बागपत,26 जुलाई 2025 (यूटीएन)। जिलाधिकारी अस्मिता लाल की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें परिवहन, पंचायती राज, पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई, शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में सड़क सुरक्षा की वर्तमान चुनौतियों की समीक्षा और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करते हुए भविष्य की कार्ययोजना को सुनिश्चित करना रहा।
बैठक की शुरुआत राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे गांवों की समस्याओं से हुई, जहां जलभराव, कूड़ा-कचरा व जल निकासी की अव्यवस्था जैसे मुद्दे सामने आए, जो दुर्घटनाओं के बड़े कारण बन रहे हैं। जिलाधिकारी ने पंचायती राज विभाग को निर्देशित किया कि ,वे प्रभावित गांवों के प्रधानों के साथ विशेष बैठक कर इस समस्या का स्थायी समाधान करें। विशेषकर सिसाना गांव, जो अक्सर जलभराव से प्रभावित रहता है, वहां ड्रेनेज सिस्टम के निर्माण का कार्य प्राथमिकता के आधार पर कराने का निर्देश दिया गया।
बैठक में स्कूल वाहनों की फिटनेस की स्थिति पर भी चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि कोई भी स्कूल वाहन बिना वैध फिटनेस प्रमाण-पत्र के नहीं चलना चाहिए। इसके लिए परिवहन विभाग को निर्देशित किया गया कि, वे विद्यालय प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों के साथ एक संयुक्त बैठक आयोजित करें ताकि छात्र परिवहन को सुरक्षित बनाया जा सके।
कहा कि,सड़क सुरक्षा को केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित न रखें।
बैठक में खास बात यह रही कि, ग्रामीण सड़क सुरक्षा समिति के गठन का प्रस्ताव भी पारित किया गया। इस समिति का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा से जुड़ी स्थानीय समस्याओं की पहचान करना और समाधान सुझाना होगा। समिति में ग्राम प्रधान, शिक्षक, यूथ क्लब, मंगल दल, सचिव, आशा जैसे लोगों को शामिल किया जाएगा। यह समिति गांवों में ट्रैफिक जागरूकता फैलाने, हेलमेट एवं सीट बेल्ट उपयोग को बढ़ावा देने, स्कूली बच्चों को सड़क सुरक्षा शिक्षा देने एवं अंधे मोड़ों या दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की जानकारी प्रशासन को देने का कार्य करेगी।
बैठक में एक अन्य उल्लेखनीय निर्णय विकास भवन और कलेक्ट्रेट परिसर के समीप स्मार्ट सिटी की अवधारणा से प्रेरित यातायात सुगमता हेतु “रोटरी ट्रैफिक सर्किल” के निर्माण को लेकर लिया गया। जिलाधिकारी ने एनएचएआई को इस संबंध में शीघ्र प्रस्ताव बनाकर आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया। रोटरी ट्रैफिक सर्किल के निर्माण से प्रमुख कार्यालयों जैसे विकास भवन, कलेक्ट्रेट, जिला सत्र न्यायालय, जिला अस्पताल आदि के बीच जाने वाले वाहनों के कारण होने वाली अव्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार आएगा। यह परियोजना न केवल सरकारी कर्मचारियों और आमजन के लिए राहतकारी होगी, बल्कि यातायात प्रबंधन का एक आदर्श उदाहरण बनेगी।
बैठक में पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस परिसर एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थानों के निकट हाईमास्क लाइट लगाने के निर्देश भी दिए गए, जिससे रात्रिकालीन दुर्घटनाओं की संभावना कम हो सके और सुरक्षा बढ़े। इसके अलावा बिनौली में रेलवे ओवर ब्रिज जिसका निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है, उसके शीघ्र उद्घाटन के संदर्भ में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी न्यायिक शिव नारायण ,सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी राघवेंद्र सिंह ,अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी अतुल कुमार , अधिशासी अधिकारी नगर पालिका बागपतके के भड़ाना सहित आदि उपस्थित रहे ।
स्टेट ब्यूरो,( डॉ योगेश कौशिक ) |