर आया। विद्यालय की चार प्रतिभाशाली छात्रा कु अवनी तोमर, शानवी तोमर, ईशु पंवार और वंशिका राठी को देश की प्रथम नागरिक, महामहिम राष्ट्रपति महोदया को राखी बांधने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यह अवसर विद्यालय और क्षेत्र दोनों के लिए गर्व का विषय बन गया। डॉ राजीव तोमर ने कहा कि, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से हर्ष मिश्रित गौरवमयी ऐतिहासिक क्षणों में उमंग, उत्साह और प्रेरणा का अनूठा अनुभव रहा।
कार्यक्रम के दौरान छात्राएँ पारंपरिक वेशभूषा में सजी-धजी थीं और उनके हाथों में रंग-बिरंगी, स्वयं अपने हाथों से बनाई राखियाँ थीं, जिनमें श्रम, स्नेह और कलाकारी भी झलक रही थी। जैसे ही वे राष्ट्रपति महोदया के समक्ष पहुँचीं, वातावरण में एक अद्भुत गरिमा और आत्मीयता का भाव उत्पन्न हो गया। छात्राओं ने राखी बांधते समय राष्ट्रपति के दीर्घायु, सुखी व स्वस्थ जीवन की मंगलकामना की।
इस अवसर पर विद्यालय की कॉर्डिनेटर साधना त्यागी ने भी राष्ट्रपति महोदया को सम्मान स्वरूप एक सुंदर उपहार भेंट किया। यह उपहार न केवल औपचारिकता का प्रतीक था, बल्कि विद्यालय परिवार की ओर से सम्मान और कृतज्ञता का प्रतीक भी बन गया। वहीं राष्ट्रपति महोदया ने इस विशेष अवसर पर छात्राओं और विद्यालय के प्रतिनिधियों को आशीर्वाद देते हुए रक्षाबंधन के महत्व पर प्रकाश डाला।
राष्ट्रपति महोदया ने छात्राओं को शिक्षा, अनुशासन और संस्कारों को जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी और कहा कि देश की प्रगति के लिए शिक्षित और संस्कारी युवाओं का योगदान अत्यंत आवश्यक है। विद्यालय डायरेक्टर डॉ उपेंद्र चौधरी ने इस अवसर को विद्यालय के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय बताते हुए कहा, यह गर्व का क्षण न केवल हमारे विद्यालय के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए है।
हमारी छात्राओं ने न केवल विद्यालय का नाम रोशन किया, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि, ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे भी अवसर मिलने पर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों के चेहरे पर उत्साह और गर्व की झलक थी। विद्यालय में इस अवसर को लेकर विशेष उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें अन्य छात्रों ने भी पर्व के महत्व पर भाषण व सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं।
प्रधानाचार्य डॉ राजीव तोमर ने कहा कि रक्षाबंधन जैसे पर्व का राष्ट्रपति महोदया के साथ मनाया जाना, न केवल छात्राओं के लिए अविस्मरणीय अनुभव रहा, बल्कि यह संदेश भी देता है कि, भारतीय संस्कृति व परंपराएँ समय के साथ और भी सशक्त रूप से आगे बढ़ रही हैं।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |